Pangong Lake Bridge: पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील पर चीन के बनाए जा रहे दूसरे पुल की पुष्टि करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पुल 1960 के दशक से चीन के अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों में हैं. हमने अपने क्षेत्र में इसे स्वीकार नहीं किया है. इसके अलावा ना ही हमने अनुचित चीनी दावे या ऐसी किसी निर्माण गतिविधियों को स्वीकार किया है. 


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, केंद्र सरकार ने कई बार साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न अंग हैं. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि देश भारत की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार की नजर भारत की सुरक्षा को प्रभावित करने वाली सभी घटनाओं पर रहती है और इसके लिए सभी जरूरी कदम भी उठाती है. बता दें, सैटेलाइट तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ कि पैंगोंग लेक पर चीन एक ब्रिज तैयार कर रहा है. 


इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. जिसमें उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर सरकार और पीएम मोदी इस मामले पर क्यों चुप हैं?


राहुल गांधी का सरकार पर तंज


राहुल गांधी हमेशा से ही चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते आए हैं. फिर चाहे वो गलवान घाटी का मामला हो या फिर चीनी सैनिकों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की खबरें, हर बार राहुल गांधी ने सरकार से सवाल पूछे हैं. इस बार पैगोंग लेक पर ब्रिज बनाए जाने की रिपोर्ट्स पर राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, "चीन ने पैंगोग लेक पर पहला ब्रिज बनाया, सरकार ने कहा - हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं. चीन ने पैंगोंग पर दूसरा ब्रिज बनाया, सरकार ने कहा - हम नजर बनाए हुए हैं. भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय संप्रुभता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है. एक कायर और विनम्र प्रतिक्रिया से काम नहीं चलेगा. पीएम को देश का बचाव करना चाहिए.


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