Panama Paper Leak Case: बॉलीवुड के सबसे चर्चित अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पनामा पेपर लीक (Panama Paper Leak) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन को समन भेजा है. ED सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि ऐश्वर्या राय FEMA के तहत दिए गए नोटिस में आज ईडी के सामने पेश नहीं होंगी. इसके लिए उन्होंने ईडी मुख्यालय को पत्र लिखा है.


ED ने फेमा के तहत ऐश्वर्या राय को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए दिल्ली मुख्यालय बुलाया था. लेकिन ऐश्वर्या पेश नहीं होंगी, तो अब ईडी नया नोटिस जारी करेगा. इस पूरे मामले का आखिर अभिताभ बच्चन से क्या है कनेक्शन, यहां हम आपको जानकारी देते हैं.


क्या है पूरा मामला
अमिताभ बच्चन ने चार शेल कंपनी बनाई थी. यह चारों शिपिंग कंपनी थी. इसमें अभिषेक बच्चन को डायरेक्टर बनाया गया था. इस मामले में उनका बयान डेढ़ महीने पहले ही दर्ज किया जा चुका है. साल 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड पर एक कंपनी में ऐश्वर्या राय बच्चन को डायरेक्टर बनाया गया था. ऐश्वर्या के माता, पिता और भाई को भी डायरेक्टर बनाया गया था. ऐश्वर्या बाद के सालों में शेयर होल्डर बन गई थी. साल 2008 में कंपनी बंद कर दी गई. आरोप है कि टैक्स बचाने के लिए यह शेल कंपनी बनाई गई.


अब सवाल यह कि एक्टिंग का पेशा रखने वाले बच्चन परिवार ने शिपिंग कंपनी क्यों बनाई? यह बच्चन परिवार ही बता सकता है. ED सूत्र इसे मनी लॉन्ड्रिंग का अनूठा उदाहरण मान रही है. पनामा पेपर लीक से खुलासा हुआ था और 930 सेल कंपनियों की जानकारी आई थी. ये 20 हजार करोड़ के टैक्स चोरी का मामला हो सकता है. ED ने PMLA के तहत मामला दर्ज किया है. विशेष SIT टीम में ED अधिकारी के अलावा अन्य एजेंसियों से जुड़े अधिकारी भी जांच का हिस्सा हैं.


पनामा पेपर्स में फ्रॉड और टैक्स चोरी करने वाले दुनिया के कई नामी लोगों के बारे में जानकारी है. इस लीक दस्तावेज को पहले सबसे जर्मनी के एक अखबार Suddeutsche Zeitung ने हासिल किया था. करीब 12000 ऐसे दस्तावेज हैं, जो भारतीयों से जुड़े हैं. इससे पहले साल 2016 में भी Mossack Fonseca के दस्तावेज लीक हुए थे, जिसमें 500 से ज्यादा भारतीयों के नाम थे.