नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में है, भारत उसे वापस लाने के लिए जी-जान से जुटा है और पाकिस्तान उसकी जान लेना चाहता है. भारत की कूटनीति के सामने मजबूर होकर पाकिस्तान ने जाधव की मां और पत्नी की मुलाकात उससे कराई लेकिन वहां जो हुआ सभी को पता है. इसके बाद हर भारतीय दुख और गुस्से में है लेकिन पाकिस्तान अब भी बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान ने कहा कि कुलभूषण जाधव के आतंकी होते हुए भी हमने मानवीय आधार पर उसकी मुलाकात मां व पत्नी से कराई.




पाकिस्तानी मीडिया की आवाज
जाधव की पत्नी और मां के साथ पाकिस्तानी मीडिया के मेंटल टॉर्चर के खिलाफ अब खुद पाकिस्तानी मीडिया ने ही आवाज उठाई है. द डॉन न्यूज अखबार के हसन बिलाल जैदी ने ट्वीट करते हुए कहा, रिपोर्टर्स दोनों महिलाओं पर तंज कस रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने इन महिलाओं को कातिल से जोड़ा. पत्रकारों ने उस दिन बेहद खराब व्यवहार किया.

पाकिस्तानी पत्रकार गुल बुखारी ने जाधव की मां और पत्नी से अपमानजनक व्यवहार करने वाले पत्रकारों को नसीहत देते हुए ट्वीट किया- 'न्यूजरूम कृपया अपने रिपोर्टर्स को रिपोर्टिंग की नीतियां सिखाएं. ये शर्मनाक है और किसी भी हाल में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता."

WION न्यूज के ब्यूरोचीफ तहा शाह सिद्दीकी ने ट्वीट करते हुए लिखा हैं कि 'मैं इस बात से बेहद नफरत करता हूं, जो मेरे साथी जर्नलिस्ट ने किया. कभी-कभी हम ऐसी स्टोरी करते हैं, जो हमें घृणा करने वाला बना देती है. ये एक ऐसा ही दिन था. लेकिन, ये इसलिए नहीं था कि मैंने क्या न्यूज कवर की?ये इसलिए था कि मेरे साथी जर्नलिस्ट ने एक मां और पत्नी के साथ कैसा व्यवहार किया? जब वे फॉरेन ऑफिस की बिल्डिंग से निकलीं तो उन पर तंज कसे गए. ये बेहद शर्मनाक था."



किया था मेंटल टॉर्चर
कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी का प्रीप्लांड तरीके से मीडिया के जरिए मेंटल टॉर्चर कराया गया. इतना अपमानित कराया कि बेअदबी की इंतहां हो गई. जहर बुझे सवालों ने कुलभूषण जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतना जाधव के दिलोदिमाग को जो ठेस पहुंचाई वो ताउम्र इनको याद रहेगी. पाकिस्तानी पत्रकारों ने वो सारे सवाल किए जिससे जाधव की मां और पत्नी को अपमानित किया जा सके. पाकिस्तान ने भारत से किए सभी वादों से मुकरते हुए जाधव की मां और पत्नी के अपमान करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा.



सुषमा ने बताया
सुषमा स्वराज ने संसद में कहा कि मुलाकात से पहले दोनों देशों में समझौता हुआ था कि पाकिस्तानी मीडिया को जाधव की मां और पत्नी के करीब नहीं आने दिया जाएगा, पाकिस्तान उस वक्त तो मान गया लेकिन जब समझौते को निभाने की बारी आयी तो वो साफ मुकर गया. पाकिस्तानी प्रेस को ना केवल परिवार के करीब आने का मौका दिया गया बल्कि मीडिया ने भारतीय महिलाओं को तरह-तरह के अपशब्दों से संबोधित करके परेशान किया. ताने-उलाहने दिए गए, उन पर झूठे आरोप लगाए गए और उनके सामने जाधव को जबरन आरोपी सिद्ध करने की कोशिश की गयी.

सुषमा ने कहा कि अपनी मां को देखते ही कुलभूषण का चेहरा उड़ गया, मां के गले में ना तो मंगलसूत्र था, ना उनके माथे पर बिंदी थी, वो एकदम सन्न रह गए. मां के गले में मंगलसूत्र और माथे पर बिंदी ना होने का एक ही मतलब था. उन्होंने अपनी मां से पूछा - बाबा कैसे हैं? कुलभूषण की मां के हवाले से सुषमा ने बताया- माथे पर बिंदी और मेरे गले में मंगलसूत्र ना होने के कारण उसे ये शक हो गया कि शायद उसके पीछे से कोई अशुभ घट गया है और ये कहते-कहते उनका गला भर आया.



पाकिस्तान दे रहा है सफाई
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कुलभूषण जाधव के मामले पर संसद में जो बयान दिया उससे पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है. पाकिस्तान मानवता के ढ़ोंग का पर्दाफाश होने पर अपमान करने के आरोपों को आधारहीन बता रहा है. लेकिन पाकिस्तान की नीयत पर शक कैसे ना किया जाए, ये तो उसकी बदनीयती ही थी जिसकी वजह से एक बेटे को अपनी मां से पूछना पड़ा कि उसके पिता हैं भी या नहीं. मां और पत्नी को बेइज्जत करने वाला पापी पाकिस्तान दुनिया भर में अपनी अच्छाई का झूठा ढिंढोरा पीट रहा है. इस दुनिया का शायद ही कोई ऐसा देश होगा जो अंदर से टूटी-बिखरी दो महिलाओं को बुलाएगा और फिर उन्हें चोट पहुंचाएगा, अपमानित करेगा? एक बुजुर्ग औरत को ‘कातिल की मां’ का नाम देगा और एक पत्नी से ड्रेस-कोड के बहाने उसके सुहाग की निशानी और जूते उतरवाएगा? ऐसा सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकता है.