न्यू ईयर पर भी हरकतों से बाज नहीं आया पाकिस्तान, सीमापार से गोलीबारी में एक जवान शहीद
आंकड़ों के अनुसार संघर्ष विराम उल्लंघन की इन घटनाओं में 24 सुरक्षा कर्मी समेत 36 लोगों की मौत हो गयी और 130 से अधिक लोग घायल हो गये.
पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों पर गोलाबारी की. इस घटना में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि जिले के नौशेरा क्षेत्र में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे और शाम करीब साढ़े पांच बजे एलओसी के दूसरी तरफ से गोलीबारी और गोलाबारी किये जाने की घटना सामने आई.
अधिकारियों के अनुसार भारतीय सैनिक पाकिस्तान द्वारा बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन का जवाब दे रहे हैं. एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पाकिस्तान सेना ने आज दोपहर करीब 3.30 बजे राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में एलओसी के आसपास छोटे हथियारों से गोलीबारी तथा मोर्टार से गोलाबारी कर संघर्ष विराम का अकारण उल्लंघन शुरू कर दिया.’’
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना मुंहफोड़ जवाब दे रही है. अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान ने शाम करीब 5.30 बजे नौशेरा सेक्टर में दोबारा गोलाबारी की. प्रवक्ता ने बताया कि शाम की घटना में नायब सूबेदार रवींद्र गंभीर रूप से घायल हो गये और बाद में उनकी मौत हो गई.
प्रवक्ता ने कहा कि वह बहादुर और गंभीर जवान थे. देश उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनकी ऋणी रहेगा. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर में 2020 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के आसपास पाकिस्तान की ओर से 5,100 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया. ये पिछले 18 साल में संघर्ष विराम उल्लंघन के सर्वाधिक मामले हैं.
आंकड़ों के अनुसार संघर्ष विराम उल्लंघन की इन घटनाओं में 24 सुरक्षा कर्मी समेत 36 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग घायल हो गये.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी सैनिकों ने सीमाओं पर अमन-चैन को बिगाड़ने तथा लोगों के बीच डर पैदा करने के लिए एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अग्रिम चौकियों और गांवों को बार-बार निशाना बनाया.’’
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