नई दिल्ली: जम्मू से सटी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पर पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. एबीपी न्यूज के हाथ लगा है एक वीडियो जिसमें पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स (एसएसजी) के जवान एक खास तरह के केमोफ्लाज सूट पहनकर बीएसएफ के जवान को अपना निशाना बना रहे हैं. इस खास तरह के थर्मल केमोफ्लाज सूट पहने के बाद पाकिस्तानी सैनिक खास तरह के बने कैमरों में भी नहीं पकड़ आते हैं. यानि पाकिस्तानी सैनिक 'अदृश्य' होकर भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं. पाकिस्तानी सेना द्वारा इस तरह के खास सूट पहनकर हमला करनी की साजिश के बाद भारतीय सेना के कान भी खड़े हो गए हैं. एबीपी न्यूज को ये वीडियो सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिला है.


सेना ने बॉर्डर पर अलर्ट तो जारी किया ही है इस खास तरह के केमोफ्लाज सूट को लेकर भारत में भी रिसर्च शुरु हो गई है. क्योंकि अभी तक दुनिया की चुनिंदा सेनाओं के पास ही इस तरह के अपने आप को छिपाने वाले सूट हैं. सूत्रों के मुताबिक, 18 मई को अरनिया सेक्टर की एक बीओपी यानि बॉर्डर आऊट पोस्ट पर बीएसएफ का जवान, सीताराम उपाध्याय तैनात था. रात के अंधेरे में एक साया उसके करीब पहुंचता है और उसपर करीब से फायरिंग करता है. इस हमले में जवान सीताराम शहीद हो जाता है.


बाद में बीएसएफ और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों ने एचएचटीआई यानि हैंड हैल्ड थर्मल इमेज कैमरे में इस घटना को देखा तो पता चला कि वो परछाई इस कैमरे में गौर से देखने पर ही दिखाई देती है. रात के अंधेरे में जो किसी इंसान की थर्मल इमेज दिखनी चाहिए थी यानि कि उसके शरीर से निकली हीट वाली लाल रंग की इमेज नहीं दिखाई दे रही है. जानकारों ने बताया है कि ये इसलिए हुआ है कि जो भी पाकिस्तान सैनिक या फिर आतंकी ने सीताराम पर स्नाइपर फायरिंग की थी उसने खास तरह का थर्मल केमोफ्लाज सूट पहन रखा था.


सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के पास इस तरह के खास सूट उपलब्ध होना मुश्किल है क्योंकि इस तरह की तकनीक चुनिंदा देशों के पास ही है. जानकारों की मानें तो पाकिस्तान के पास भी इस तरह की तकनीक होना मुश्किल है. माना जा रहा है कि उसकी स्पेशल फोर्स, एसएसजी (यानि स्पेशल सर्विस ग्रुप) को भी ये थर्मल सूट किसी दूसरे देश मुहैया कराया है.जानकारों की मानें तो क्योंकि ये तकनीक कम ही देशों के पास है, ऐसे में ये बेहद कीमती है.


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खुफिया और सुरक्षों एजेंसियों के साथ साथ सेना के कान इस साजिश के बाद से इसलिए खड़े हो गए हैं क्योंकि ये शायद पहली घटना है जब पाकिस्तान की एसएसजी के कमांडो अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दिखाई पड़े हैं. अभी तक एसएसजी और उनके समर्थित बैट टीम (बॉर्डर एक्शन टीम) एलओसी पर ही सक्रिय रहती थी. लेकिन खुफियों एजेंसियों ने सेना और सरकार को सटीक जानकारी दी है कि एसएसजी के एक पूरी प्लाटून को हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने एलओसी के जंगल टेकरी इलाके से हटाकर आईबी के एरिया में तैनात कर दी है.


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