Chandrayaan-3 : एक ओर जहां भारत का चंद्र मिशन 'चंद्रयान-3' चांद पर सफलतापूर्व लैंड हो गया है. वहीं, दूसरी ओर पड़ोसी देश पाकिस्तान कमजोर अर्थव्यवस्था, कर्ज और धार्मिक अतिवाद-प्रेरित राजनीति से जूझ रहा है. पाकिस्तानी पत्रकार कैसर रशीद ने डेली टाइम्स में अपने एक आर्टिकल में कहा कि जहां भारत ने इसरो से लेकर आईटी तक पर ध्यान केंद्रित करके आधुनिक शिक्षा प्रणाली को अपनाया. वहीं, पाकिस्तान अपने आंतरिक संघर्ष और रूढ़िवाद से जूझ रहा है.


इकोनोमिक टाइम्स के मुताबिक कैसर ने कहा, "सरकारों को कमजोर करने के लिए धार्मिक भावनाओं को प्रदर्शनों और रैलियों में तब्दील करने से न केवल राजनीतिक सरकारों का संकल्प कमजोर हुआ है, बल्कि इस तरह की रणनीति ने धार्मिक कट्टरपंथियों ने देश की प्रगति को रोका है. यहां पश्चिम की झलक दिखाने वाली किसी भी चीज को गैर-इस्लामिक कहकर उसका मजाक उड़ाया जाता है."


आंतरिक कलह के कारण खो गया पाकिस्तान का चंद्रयान


कैसर रशीद ने अपने आर्टिकल में कहा, "पाकिस्तान का चंद्रयान अदूरदर्शिता, आंतरिक कलह और दुनिया की जरूरतों की समझ की कमी के कारण खो गया है."


हर क्षेत्र में आगे निकला भारत


सिर्फ पत्रकार ही नहीं बल्कि जनता भी भारत की कामयाबी पर अपनी सरकार को कोस रही है. वहीं, राजनेता भी भारत को बधाईयां दे रहे हैं. एक पाकिस्तान शख्स न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, " मुल्क की हिफाजत करने वाले ही, मुल्क को खा रहे हैं. ऐसे में हम भारत की बराबरी नहीं कर पाएंगे. भारत, पाकिस्तान के मुकाबले बहुत आगे निकल गया है. दोनों देशों के बीच कोई मुकाबला नहीं है. भारत का स्पेसक्राफ्ट चांद पर ही नहीं बल्कि एक दिन मंगल पर जाएगा."


पाकिस्तान में हो लैंडिंग का टेलीकास्ट


इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने भी भारत को चंद्रयान मिशन को लेकर बधाई दी और पाकिस्तानी मीडिया से कहा कि वे चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट करे.


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