मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड: राफेल पर राष्ट्रपति ने सरकार को सराहा, कहा- एयरफोर्स की मजबूती बढ़ेगी
Parliament Budget Session 2019: सेना के शौर्य और बदलते हुए भारत का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया. राष्ट्रपति ने वन रैंक वन पेंशन को लेकर भी सरकार की पीठ थपथपाई.
नई दिल्ली: देश लोकसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ा है, आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है. मोदी सरकार के कार्यकाल का ये अंतिम बजट है, इसलिए इस वर्ष अंतरिम पेश किया जाएगा. बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति ने अभिभाषण के जरिए मोदी सरकार के साढ़े चार के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. राष्ट्रपति ने सरकार की उपलब्धियों को खुलकर गिनाया. राष्ट्रपति ने उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, सर्जिकल स्ट्राइक, मुद्रा योजना, दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना समेत कई योजनाओं और कार्यक्रमों के जरिए सरकार की सफलताओं को देश के सामने रखा.
राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले सबकी नजरें इस ओर टिकीं थीं कि क्या राष्ट्रपति अपने अभिभाषण में राफेल जैसे विवादित मुद्दे का जिक्र करेंगे? राष्ट्रपति ने अपने भाषण सेनाओं के शौर्य का जिक्र करते हुए राफेल मुदेद पर भी अपनी राय रखी. राष्ट्रपति ने कहा कि राफेल के आने से वायुसेना की ताकत और सुदृड़ होगी. राष्ट्रपति ने राफेल पर कहा, ''दशकों के अंतराल के बाद भारतीय वायुसेना, आने वाले महीनों में, नई पीढ़ी के अति आधुनिक लड़ाकू विमान-राफेल को शामिल करके, अपनी शक्ति को और सुदृढ़ करने जा रही है.''
दशकों के अंतराल के बाद भारतीय वायुसेना, आने वाले महीनों में, नई पीढ़ी के अति आधुनिक लड़ाकू विमान-राफेल को शामिल करके, अपनी शक्ति को और सुदृढ़ करने जा रही है — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2019
सेना के शौर्य और बदलते हुए भारत का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया. राष्ट्रपति ने कहा, ''बदलते हुए भारत ने सीमा पार आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके अपनी नई नीति और नई रीति' का परिचय दिया है. पिछले वर्ष भारत उन चुनिंदा देशों की पंक्ति में शामिल हुआ है जिनके पास परमाणु त्रिकोण की क्षमता है.''
राष्ट्रपति ने वन रैंक वन पेंशन को लेकर भी सरकार की पीठ थपथपाई. राष्ट्रपति ने कहा, ''हमारी सेनाएं और उनका मनोबल, 21वीं सदी के भारत के सामर्थ्य का प्रतीक है. मेरी सरकार ने चार दशकों से लंबित वन रैंक वन पेंशन की मांग को न सिर्फ पूरा किया बल्कि 20 लाख पूर्व-सैनिकों को 10,700 करोड़ रुपए से ज्यादा के एरियर का भुगतान भी किया है.''
और क्या बोले राष्ट्रपति? नोटबंदी का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ''कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान में नोटबंदी का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम था. इस फैसले ने कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था पर प्रहार किया और वह धन, जो व्यवस्था से बाहर था, उसे देश की अर्थव्यवस्था से जोड़ा गया.''
कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान में नोटबंदी का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम था।
इस फैसले ने कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था पर प्रहार किया और वह धन, जो व्यवस्था से बाहर था, उसे देश की अर्थव्यवस्था से जोड़ा गया — राष्ट्रपति कोविन्द — President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2019
जीएसटी को लेकर भी राष्ट्रपति ने सरकार को सराहा. राष्ट्रपति ने जीएसटी पर कहा, ''जीएसटी से देश में एक ईमानदार और पारदर्शी व्यापारिक व्यवस्था का निर्माण हो रहा है जिसका काफी बड़ा लाभ देश के युवाओं को मिल रहा है. इस व्यवस्था से व्यापारियों के लिए पूरे देश में कहीं पर भी व्यापार करना आसान हुआ है और उनकी कठिनाइयां कम हुई हैं.''
उन्होंने कहा, ''मैं देशवासियों को बधाई देता हूं कि शुरुआती दिक्कतों के बावजूद, देश के बेहतर भविष्य के लिए उन्होंने बहुत कम समय में एक नई प्रणाली को अपनाया. मेरी सरकार ने व्यापार जगत से मिल रहे सुझावों को ध्यान में रखकर जीएसटी में सुधार की प्रक्रिया को निरंतर जारी रखा है.''
राष्ट्रपति ने कहा, ''रक्षा उपकरणों के उद्यम स्थापित करके देश को सुरक्षित बनाने तथा युवाओं को नए अवसर देने के लिए तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. जल्द ही देशवासियों को अब तक की सबसे तेज गति की ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी''
रक्षा उपकरणों के उद्यम स्थापित करके देश को सुरक्षित बनाने तथा युवाओं को नए अवसर देने के लिए तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। जल्द ही देशवासियों को अब तक की सबसे तेज गति की ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2019
राष्ट्रपति ने कहा, ''इसरो के वैज्ञानिक और इंजीनियर, सैटेलाइट प्रक्षेपण में लगातार नए रिकॉर्ड बनाकर दुनिया में अपनी श्रेष्ठता साबित कर रहे हैं. मैं अपने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को राष्ट्र की ओर से 'मिशन गगनयान' के लिए शुभकामनाएं देता हूं.''