जम्मू: पाकिस्तानी सिपाहियों ने जम्मू कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का एक बार फिर उल्लंघन किया जिसके बाद भारतीय सेना ने कड़ा और प्रभावी जवाब दिया.


सीमा पार से नौशेरा में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे गोलाबारी शुरू हुई जिसने सरहद पर तकरीबन 12 घंटे की शांति को खत्म कर दिया. यह मंगलवार को भारत की ओर से पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद बढ़ गई थी.


पुंछ जिले के निचले कृष्णा घाटी सेक्टर में शुक्रवार रात भारी गोलाबारी में एक युवती और उसके दो बच्चों की मौत हो गई थी और दो सैनिकों समेत कई अन्य जख्मी हो गए थे. गोलीबारी में भारत की तरफ मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है.


प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पाकिस्तान ने अपना नापाक मंसूबा जारी रखा और दोपहर साढ़े 12 बजे नियंत्रण रेखा पर नौशेरा में बिना उकसावे की गोलाबारी की और छोटे हथियारों से गोलीबारी की.’’ उन्होंने बताया, ‘‘भारतीय सेना ने मज़बूत और प्रभावी जवाब दिया.’’ उन्होंने बताया कि इस गोलीबारी में भारत की ओर किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.


इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी शैक्षणिक संस्थान एहतियाती उपाय के तौर पर शनिवार को पांचवे दिन भी बंद रहे. उन्होंने बताया कि भारतीय बल हाई अलर्ट पर हैं और नियंत्रण रेखा तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कड़ी नजर रख रहे हैं.


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे सीमा पार से हो रही गोलाबारी रूक गई जिसमें पुंछ जिले के सलोत्री गांव में 24 वर्षीय रूबाना कौसर, उसका पांच साल का बेटा फजान और नौ महीने की बेटी शबनम की मौत हो गई थी और उसका पति मोहम्मद युनूस जख्मी हो गया था.


अधिकारी ने बताया कि सरहद पर स्थित कुछ बुरी तरह से प्रभावित गांवों के निवासी दहशत में हैं और अपना घर-बार छोड़कर महफूज स्थानों की ओर चले गए हैं. लोगों के बड़ी तादाद में पलायन करने की कोई खबर नहीं है और लोग अपने घरों में रह रहे हैं. हालांकि उस स्थिति के लिए जरूरी इंतजाम किए हैं जब लोगों को अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर होना पड़े.


पुंछ के उपायुक्त राहुल यादव ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थान खुले हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ सभी ऐंबुलेंसों को तैयार रखा गया है और उन्हें नियंत्रण रेखा के नज़दीक के इलाकों में भेजा गया है. साथ में, जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए विशेष दल हैं.’’


पाकिस्तानी सेना ने पिछले एक हफ्ते के दौरान 60 से ज्यादा बार संघर्ष विराम तोड़ा है और जम्मू कश्मीर के पुंछ, राजौरी, जम्मू और बारामूला जिलों में नियंत्रण रेखा पर असैन्य और अग्रिम इलाकों को निशाना बनाया है. इसमें कुछ सैनिकों समेत नौ लोग जख्मी हुए हैं.


नियंत्रण रेखा पर तनाव के बीच, उत्तरी सेना कमांडर ले जनरल रणबीर सिंह ने व्हाइट नाइट कोर के कमांडर ले जनरल परमजीत सिंह ने बृहस्पतिवार को राजौरी में अग्रिम चौकियों का दौरा किया था और अभियान चलाने को लेकर तैयारियों का जायजा लिया था.