Antilia Case: एंटीलिया कांड पर जो चार्जशीट एनआईए ने दायर की है उसमें कई ऐसे तथ्य पढ़ने मिलते हैं जिससे साबित होता है कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह इस पूरे कांड के मास्टरमाइंड हैं. परमबीर के घर कई मीटिंग होने की बात सामने आती है. एंटीलिया कांड की घटना के बाद सचिन वाझे के साथ बंद कमरे में परमबीर सिंह छह-छह घंटा मीटिंग करते रहे. सरकार को गुमराह करने का काम परमबीर सिंह कर रहे थे.


झूठे आरोप लगाकर अनिल देशमुख को फंसाने की गई कोशिश


NIA परमबीर सिंह को बचाने का काम कर रही है जब यह पूरा मामला सामने आया तभी परमबीर सिंह का तबादला कर दिया गया. वहीं उसके बाद अनिल देशमुख पर परमबीर ने झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसाने की कोशिश की. अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए सचिन वाझे की पुलिस फोर्स में नियुक्ति पर सीएम उद्धव ठाकरे और दूसरे मंत्रियों के दबाव होने की बात परमबीर कर रहे हैं.


परमबीर संदेह के घेरे में हैं


परमवीर सिंह भारतीय जनता पार्टी के मोहरे की तरह काम कर रहे हैं इसलिए एनआईए उन्हें बचा रही है इससे साफ होता है. परमबीर खुद संदेह के घेरे में हैं और अपने आप को बचाने के लिए अब वो सचिन वाझे की नियुक्ति के मामले में मुख्यमंत्री समेत तमाम लोगों के नाम लेने का काम कर रहे हैं. साथ ही सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.


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