मुंबई: महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते हुए कोरोना के मामले को देखते हुए महाराष्ट्र में एक मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े हुए लोगों को घरों से बाहर काम के लिए आने-जाने की इजाजत है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने अपने निवास से यात्रा कर सिद्धिविनायक मंदिर जाकर प्रदर्शन की बात की है. यह प्रदर्शन ठीक 1 साल पहले पालघर में हुए साधुओं की निर्मम हत्याकांड के मामले में न्याय की गुहार के लिए है.
इस बीच बीजेपी विधायक और प्रवक्ता राम कदम को मुंबई पुलिस का नोटिस मिला है. संचारबंदी के दौरान प्रदर्शन करने, पद यात्रा करने पर कानूनी कार्रवाई का नोटिस उन्हें मुंबई पुलिस की ओर से थमाया गया है. गौरतलब है कि पालघर साधुओं के हत्याकांड के एक साल पूरे होने पर 16 अप्रैल को बीजेपी नेता राम कदम न्याय की गुहार लगाने भगवान सिद्धिविनायक मंदिर जाना चाहते थे.
राम कदम ने कहा था कि सभी नियमों का पालन करते हुए मंदिर जाएंगे और सरकार से पूछेंगे की साधुओं के निर्मम हत्याकांड को एक साल पूरे हो गया, न्याय कब मिलेगा? राम कदम ने कहा, 'मुंबई पुलिस की नोटिस एक तरफ और साधुओं को न्याय एक तरफ. सिद्धिविनायक मंदिर जाने से रोकने की नोटिस हमें और साधुओं को महाराष्ट्र सरकार ने आज शाम को दी है. इसके बावजूद भी हम सभी नियमों का पालन करते हुए सुबह 8.30 बजे खार स्थित निवास से सिद्धिविनायक मंदिर जाएंगे.'
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल 2020 को दो साधुओं समेत कुल 3 लोगों की निर्मम हत्या हुई थी. पालघर के गड़चिंचले गांव में 16 अप्रैल की रात को हुई वारदात के वीडियो ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. घटना के एक वीडियो में 65 वर्षीय महंत भीड़ से अपनी जान बचाने के लिए पुलिस का हाथ थामे चल रहे थे लेकिन पुलिसकर्मी ने इनका हाथ छुड़वाकर कथित रूप से उन्हें भीड़ को सौंप दिया.
इसके बाद इस भीड़ ने जूना अखाड़े के दो साधुओं महंत सुशील गिरी महाराज (35 वर्ष), महंत महाराज कल्पवृक्ष गिरी (65 वर्ष) और ड्राइवर निलेश तेलगडे (30 वर्ष) की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में सीआईडी ने दहाणु कोर्ट में दो अलग-अलग चार्जशीट दाखिल की है. सीआईडी ने 126 लोगों के खिलाफ पहली चार्जशीट 4995 पन्नों की जबकि 5921 पन्नों की दूसरी चार्जशीट अदालत में दाखिल की. मामले में अब तक 165 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.