नई दिल्ली: पालघर साधु हत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने का महाराष्ट्र सरकार ने विरोध किया है. राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जवाब में कहा, ''CID ने 2 चार्जशीट दाखिल की है. विभागीय जांच भी हुई है. एक इंस्पेक्टर को बर्खास्त किया गया. एक SI और एक हेड कांस्टेबल को जबरन रिटायर किया गया. 15 और पुलिसवालों को न्यूनतम वेतन की सज़ा दी गई है.''


बता दें कि पालघर के गढ़चिंचले गांव में इसी साल 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वे लोग सूरत जा रहे थे.


पुलिस ने तब बताया था कि इस मामले में करीब 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 11 किशोरों को हिरासत में लिया गया. मामले की जांच महाराष्ट्र सीआईडी को सौंपी गई थी जिसने अदालत में आरोपपत्र दाखिल किये हैं.


बता दें कि कई साधुओं और संतों ने पालघर में दो साधुओं की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की मांग करते रहे हैं. आज ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि इस घटना की सीबीआई जांच की मांग हम पहले भी कर चुके हैं और आज फिर कर रहे हैं.


गिरि ने कहा, “साधु-संत कहीं भी असुरक्षित नहीं हैं, विशेषकर उत्तर प्रदेश में तो बिल्कुल भी असुरक्षित नहीं हैं. अगर साधु सुरक्षित नहीं हैं, तो महाराष्ट्र में. पालघर में जिस तरह से साधुओं को दौड़ा-दौड़ा कर मारा गया, ऐसी घटना और किसी भी प्रांत में नहीं हुई.''