श्रीनगर: 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में बंद पड़ी इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने और जम्मू पठानकोट हाईवे पर नए टोल प्लाजा बनाने के खिलाफ शनिवार को पैंथर्स पार्टी के जम्मू बंद के आवाहन का कोई असर नहीं दिखा. वहीं, प्रदर्शन कर रहे पैंथर्स पार्टी कार्यकर्ताओ की पुलिस से धक्कामुक्की हुई जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.


पैंथर्स पार्टी ने जम्मू बंद का आवाहन करीब हफ्ते भर पहले किया था और जम्मू की सभी राजनैतिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनो को साथ आने की अपील की थी. पैंथर्स पार्टी का दावा है कि जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट बंद होने से छात्रों, आम लोगो के साथ साथ व्यापार पर बुरा असर पड़ा है. इंटनेट सेवाएं बंद होने से जम्मू कश्मीर के व्यापारियों को करोड़ो रुपये का नुक्सान हुआ है.


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वहीं, पैंथर्स पार्टी का यह भी आरोप था कि केंद्र सरकार जम्मू-पठानकोट हाईवे पर कई नए टोल प्लाजा खोल कर लोगो पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है. पार्टी का कहना है, "जम्मू कश्मीर एक पर्यटक स्थल है और यहां साल भर में करोड़ों भक्त माता वैष्णो देवी और अमरनाथ के दर्शनों के लिए आते हैं और यह टोल लगा कर सरकार पर्यटन की कमर तोड़ रही है."


शनिवार को इस बंद को सफल बनाने के लिए पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ता सड़को पर उतरे, लेकिन इससे पहले कि वो यह बंद सफल बना पाते वहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोका जिसके बाद पैंथर्स कार्यकर्ताओ और पुलिस की धक्का मुक्की हुई.


इस धक्कामुक्की के बाद पुलिस ने पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ताओ को हिरासत में ले लिया. बंद के आह्वान के बावजूद सार्वजिनिक वाहन सड़को पर सामान्य रूप से चल रहे थे और स्कूल, कॉलेज, दुकाने और दफ्तर भी खुले रहे.


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