पाकिस्तानी आतंकी अली बाबर ने मीडिया से बातचीत में कश्मीर में जिहाद के नाम पर आतंक फैलाने की पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन, लश्कर ए तैयबा के बारे में कई बड़े खुलासे किए हैं.
- पाकिस्तानी सेना के मुज्जफराबाद स्थित सैन्य कैंप में फरवरी 2019 में तीन हफ्ते की ट्रेनिंग दी गई. कुल 09 पाकिस्तानी लड़कों को उसके साथ ट्रेनिंग दी गई थी. सभी को कश्मीर में जिहाद के लिए तैयार किया गया. पाकिस्तानी सेना के एक सूबेदार ने मिलिट्री ट्रेनिंग दी.
- लश्कर ए तैयबा में शामिल होने के लिए आईएसआई ने 20 हजार रुपये दिए थे. बाकी 20 हजार और देने थे कश्मीर में दाखिल होने के बाद.
- आईएसआई और लश्कर के लिए काम करने वाले एक लड़के से सियालकोट में एक फैक्ट्री में काम करते हुए मुलाकात हुई थी.
- यतीम और जरूरतमंदों लड़कों को ही लश्कर में शामिल किया जाता है. मेरे पिता का इंतकाल हो चुका था. घर में कमाने वाला अकेला था. इसलिए पैसों के लिए कश्मीर में जिहाद के लिए तैयार हो गया.
- भारतीय सेना जब उरी लेकर आई तब देखा कि बाजार में सभी कश्मीरी खुश हैं. जबकि हमें ये कहकर जिहाद के लिए तैयार किया गया था कि भारतीय सेना कश्मीरियों पर जुल्म करती है, उन्हें नमाज भी नहीं पढ़ने देती. जबकि उरी में भारतीय सेना के कैंप में पिछले दो दिनों से लगातार पांच समय की नमाज की अवाज सुनाई देती है.
- मैं पाकिस्तानी सेना और आईएसआई से गुजारिश करता हूं कि मुझे वापस बुला लिया जाए.
- भारतीय सेना में मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया. मेरे पर कोई जुल्म नहीं किया
- पांच साथियों के साथ18 सितबंर को एलओसी पर घुसपैठ करने की कोशिश की थी. भारतीय सेना ने देख लिया और हम पर फायरिंग की तो, मेरे चार साथी वापस पाकिस्तान की तरफ भाग गए. पाकिस्तानी सेना ने इस दौरान भारतीय चौकियों पर फायरिंग भी की थी. मैं और मेरा साथी बचने के लिए भारतीय सीमा में एक नाले में कूद गए. मेरे साथी ने भारतीय सैनिकों पर फायरिंग की.
- 25 सितबंर को मेरा साथी जब भारतीय सेना की फायरिंग में मारा गया तो मैं बहुत डर गया और मैने भारतीय सैनिकों से ना मारने के लिए आवाज लगाई. 26 सितबंर की सुबह मैंने भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया.
- पकड़े जाने के बाद भारतीय सेना ने मेरे साथ कोई गलत व्यवहार या फिर जुल्म नहीं किया. मैं पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और लश्कर ऐ तैयबा से गुजारिश करता हूं कि भोले भाले लड़कों को जिहाद के लिए ना उकसाएं. मैं पाकिस्तानी सेना से अपील करता हूं कि मुझे वापस बुला लें.