नई दिल्ली: इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कुलभूषण जाधव के मामले में भारत की जीत के बाद पाकिस्तान अब बैकफुट पर है. बड़ी बात ये है कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव तक राजनयिक पहुंच की इजाजत देने को तैयार हो गया है. देर रात पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले पर अमल की बात कही है. ये भी बताया है कि कुलभूषण को वियना समझौते के हिसाब से अधिकारों की भी जानकारी दी गई है. पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, ''आईसीजे के फैसले के आधार पर कमांडर कुलभूषण जाधव को राजनयिक संबंधों पर विएना संधि के अनुच्छेद 36 के पैराग्राफ 1(बी) के तहत उनके अधिकारों के बारे में सूचित कर दिया गया है.''


इससे पहले कल राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पाकिस्तान पर वियना कन्वेंशन का उल्लघंन करने का आरोप लगाया और पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को तुरंत रिहा करने की मांग की. विदेश मंत्री ने कहा, ''2017 में भारत सरकार ने जाधव के हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी आवश्यक कदम उठाने के लिए सदन में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की थी. आईसीजे में कानूनी माध्यमों से कुलभूषण की रिहाई को लेकर अथक प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि हम एक बार फिर पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को रिहा करने की मांग करेंगे.''


हालांकि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय दबाव की वजह से बैकफुट पर है लेकिन रह रहकर पाकिस्तान की ओर से ऐसे बयान आ रहे हैं जो शर्मनाक हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया, ''कुलभूषण जाधव पाकिस्तान के नागरिकों के खिलाफ अपराध का दोषी हैं. पाकिस्तान कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई करेगा.'' बता दें कि कल इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में बुधवार को हिंदुस्तान की एक और बड़ी जीत हुई और पाकिस्तान को एक और शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान की इस हार के साथ कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लग गई. नीदरलैंड्स के द हेग में दुनिया की सबसे बड़ी अदालत ने कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के झूठ को उजागर कर दिया.