Pakistan: युद्धविराम समझौते की आड़ में पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) आतंकियों को घुसपैठ कराने में जुटी हुई है. पिछले पांच दिनों में भारतीय सेना (Indian Army) ने एलओसी (LoC) पर चार बड़ी घुसपैठ की कोशिशों का नाकाम किया है. गुरुवार को घुसपैठ करने के इरादे से कश्मीर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे तीन आतंकियों का वीडियो भी भारतीय सेना ने जारी किया था. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि खराब मौसम और जंगलों का फायदा उठाकर आतंकी उरी सेक्टर (Uri Sector) में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, ये तीनों आतंकी बाद में एलओसी पर ही मुठभेड़ के बाद ढेर कर दिए गए थे. आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और वॉर-स्टोर बरामद हुआ है.
पीओके से भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे आतंकी
भारतीय सेना द्वारा जारी किए गए थर्मल-इमेजिंग वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि एक के पीछे एक तीन आतंकी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारत की सीमा में दाखिल हो रहे हैं. गुरूवार की सुबह करीब सात बजे आतंकियों ने एलओसी पार की और कश्मीर के बेहद संवेदनशील इलाके उरी में घुसने की कोशिश की. सेना के मुताबिक, थोड़ी देर बाद यानि 8.45 मिनट पर आतंकियों से आमना-सामना शुरु हुआ और कुछ देर की मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकी ढेर कर दिए गए.
तीनों आतंकियों के शव जंगल में पड़े मिले थे
दोपहर दो बजे पूरे इलाके की सघन तलाशी के बाद तीनों आतंकियों के शव जंगल में पड़े मिले. आतंकियों के कब्जे से 02 एके47 और एक एम-16 राइफल बरामद हुई हैं. इसके अलावा आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में एम्युनेशन, ड्राइ-फ्रूट्स और घायल होने की दशा में पेन-किलर इत्यादि बरामद हुए. साफ है कि ये आतंकी किसी बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने के इरादे से भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे.
पाकिस्तान के मंसूबों पर फिरा पानी
भारतीय सेना के मुताबिक, उरी में हुए ऑपरेशन से तीन घुसपैठिए तो ढेर किए ही गए, पाकिस्तान के उन मंसूबों पर भी पानी फिर गया है जिसके तहत पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियां कश्मीर के अमन-चैन को खराब करने की कोशिश कर रही हैं.लेकिन उरी की घटना कोई अकेली घुसपैठ की कोशिश नहीं है. 22-23 अगस्त की रात को एलओसी के नौशेरा सेक्टर में दो आतंकियों को घुसपैठ के दौरान एलओसी पर ही ढेर कर दिया गया था. उस दौरान आतंकियों ने एलओसी पर लगी लैंडमाइन पर भी पैर रख दिया था जिसके चलते दोनों मौके पर ही ढेर हो गए थे. एलओसी पर लगे थर्मल-कैमरा में लैंडमाइन बलास्ट का वीडियो भी कैद हो गया था.
नौशेरा सेक्टर से पकडा गया था एक आतंकी
इससे पहले 21 अगस्त को पाकिस्तानी आतंकी तबरक हुसैन को नौशेरा सेक्टर में ही भारतीय सेना ने एक एनकाउंटर के बाद एलओसी से धर-दबोचा था. भारतीय सेना के साथ हुई मुठभेड़ में तबरक घायल हो गया था. हालांकि, उसके 2-3 साथी गोलीबारी होते ही पीओके वापस भाग खड़े हुए थे. पूछताछ में तबरक ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी, कर्नल यूनुस चौधरी ने उसे 30 हजार पाकिस्तानी करेंसी के साथ एलओसी पर घुसपैठ के लिए सुसाइड-अटैक के लिए भेजा था. तबरक को एलओसी पर भारतीय सेना की चौकियों पर फिदायीन हमले के इरादे से नौशेरा भेजा गया था. खास बात ये है कि हमले के वक्त तबरक ने अपने सीने, प्राईवेट पार्ट्स और बगल के बाल भी शेव किए हुए थे. ऐसा अमूमन इस्लामिक फिदायीन किसी बड़े सुसाइट-अटैक से पहले करते हैं. गोलीबारी में घायल होने के चलते तबरक का इलाज फिलहाल सेना के अस्पताल में चल रहा है.
सांबा सेक्टर में बीएसएफ ने ड्रग स्मगलिंग की कोशिश नाकाम की थी
गुरूवार को जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में बीएसएफ ने पाकिस्तानी ड्रग स्मगलिंग की कोशिश को नाकाम कर दिया था. इस दौरान बीएसएफ की फायरिंग में पाकिस्तानी ड्रग स्मगलर घायल भी हो गया था. लेकिन घायल होने के बाद वो वापस पाकिस्तानी सीमा भागने में कामयाब हो गया था. गोलीबारी के बाद बीएसएफ को मौके से आठ किलो नारकोटिक्स ड्रग बरामद हुई थी.
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