चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल के शीर्ष नेताओं की तुलना भयभीत खरगोश से करते हुए कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का डर सता रहा है और उनके छिपने के लिए बिल नहीं है.


तीन राज्यों में हाल ही में बनी कांग्रेस की सरकारों द्वारा संबंधित राज्यों के किसानों की कर्जमाफी की घोषणा को शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 'धोखा' करार दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी आयी है. कैप्टन ने कहा कि फाजिल्का में अकाली दल पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में बादल की यह टिप्पणी नाटकीय है .


सुखबीर सिंह बादल और उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का हवाला देते हुए कैप्टन ने कहा, ‘‘आगामी लोकसभा चुनावों में हार को देखते हुए बादल (पिता पुत्र) भयभीत खरगोश के समान इधर से उधर भाग रहे हैं और उनके छिपने के लिए कोई बिल (ठिकाना) नहीं है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर वह लोगों को धोखा देने का प्रयास लगातार करते रहे तो मतदाता हमेशा के लिए उन्हें राजनीति के गर्त में फेंक देंगे.’’


मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की नयी कांग्रेस सरकार ने कर्ज माफी की घोषणा की है क्योंकि पार्टी ने तीनों राज्यों में चुनाव से पहले इसका वादा किया था. इससे पहले कैप्टन की अपनी कांग्रेस सरकार ने पंजाब में किसानों का कर्ज माफ किया था लेकिन शिअद कहता आ रहा है कि जो वादा किया गया था यह कर्ज माफी उसका एक छोटा हिस्सा है.


कैप्टन ने कहा कि उनकी सरकार ने अबतक चार लाख 28 हजार से अधिक किसानों के बीच कर्ज माफी के तौर पर 3595 करोड़ रूपये से अधिक वितरित किये हैं. मुख्यमंत्री ने याद कराया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया है कि अगर पार्टी 2019 लोकसभा चुनावों में जीत कर सत्ता में आती है तो पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘दस साल तक बादलों ने सूबे के किसानों की दुर्दशा की कोई सुध नहीं ली और अब वह उनके लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.’’


कैप्टन ने कहा, ‘‘शिअद पूरी तरह से पंजाब में हाशिये पर आ गया है और उनके सहयोगी भाजपा की राजनीतिक जमीन भी स्पष्ट रूप से खिसक रही है ऐसे में शिअद प्रमुख लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक रूप से अलग थलग पड़ने से बचने के लिए रास्ते तलाश कर रहे हैं .''