गोवा सरकार ने बुधवार (28 अगस्त, 2024) को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के तहत एक पाकिस्तानी ईसाई नागरिक को मान्यता दी है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने 78 साल के एक पाकिस्तानी ईसाई को भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपा, जिससे वह राज्य में सीएए के तहत नागरिकता हासिल करने वाले पहले व्यक्ति बन गए.


जोसेफ फ्रांसिस परेरा गोवा की आजादी से पहले पढ़ाई के लिए पाकिस्तान गए थे और बाद में वहीं नौकरी करने लगे. पाकिस्तानी नागरिकता हासिल होने के बाद वह कराची में रह रहे थे, लेकिन 2013 में वह भारत लौट आए.


मुख्यमंत्री ने कहा कि परेरा की शादी गोवा की एक महिला से हुई थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता अधिनियम, 1955 में संशोधन किए जाने से पहले तक उन्हें भारतीय नागरिकता हासिल करने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे की मौजूदगी में परेरा को प्रमाण पत्र दिया.


सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 1946 में जन्मे परेरा ने गोवा की मारिया से शादी की और रिटायरमेंट के बाद वह 11 सितंबर 2013 को भारत आ गए थे. मूल रूप से दक्षिण गोवा के परोदा गांव के रहने वाले परेरा अब अपने परिवार के साथ उसी जिले के कनसोलिम में रहते हैं.


मुख्यमंत्री सावंत ने संवाददाताओं से कहा कि परेरा यह प्रमाण पत्र पाने वाले पहले गोवावासी हैं, लेकिन देशभर में कई लोगों ने भारतीय राष्ट्रीयता प्राप्त करने के लिए सीएए में संशोधन का लाभ उठाया है. उन्होंने कहा कि ऐसे कई गोवावासी हैं जिन्हें सीएए के तहत इसी तरह नागरिकता दी जा सकती है. प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा के गृह विभाग ने ऐसे लोगों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, 'अगर कोई प्रमाण पत्र के लिए पात्र है, तो वे सरकार से संपर्क कर सकते हैं.'


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