नित्यानंद के कैलासा के साथ समझौता करना पड़ा महंगा, पराग्वे ने अधिकारी पर लिया ये एक्शन
Paraguay Kailasa Deal: कैलासा के साथ समझौता करना पराग्वे के एक अधिकारी को महंगा पड़ गया. इतना ही नहीं कैलाशा के अधिकारियों ने पराग्वे के मंत्री कार्लोस जिमेनेज से भी मुलाकात की थी.
Paraguay Sacks Official: पराग्वे ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी को बर्खास्त कर दिया है. आरोप है कि अधिकारी ने एक देश के साथ सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसका कोई अस्तित्व नहीं है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने भारत से फरार नित्यानंद के कैलासा के साथ डील की थी.
न्यूज़ एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, बर्खास्त अधिकारी अर्नाल्डो चामोरो देश के कृषि मंत्री के स्टाफ प्रमुख के रूप में तैनात थे. इस संबंध में उन्होंने गुरुवार (30 नवंबर) को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें 'संयुक्त राज्य कैलासा' के कथित अधिकारियों के साथ दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है.
'पराग्वे की मदद करने की जताई इच्छा'
अधिकारी ने मूर्ख बनने की बात स्वीकार करते हुए कहा, "वे (अधिकारी) आए और पराग्वे की मदद करने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने कई परियोजनाएं पेश कीं, हमने उनकी बात सुनी और बस इतना ही."
पराग्वे के मंत्री से भी की मुलाकात
चमोरो ने कहा कि फर्जी अधिकारियों ने मंत्री कार्लोस जिमेनेज से भी मुलाकात की. हालांकि, उनका मकसद किया था यह अभी पता नहीं चल सका. दोनों पक्षों की ओर से हस्ताक्षरित ज्ञापन में दोनों 'देशों' के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की परिकल्पना की गई थी.
मंत्रालय के लेटरहेड और आधिकारिक मुहर वाले दस्तावेज में कहा गया है कि पराग्वे हिंदू धर्म, मानवता और पराग्वे गणराज्य में उनके योगदान की प्रशंसा करता है. ज्ञापन में आगे सिफारिश की गई है कि पराग्वे की सरकार कैलासा के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना करने और संयुक्त राष्ट्र सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ इस एक संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता देना का समर्थन करती है.
मंत्रालय ने जताया अफसोस
इस बीच कृषि मंत्रालय ने अपनी गलती पर अफसोस जताया और कहा कि ज्ञापन को आधिकारिक नहीं माना जा सकता. वहीं, पराग्वे की मीडिया ने बताया कि कैलाशा की ओर दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने वाला परमशिवम एक भारतीय नागरिक था और क्रिमिल केस में वॉन्डेट था.
न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार कैलासा के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट की गई तस्वीरों में काल्पनिक देश के प्रतिनिधियों को साथ समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए भी दिखाया गया है.
कौन है नित्यानंद?
बता दें कि स्वयंभू संत स्वामी नित्यानंद साल 2019 में भारत से भाग गया था. उस पर रेप और किडनैपिंग जैसे कई गंभीर आरोप हैं. भारत से भागने के बाद उसने कथित तौर पर कैलासा नाम का एक देश बनाया था. हालांकि, इस देश का कोई अस्तिव नहीं है.
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