ह्यूस्टन: अमेरिका की एक सप्ताह की यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के तेल और गैस क्षेत्र की कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक की. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीरी पंडितों, सिखों और दाऊदी बोहरा के एक-एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी आज रात को 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहेंगे. दोनों नेता 50,000 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकी लोगों को संबोधित करेंगे.
10 बड़ी बातें
1. ह्यूस्टन एनआरजी फुटबॉल स्टेडियम में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम का आयोजन होगा. पोप को छोड़कर, किसी निर्वाचित विदेशी नेता के अमेरिका दौरे पर लोगों का यह सबसे बड़ा जमावड़ा होगा. जार्ज बुश अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के तुरंत बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘हाउडी ह्यूस्टन ! यहां ह्यूस्टन में दोपहर है. आज और कल इस गतिशील और ऊर्जावान शहर में कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला को लेकर उत्सुक हूं.’’
2. प्रधानमंत्री मोदी हिंदी में भाषण देंगे और इसका अनुवाद डिस्प्ले पर दिखाया जाएगा. पीएम मोदी के पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भाषण होगा. भाषण 30 मिनट का होगा और भारतीयों के अमेरिका के विकास में योगदान पर केंद्रित होगा.
3. ऐसा पहली बार होगा कि अमेरिकी धरती पर राष्ट्रपति औऱ भारतीय पीएम की मुलाकात न्यूयॉर्क या वाशिंगटन से बाहर होगी और दोनों किसी जनसभा को साथ संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में केवल राष्ट्रपति ट्रंप ही नहीं बल्कि उनकी विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं समेत कई कांग्रेस सदस्य भी शरीक होंगे. आयोजन के बाद पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के साथ अलग से संवाद-मुलाकात भी करेंगे.
4. पीएम मोदी के भाषण से पहले 90 मिनट के यानी तकरीबन डेढ़ घंटे के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. एनआरजी स्टेडियम में जब पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति आएंगे तो उससे ठीक पहले, तो 400 कलाकर जो 27 टीमों में बाटें गए हैं वो पूरे 90 मिनट के कार्यक्रम में अपनी अलग-अलग प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे. "वोवन" में गीत, संगीत, नृत्य के अलावा मल्टीमीडिया और लेजर शो भी होगा जो कार्यक्रम में निरंतरता प्रदान करेगा.
पीएम मोदी ने ऊर्जा कंपनियों के 16 CEO से की मुलाकात, 50 लाख टन LNG का हुआ करार
5. सिंधी, बलोच और पख्तून समूह के प्रतिनिधि अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित एनआरजी स्टेडियम के सामने एकसाथ प्रदर्शन करेंगे. ये लोग पाकिस्तान से आजादी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान आकर्षित कराएंगे. अमेरिका में अपनी तरह के इस पहले प्रदर्शन में तीनों समुदाय के लोग एक साथ पाकिस्तान से आजादी के लिए भारत और अमेरिका के नेताओं से मदद की गुहार लगाएंगे. जिय सिंध मुताहिदा मुहाज़ के जफर सहितो ने कहा, ‘‘यह सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों-स्वतंत्र विश्व के नेताओं की ऐतिहासिक रैली है. हम सिंध के लोग पाकिस्तान से आजादी चहते हैं. जिस तरह से 1971 में भारत ने बांग्लादेश की आजादी में मदद में की, हम वैसे सिंध के लिए अलग देश चाहते है.’’
6. अमेरिका में रह रहे भारतीय अमेरिकी समुदाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रविवार को ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम को संबोधित करने को लेकर बेहद उत्साहित है. समुदाय का मानना है कि यह कार्यक्रम दर्शाता है कि कश्मीर को लेकर भारत की नीति का अमेरिका समर्थन करता है.
7. प्रधानमंत्री मोदी ने ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ मुलाकात के बाद ट्वीट किया , ‘‘ यह संभव नहीं है कि ह्यूस्टन आएं और ऊर्जा पर बातचीत ना हो. ऊर्जा क्षेत्र के शीर्ष सीईओ के साथ शानदार बातचीत हुई. हमने ऊर्जा क्षेत्र में अवसर उत्पन्न करने के तरीकों पर चर्चा की.’’विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि बैठक में 17 वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल हुए. इन कंपनियों की उपस्थितिक 150 देशों में है और इनका सामूहिक नेटवर्थ 1,000 अरब डॉलर है.
8. अमेरिका की प्राकृतिक गैस कंपनी टेल्यूरियन इंक और भारत की पेट्रोनेट एलएनजी कंपनी लि. (पीएलएल) ने एक सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत पीएलएल और उसकी सहायक इकाइयां अमेरिका से सालाना 50 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का आयात करेंगी.
9. ह्यूस्टन के बाद पीएम मोदी न्यूयार्क जाएंगे जहां वह 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे. मोदी मंगलवार को ट्रंप से न्यूयार्क में मिलेंगे . पिछले चार महीने में दोनों नेताओं की यह चौथी बैठक होगी. न्यूयॉर्क की बैठक से आगामी वर्षों के लिए दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की दिशा तय होने की संभावना है . उम्मीद है कि दोनों नेता बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार विवाद के समाधान के प्रयास, रक्षा और ऊर्जा समझौते और अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया सहित विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं.
10. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी अमेरिका में हैं. खान 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं. उनकी मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी.