'हनी ट्रैप' में फंसे DRDO के वैज्ञानिक का होगा पॉलीग्राफ टेस्ट, एटीएस ने कोर्ट से मांगी इजाजत
Honey Trap Case: डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरूलकर (Pradeep Kurulkar) और जिस पाकिस्तानी महिला के साथ जानकारी साझा की गई, उसने उस महिला के साथ की गई कई चैट को डिलीट कर दिया है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र एटीएस (Maharashtra ATS) ने मंगलवार को पुणे के सेशन कोर्ट में एक अर्जी दायर कर डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी है. बता दें कि प्रदीप कुरुलकर को पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव (पीआईओ) के कथित तौर पर हनी ट्रैप में फंसने के बाद गोपनीय जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
एटीएस के सूत्रों की मानें तो डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरूलकर और जिस पाकिस्तानी महिला के साथ जानकारी साझा की गई, उसने उस महिला के साथ किए गए कई चैट को डिलीट कर दिया है. एटीएस एफएसएल की मदद से उन तमाम डिलीट किए गए चैट्स को रिट्रीव करने का प्रयास कर रही है.
एफएसएल को कुछ डाटा हुआ बरामद
सूत्रों में यह भी दावा किया है कि एफएसएल को कुछ डाटा बरामद हुआ है जो अत्यधिक संवेदनशील जानकारी के आदान-प्रदान का संकेत देते हैं और कुछ ऐसे तथ्य हैं जिनका कुरुलकर ने खुलासा नहीं किया है. इसलिए, हम उससे और जानकारी प्राप्त करने के लिए पॉलीग्राफ़ टेस्ट करवाना चाहते हैं.
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि उनकी जांच के दौरान वो कई पहलुओं को देख रहे हैं जिसमें कुरुलकर से मिलने के लिए डीआरडीओ गेस्ट हाउस में कई महिलाओं का आना भी शामिल है. कुरुलकर कई बातों का खुलासा नहीं कर रहा है. जांच एजेंसियों को यह भी शक है कि वो उस पाकिस्तानी महिला से विदेश में मिला था और सेक्सुअल फेवर मिले इसके लिए उसने उससे बहुत सी बातें कहीं हो सकती हैं.
एटीएस कुरूलकर के बैंक स्टेटमेंट की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक किसी भी संदिग्ध लेनदेन की पहचान नहीं हुई है हालांकि, इस तरह के मामलों में, पैसे पाने के लिए कई सारे चैनलों जैसे कि हवाला या किसी तीसरे पक्ष को शामिल कर एक जगह से दूसरी जगह के ज़ाया जाता है. एटीएस ने कहा कि उसके बैंक अकाउंट की जांच के दौरान उसमें से कोई भी ऐसे लेन देन की बात सामने नहीं आ रही है.
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