Paper Leak Row: NEET में चीट के कितने कैरेक्टर? भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले किरदार आए सामने, चिंटू का बड़ा खुलासा
CBI Investigation In Paper Leak Case: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई के हवाले कर दी. जिसके बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं.
NEET Paper Leak Case: देश में इन दिनों पेपर लीक का मामला सुर्खियां बना हुआ है. NEET UGC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं. मामले में अब सीबीआई की एंट्री हो चुकी है और अब तक 30 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. इन्हीं में से झारखंड से एक चिंटू नाम के आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया कि पेपर कैसे लीक हुआ.
उसने बताया कि एसबीआई से ओएसिस स्कूल जाते वक्त पेपर लीक हुआ. सबसे पहले हजारी बाग के एक प्रोफेसर के पास पेपर पहुंचा जिन्होंने संजीव मुखिया को पेपर भेजा. संजीव ने अपने किसी रिश्तेदार को ये पेपर दिया. इसके बाद पेपर और आंसर की चिंटू को भेजी गई, फिर पेपर का प्रिंट लेकर छात्रों को रटने के लिए दे दिया गया. सीबीआई की रडार पर एनटीए के कई अधिकारी भी हैं. वहीं, सीबीआई की दो टीमें बिहार और गुजरात पहुंची हैं.
चिंटू की डायरी में क्वेश्चन पेपर और आंसर के लिखे रेट
इसके साथ ही चिंटू के पास एक डायरी भी मिली है जिसमें हिसाब किताब लिखा हुआ है. इस डायरी में क्वेश्चन पेपर और आंसर का रेट लिखा हुआ है जो 30 से 60 लाख रुपये है.
कितने काले किरदार
झारखंड के किरदारों की बात की जाए तो इसमें हजारीबाग का प्रोफेसर शामिल है, जिस पर पेपर लीक कराने का आरोप लगा है. संजीव मुखिया का नाम सामने आया है जो परीक्षा माफिया है. इसके बाद चिंटू सिंह है जिसको संजीव मुखिया से मिला पेपर भेजा गया फिर पिंटू सिंह है जिसने पेपर का प्रिंट लेकर छात्रों को दिया.
जांच की आंच किन राज्यों तक पहुंची
इस मामले में बिहार से 13, झारखंड से 6, गुजरात से 5 और महाराष्ट्र में 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अभी कई और गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं. मामले में अभी भी सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है कि आखिरकार ये पेपर लीक कहां से हुआ. जिन लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं उससे इतना पता चल पाया है कि इन तर पेपर पहुंचा लेकिन ये पेपर इन लोगों तक कैसे पहुंचा ये अभी भी सवाल है.
पेपर लीक मामले को लेकर बड़ी अपडेट
इस मामले में बिहार ईओयू ने मंत्रालय को सौंप दी है. शित्रा मंत्रालय ने ये केस सीबीआई को सौंप दिया है. इसके साथ ही सीबीआई ने 120बी, 420 के तहत केस दर्ज किया. मामले में बिहार के 17, गुजरात के 30 छात्रों को परीक्षा से बाहर करने का नोटिस भी जारी कर दिया है. वहीं, 1563 में से 750 छात्रों ने री-एग्जाम नहीं दिया. हरियाणा के झज्जर सेंटर से 42 प्रतिशत ग्रेस मार्क्स वाले बच्चे गायब हैं. बिहार के नावादा में सीबीआई जांच की टीम पर गांववालों ने हमला कर दिया. महाराष्ट्र के लातूर में 4 एफआईआर दर्ज हुई और दो आरोपी जलील पठान और संजय जाधव गिरफ्तार भी हुए.
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