PM Modi Lok Sabha Speech Live: 'कुछ लोग अर्बन नक्सलियों की भाषा बोल रहे', पीएम मोदी का राहुल गांधी पर हमला
Budget Session: संसद के बजट सत्र 2025 में 04 फरवरी, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब लोकसभा में दे रहे हैं.
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, "कुछ लोगों को लगता है कि जब तक विदेश नीति पर चर्चा न करें तब तक मैच्योर नहीं लगते. ऐसे लोग एक किताब पढ़ें. किताब का नाम है- JFK'S FORGOTTEN CRISIS. इस किताब में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और अमेरिका के तब के राष्ट्रपति John F. Kennedy के बीच हुई चर्चाओं और निर्णयों का भी वर्णन है. जब देश ढेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब विदेश नीति के नाम पर क्या खेल हो रहा था इस किताब के माध्यम से सामने आ रहा है."
पीएम मोदी ने कहा, "हर समाज हर वर्ग के लोगों को जो उसके हक का है, वो उसे मिलना चाहिए. ये संतुष्टिकरण है. जो लोग तुष्टिकरण करते हैं वो नहीं समझ सकते. आज कैंसर डे है. कुछ लोग हैं जो गरीब, बुजुर्गों को सेवा मिले उसमें अडंगे डाल रहे हैं. आयुष्मान कार्ड वालों को मुफ्त इलाज मिलता है लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने गरीबों के लिए अस्पताल के दरवाजे बंद कर दिए. वो भी सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए. इस बजट में भी कैंसर की दवाइयों की रकम कम करने के लिए कदम उठाया है."
पीएम मोदी ने कहा, "देश के सामने एक सवाल रखना चाहता हूं कि क्या कभी एससी वर्ग से एक ही परिवार के तीन सांसद हुए हैं क्या. एसटी वर्ग के तीन सांसद हुए हैं क्या. हम एससी एसटी समाज को सशक्त कर रहे हैं. उदाहरण देते हैं 2014 से पहले मेडिकल कॉलेज की संख्या 387 थी आज 780 मेडिकल कॉलेज हैं. अब सीटें भी बढ़ी हैं. इसलिए, 2014 से पहले देश में एससी छात्रों की एमबीबीएस छात्रों की 7 हजार के आसपास थी. 10 साल हमने काम किया आज संख्या बढ़कर 70 हजार हो गई है एससी समाज के डॉक्टरी पढ़ने वाले छात्रों की सीट. एसटी समाज की 3 हजार के आसपास थी जो अब बढ़कर 9 हजार हो गईं."
पीएम मोदी ने कहा, "हमने ट्रिपल तलाक का खात्मा करके संविधान के मुताबिक मुस्लिम बेटियों को समानता से रहने का अधिकार दिया है. एनडीए की सरकार में एक विजन के तहत काम किया गया है. हमारी सोच कैसी है, हमारे लिए जो आखिरी है उसकी तरफ ज्यादा ध्यान है. अगर हम मंत्रालय की रचना करते हैं तो पूर्वोत्तर के लिए अलग मंत्रालय बनाते हैं. आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय एनडीए ने बनाया. दक्षिणी राज्य फिशरमैन से जुड़े हैं, उनका भी ध्यान रखना चाहिए. ये हमारी सरकार है इनके लिए भी अलग मंत्रालय बनाया."
पीएम मोदी ने कहा, "अपने लिए तो सब करते हैं, दूसरों के लिए करने वाले चाहिए. जब सत्ता सेवा बन जाए तो राष्ट्र निर्माण होता. हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं. हम जहर की राजनीति नहीं करते. सरदार बल्लभभाई पटेल का सबसे ऊंचा स्टैच्यू बनाते हैं. वो बीजेपी या जनसंघ के नहीं थे. ये देश का दुर्भाग्य है कि आजकल लोग अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "हम वो लोग हैं जो संविधान को जीते हैं. जब गुजरात के 50 साल हुए तो उस समय मैं सीएम था तो हमने निर्णय लिया कि गोल्डन जुबली ईयर में गवर्नर के भाषण हुए हैं उन सभी को एक किताब के रूप में परिवर्तित किया जाए और वो आज सभी लाइब्रेरी में उपलब्ध है. हम तो बीजेपी वाले थे गुजरात में ज्यादातर तो कांग्रेस की सरकार रही, फिर भी हमने किया क्योंकि हम संविधान को जीना जानते हैं. 2014 में जब आए तो विपक्ष था ही नहीं. ये हमारा संविधान जीने का स्वभाव था कि हमने तय किया विपक्ष को मान्यता देंगे."
प्रधानमंत्री ने कहा, "सरकारी खजाने में बचत हुई वो एक बात है, जनसामान्य को भी इसका लाभ मिल सके. आयुष्मान योजना, जिन लोगों ने फायदा लिया है उस कारण जो खर्चा जेब से करना पड़ता वैसे 1 लाख 20 हाजार करोड़ बचे हैं. जन औषधि केंद्र खोले हैं, 80 फीसदी डिस्काउंट होता है, 30 हजार करोड़ दवाई का खर्चा बचा है. UNICEF का भी अनुमान है, जिसके घर में स्वच्छता है, TOILET बना है, उस परिवार में 70 हाजर रू का फायदा होता है. WHO का कहना है कि नल से जल के कारण, जो परिवारों में बीमारी में खर्च होते थे, उन परिवारों का 40 हजार रू बचे हैं, मुफ्त अनाज से भी हजारों रू मिलते हैं, मुफ्त बिजली योजना जहां लागू हुई 25-30 हजार रू बचत हुई. LED बल्ब के कारण बिजली बचत हुई उससे देशवासियों के 20 हजार करोड़ रू बचे. SOIL HEALTH CARD से प्रति एकड़ 30हजार रू की बचत हुई."
पीएम मोदी ने कहा, "2014 से पहले बम के ऐसे गोले फेंके गए, ऐसी गोलियां चलाई गई कि देशवासियों के सीने को छलनी-छलनी कर दिया. हमने इसको बदलने की कोशिश की. आज हमने 12 लाख रुपये पर टैक्स से मुक्ति दे दी. बीच के कालखंड में भी हमने किया. घाव भरते-भरते बैंडेज बाकी था वो भी हटा दिया."
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, "हमारे देश में एक पीएम थे जिन्होंने एक समस्या की पहचान की और कहा कि जब दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है, तो केवल 15 पैसे नीचे तक पहुंचते हैं. 15 पैसे किसे मिलते थे, यह हर कोई समझ सकता है. उस समय पंचायत स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक केवल पार्टी थी. हमने इसका समाधान खोजने की कोशिश की, और हमारा मॉडल है बचत भी विकास भी, जनता का जनता के काम हमने बनाया."
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, "पहले की सरकारों में घोटाले की खबर हेडलाइन होती थी लेकिन आज इस सरकार ने कई लाख करोड़ रुपये की बजत कर सरकारी खजाने में भरे हैं. इतना ही नहीं देश की जनता की सेवा में पैसों को लगाया गया है, न कि हमने अपने लिए शीशमहल तैयार किए."
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, "जब ज्यादा बुखार चढ़ जाता है तब लोग कुछ भी बोलते हैं. लेकिन इसके साथ साथ ज्यादा हताशा निराशा फैल जाती है, तब भी लोग कुछ भी बोलते हैं. जिनका जन्म नहीं हुआ था. जो भारत की धरती पर अवतरित नहीं हुए थे, ऐसे 10 करोड़ फर्जी लोग सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे. सही के साथ अन्याय न हो, राजनीतिक फायदे की परवाह किए बिना हमने 10 करोड़ लोगों के नामों को हटाया और असली लाभार्थियों को खोज खोज कर उनतक लाभ पहुंचाया."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर, स्टाइलिश शॉवर पर. हमारा फोकस तो हर घर जल पहुंचाने का है. कुछ लोग गरीबों की छोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते हैं, उनको संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी.
पीएम मोदी ने कहा, "हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, हमने सच्चा विकास दिया. गरीब का दुख, सामान्य मानवीय की तकलीफ, मिडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते. इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कुछ लोगों में है ही नहीं. बारिश के दिनों में कच्ची छत, प्लास्टिक की चादर वाली छत, उससे नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. पल पल सपने रौंद दिए जाते हैं. ये हर कोई नहीं समझ सकता. अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर मिले हैं. जिसने जिंदगी को जिया है, उसे पता होता है कि पक्की छत वाला घर मिलने का मतलब क्या होता है. एक महिला खुले में शौंच जाने को मजबूर हो जाती है. वह या तो सूर्योदय से पहले या सूर्योदय के बाद इसके लिए निकल सकती है. उसे क्या तकलीफ होती थी, ये लोग नहीं समझ सकते."
पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति का संबोधन विकसित भारत के लेकर जन सामान्य को प्रेरित करने वाला है. 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं. 5 दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने और अब 25 करोड़ लोग गरीबी को परास्त कर निकले हैं, ऐसे ही नहीं निकले हैं, पूरी संवेदनशीलता - योजनाबध तरीके से समय खपाते हैं तब ये हुआ है."
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे 14वीं बार आभार करने का मौका जनता ने दिया है. हम 2025 में हैं, एक प्रकार से 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है. समय तय करेगा 20 सदी की आजादी के बाद, 21वीं सदी के 25 साल में क्या हुआ कैसा हुआ. लेकिन राष्ट्रपति जी के संबोधन में साफ नजर आता है कि उन्होंने देश के सामने भविष्य के 25 साल और विकसित भारत के लिए नया विश्वास जगाने का राष्ट्रपति का संबोधन विकसित भारत के लेकर जन सामान्य को प्रेरित करने वाला है.
केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के मित्र सामाजिक न्याय का ढिंढोरा पीटते हैं. जब उनकी सरकार राज्य और केंद्र में थी तो उन्होंने उस जातीय जनगणना के लिए एक भी कदम उठाया. आज वो कह रहे हैं कांग्रेस से एक कदम आगे बढ़कर हम जातीय जनगणना के लिए चलेंगे. जब हमारे हाथ में ऐसा करने की ताकत थी, तब हमने ऐसा क्यों नहीं किया.
बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर कहा कि ये कोई बहुत बड़ी घटना नहीं थी. उन्होंने कहा, "हम भी कुंभ गए, हमने अच्छे से स्नान किया था. ये सही है कि घटना हुई है, लेकिन ये कोई इतना-बड़ा भी नहीं हुआ था. इसे ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है. इसे सही तरीके से मैनेज कर लिया गया है. बहुत भीड़ आ रही है, इसलिए उसे मैनेज करना कठिन है.
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर कहा कि मैं एक बाबा का नाम नहीं लूंगा. उन्होंने कहा कि जो-जो लोग मरे हैं, वो मोक्ष चले गए. मैं चाहता हूं कि ऐसे बाबा और नागा के अलावा जो बड़े लोग वहां जाते हैं, उनको भी डुबकी लगाकर मर जाना चाहिए ताकि उन्हें मोक्ष मिल जाएगा. पप्पू यादव ने कुंभ के टेंडर पर भी सवाल उठाया. इसके साथ ही बजट का जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि नेहरू के समय कुंभ का बजट था 487 करोड़ रुपये. अब बजट है 10 हजार करोड़ का. नेहरू के समय कुंभ में लोग मरे थे तो गिनती थी. जब दुनिया में सोशल मीडिया नहीं था. लेकिन अब एक बार भी गिनती नहीं हुई. वहां के लोग कह रहे हैं कि इस हादसे में 300 से 600 लोग मरे हैं. हालांकि उनके इस दावे पर जगदंबिका पाल ने कहा कि इस जानकारी का कोई आधार है.
चन्नी ने कहा कि देश में नफरत का बीज बोया जा रहा है. दलित, अल्पसंख्यकों, किसानों को दबाने के लिए. ये आने वाली किताबों में लिखा जाएगा. कि आपने राज किया और देश में नफरत फैलाई.
कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने संसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री अंबेडकर को लेकर ऐसा नहीं कह सकते. जिस पर विवाद हुआ. उसके बाद चरणजीत सिंह ने पंजाब में अंबेडकर प्रतिमा को लेकर कहा कि वहां प्रतिमा भी तोड़ी गई तो इस पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि बीजेपी की फैक्ट फाइडिंग कमेटी गई थी पंजाब, अंबेडकर की प्रतिमा कांग्रेस के कार्यकर्ता और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया है.
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने नेता विपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि हमने तब कहा था कि ये हमारे स्टार प्रचारक हैं. आएंगे तो कुछ न कुछ प्रचार करके ही जाएंगे. इन्होंने कहा कि बिहार में हुई जातीय जनगणना फेक है. फेक है तो उस समय सरकार में यही थे. ये कहते हैं कि तेलंगाना में जातिगत जनगणना कराई गई, बहुत पिछड़े मिले. जब बहुत पिछड़े मिले तो क्यों नहीं वहां किसी पिछड़े को मुख्यमंत्री बना देते. वहां मुख्यमंत्री सवर्ण है और 80 फीसदी सवर्ण मंत्री हैं.
नौकरी, रोजगार और हमारे भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को कैसे बढ़ावा दिया जाए. चीन केवल एक पर हमला नहीं कररहा है. आपकी जमीन भी छीन रहा है, आपका बाजार भी छीन रहा है. सरकार आंकडा दे कि कांग्रेस पार्टी का ऐसा रास्ता था, तो आपका रास्ता क्यों है वो. जिस उनके साथी समझ लेंगे, वो भी साथ छोड़ जाएंगे.
उन्होंने कहा, जिस समय बाजार खोला गया, उस समय हमारा ध्यान अर्थव्यवस्था पर नहीं रखा गया. उसी समय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर ध्यान रखा गया होता तो आज हम चीन से आगे होते.
सपा अध्यक्ष ने कहा, "मुझे कभी कभी लगता है कि पीएम जितना अपने लोगों को समझाते हैं, इतना ये लोग समझते ही नहीं हैं. वो सबसे ज्यादा सोशल मीडिया के बारे में जानकारी रखते हैं. आप भी जानकारी रखा करो. अगर आप भी जानकारी रखते तो आपको पता होता कि एक इंजन ने दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं किया था."
अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का जिक्र करते हुए कहा कि देश में आरक्षण को लेकर जो व्यवस्था है, उसको मजबूत करने के लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए. कांग्रेस भी अब इस मुद्दे पर हमारे साथ है. अब जाति जनगणना होकर रहेगा. हम इस मुद्दे पर हम आपके साथ और आपके आगे भी चलकर आपको साथ देंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि एक जमाना था जब हमने लाखों एकड़ की जमीन खोई. अब उसी रास्ते पर बीजेपी चल रही है. बीजेपी सरकार स्वीकार नहीं कर रही है कि हमने जमीन खोई. अगर चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है तो जो अखबार और चैनल ऐसी खबरें चला रहे हैं, उन पर एफआईआर कर उन्हें जेल भेज दीजिए. जब आप उनको मुकदमा कर जेल भेज सकते हैं जो कुंभ की सच्ची खबर चलाना चाहते थे, उन पर आपने एफआईआर लिखा दी है.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि अभिभाषण में सुना है कि मेट्रो की दूरी दोगुनी कर दी गई है. दिल्ली का चुनाव है आप इसकी बात तो करेंगे ही. कभी आपने क्यूटो का नाम सुना है, आपने वेनिस का नाम सुना है. जिसको क्यूटो बनाने का सपना देखा गया था, 10 साल पूरे हो गए हैं. अबतक वहां मेट्रो की शुरुआत नहीं कर पाए हैं. जितनी भी मेट्रो आज यूपी में चल रही है, सब समाजवादियों की देन है. एक भी आपकी देन नहीं है. उस समय देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को याद करना चाहता हूं. जब पहली बार सीएम बनकर उनसे मिलने गया था, मैं बहुत सारे काम लेकर गया था, आज वो हमारे बीच नहीं है, लेकिन कम से कम इसी बात से याद कर रहे हैं. एक एक काम करके पूरा किया. उसका परिणाम ये हुआ है, आज जितनी भी मेट्रो चल रही हैं, जिस समय उद्घाटन हुआ था, दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाली मेट्रो का, पीएम, विदेश के बड़े नेता के साथ बैठकर गए थे. जो लोग दिल्ली में मेट्रो बना रहे हैं, वो वाराणसी में क्यों नहीं बना पा रहे हैं. दिल्ली का विकास अपने आप हो जाएगा, बस बीजेपी की सरकार हस्तक्षेप करना बंद कर दे.
अखिलेश ने बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं सरकार के डबल इंजन आपस में ही टकरा रहे हैं. हम तो खबर जो हम पढ़ते हैं कि न केवल इंजन टकरा रहे हैं, अब तो डिब्बे भी टकराने लगे हैं.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, "श्रद्धालुओं के शव मिल गए थे, पर सरकार मरने वालों की बात नहीं मान रही थी. एक बात और हुई, जब ये जानकारी हो गई कि कुछ लोगों की जान चली गई, लाशें मॉर्चरी में पड़ी हुई हैं. तब सरकार हेलीकॉप्टर में फूल भरकर संगम पर बरसाए गए. न जाने कितनी चप्पलें पड़े थे. महिलाओं की साड़ी, कपड़े थे, उनको जेसीबी से उठाया गया, ट्रेक्टर ट्रॉली से. जब उनको लगा वहां से बदबू आ रही है तो सरकार के लोग छिपाने लगे. यही आपका महाकुंभ का आयोजन था. न केवल ये लोग मीडिया का सहारा ले रहे हैं, कुछ दबाव भी दिए जा रहे हैं. अगर ये बातें मैं गलत कह रहा हूं तो अभी नेता सदन को भाषण देना है, हमारी यूपी के सीएम ने शोक प्रकट नहीं किया था. जब देश की राष्ट्रपति ने शोक प्रकट किया, उसके 17 घंटे बाद सच्चाई स्वीकार की. इनका रास्ता क्या है, मैं नहीं जानता हूं कहां ले जाना चाहते हैं."
अखिलेश ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने पावन मुहूर्त के स्नान पर अपने मनमाने समय पर स्नान कराने का आदेश दिया. बात उस दिन अतिथि की नहीं होती है, बल्कि निश्चित मुहूर्त काल की होती है. ये सनातन परंपरा तोड़कर इन्होंने अच्छा नहीं किया. मुझसे बेहतर सामने ज्यादा जानते होंगे. जो हमने देखा वहां लोग पुण्य कमाने आए थे, अपनों के शव लेकर गए हैं.
अखिलेश ने कहा कि सतयुग से लेकर कलयुग तक ये सनातन परंपरा रही है कि संत-महात्मा मुहूर्त के हिसाब से शाही स्नान करते हैं, उसमें नक्षत्रों के हिसाब से जो संयोग बनता है, वही शाही स्नान का मुहूर्त होता है. लेकिन भाजपा के सरकार में ये परंपरा टूट गई. पहले सरकार ने संत समाज को शाही स्नान को रद्द करने का आदेश दिया. जब देश में ये सरकार उठाई गई तो उन्होंने हादसे को छिपाकर फिर आदेश दिया कि संत समाज के लोग शाही स्नान करने जाएं.
कुंभ कोई पहली बार नहीं हो रहा है. कुंभ का आयोजन सदियों से होता आ रहा है. हमारे दस्तावेज बताते हैं कि समय समय पर जो भी सरकारें रही होंगी, जिसका भी राज रहा होगा, उसने कुंभ का आयोजन किया है. एक ओर वो 144 साल बाद, महाकुंभ होने जा रहा है, उसका इतना प्रचार किया, मैंने कई टीवी इंटरव्यू में, चैनलों पर ये बात सुनने में आई कि सरकार ने 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया है. जब बीजेपी सांसदों की ओर से इसका विरोध किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर ये बात गलत है तो मैं रिजाइन देना चाहता हूं.
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो ये लोग डिजिटल- डिजिटल कहते थकते नहीं हैं, लेकिन जब ये हादसा हो गया तो ये सरकार डिजिट नहीं दे पा रही है. हमारे अपने लोग मारे गए हैं. परिवार का हर रिश्ता दिबंगत हुआ है. आंकड़े तो अबतक नदारद हैं. जो खोया पाया केंद्र था, उसको भी लोग ढूंढ नहीं पा रहे हैं.
कन्नौज सांसद ने कहा कि साक्ष्य छिपाना और मिटाना भी अपराध है, इसका दंड कौन भुगतेगा? जहां इंतजाम होना चाहिए था, वहां प्रचार हो रहा था. एक धार्मिक समागम में डबल इंजन का राजनीतिक प्रचार अशोभनीय और निंदनीय है. इतने बड़े हादसे के बाद अब वो होर्डिंग्स उतार देने चाहिए.
महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए मेरी मांग है कि सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन, खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी केंद्र को दी जाए. घायलों का इलाज, दवा-डॉक्टर, भोजन पानी का आंकड़ा संसद में पेश किया जाए. महाकुंभ हादसे के जिम्मेदार लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई की हो. जिन्होंने सच छिपाया है, उन्हें दंडित किया जाए. हम डबल इंजन की सरकार से पूछता हूं कि अगर अपराध बोध नहीं था तो आंकड़े दबाए, छिपाए और मिटाए क्यों गए हैं. साक्ष्य छिपाना भी अपराध है.
अखिलेश यादव ने स्पीकर से कहा, हमारा आपसे अनुरोध है, जहां सरकार बजट के आंकड़े दे रही है, जब अभिभाषण पढ़ा है, सरकार ने बहुत आंकड़े दिए हैं, आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे देंगे.
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि मैं सबसे पहले आपका अभिनंदन करते हुए आग्रह करना चाहूंगा कि मुझे बोलने के लिए जो समय दिया है. उसमें से दो मिनट का समय महाकुंभ हादसे में शिकार लोगों की आत्मा की शांति के लिए खड़े होकर मौन रखना चाहूंगा. अगर किसी और को भी सच्चे मन से मृतकों के प्रति सच्चा भाव है तो वो भी हमारे सांसदों के साथ खड़ा होकर श्रद्धांजलि दे सकता है. हालांकि इसको लेकर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोका. उन्होंने कहा कि ये अध्यक्ष का अधिकार है. जो बात मैं शिुरू कर रहा हूं. ये मेरा अधिकार नहीं है, आपका अधिकार है. मुझे पूरा भरोसा है आप पर, जब अभिभाषण पर चर्चा खत्म हो रही होगी, तो आप दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि जरूर दी जाए.
लोकसभा में प्रश्नकाल समाप्त हो गया है. चेयर पर आसीन उपसभापति ने कहा कि कुछ विषयों पर स्थगन प्रस्ताव की सूचनाएं मिली हैं, लेकिन अध्यक्ष ने किसी स्थगन प्रस्ताव की किसी भी सूचना के लिए अनुमति नहीं दी है.
लोकसभा में वक्फ बिल को लेकर ओवेसी के भाषण पर केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि वह लाइमलाइट में आने के लिए कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन ये बिल देशहित में है. वक्फ बोर्ड का अवैध कब्जा रुकेगा, वक्फ बोर्ड से किसी को कोई नुकसान नहीं होगा.
ठाणे से शिवसेना सांसद नरेश गणपति महाके ने कृषि मंत्री से पूछा कि जैविक खेती के लिए आकर्षित करने के लिए किसानों को एमएसपी से 20 फीसदी से अधिक समर्थन मूल्य देने पर विचार कर रही है क्या? इस पर कृषि मंत्री शिवराज ने कहा कि अगर जैविक खेती सभी विधियों का समग्र रूप से पालन करते हुए की जाए तो उत्पादन में कोई कमी नहीं आती है. आईसीआर की रिसर्च में पाया गया है.
पीएम मोदी के महाकुंभ में स्नान पर मेरठ से बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने कहा कि महाकुंभ में पीएम मोदी के स्नान को चुनाव से जोड़ देना बहुत ही गलत और गैर जिम्मेदाराना है. देश के लिए इतना कुछ किया है, उनकी अपनी सोच और कमिटमेंट है सनातन के प्रति, इसलिए वो वहां जा रहे हैं.
एनसीपी (शरद पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने केंद्रीय कृषि मंत्री से पूछा कि महाराष्ट्र के कृषि मंत्री ने कहा है कि 500 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है, उसके बाद बीजेपी के एक विधायक ने करेक्ट किया है, वो 500 करोड़ नहीं 5000 करोड़ का करप्शन है. इसके बारे में आपको जानकारी है या नहीं.
इस पर जवाब देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि मुझे मैडम की ओर से ही जानकारी मिल रही है. कभी 500 कभी 5000 करोड़. ऐसे जुमलों से चीजें नहीं चलतीं, लेकिन मैं सदन के माध्यम से किसानों से कहना चाहता हूं कि कहीं गड़बड़ी हुई और प्रमाणित हुई तो गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा.
फसल बीमा योजना में किसानों का विश्वास बढ़ता जा रहा है. इस बार किसानों के 14 करोड़ आवेदन आए हैं, जो अपने आप में रिकॉर्ड है. इस योजना में अगर सुधार की जरूरत है. सरकार खुले मन से प्रयत्न करेगी कि किसानों को अधिकतम लाभ दिया जा सके.
लोकसभा में बोलते हुए कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाना पीएम मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है. नारियल के उत्पादन में आज भारत नंबर एक बना है तो पीएम मोदी की नीति के कारण. आंध्र प्रदेश में नारियल का उत्पादन होता है. इसे बढ़ाने के लिए नीति के कारण आंध्र प्रदेश में उत्पादकता 11 मीट्रिक टन है. पिछले दिनों अनेक बीमारियों की शिकायत आई थी. नारियल विकास बोर्ड ने इसको नियंत्रित करने के लिए विभिन्न केंद्रीय संस्थान और अन्य संस्थानों के माध्यम से प्रबंधन के लिए आठ परियोजनाएं अनुमोदित की हैं.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के बारे में संसद में जो कहा, वो चिंता का विषय है. यह चिंता तभी दूर होगी जब चुनाव आयोग अनुच्छेद 324 के तहत स्वंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगा. वह किसी भी पार्टी के हितों का संरक्षक नहीं है.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो गई है. आज विपक्ष के सांसद हंगामा नहीं कर रहे हैं. जहां लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला चेयर पर बैठे हुए हैं, वहीं राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश नारायण चेयर पर हैं.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई. स्पीकर ओम बिरला के चेयर पर पहुंचते समय जय श्री राम के नारे लगाए गए. सदन में प्रश्नकाल की शुरुआत हो गई है.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने UGC के नियमों को लेकर संसद में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा, "मैंने UGC के उन प्रस्तावों के खिलाफ लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया, जो राज्यों की शक्तियों को सीमित करता है. जब से भाजपा ने केंद्र में सरकार बनाई, उस दिन से वे शिक्षा का सांप्रदायिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं और RSS कई तरह के तरीकों से इसे हथियाने की कोशिश कर रहा है और अब UGC कुलपति और अन्य संस्थानों को नियंत्रित करने के लिए एक नई योजना के साथ आया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने इसके खिलाफ शिक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि इस तरह की चीजों को रोका जाना चाहिए."
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने राहुल गांधी के सोमवार को दिए गए भाषण को अबतक का सर्वश्रेष्ठ भाषण बताया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में जो कहा, वह देश में हो रहा है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "भारत का संविधान किसी का नहीं है और असदुद्दीन ओवैसी को इससे इनकार नहीं करना चाहिए. नरेंद्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री हैं और कानून कायम रहेगा. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम उन्होंने लोगों के मन में काफी डर पैदा कर दिया है... वक्फ बोर्ड कानून के मुताबिक काम करेगा.''
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी राज्यसभा में महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया है.
महाकुंभ में भगदड़ पर समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, ''जब 1954 में बड़ी भगदड़ हुई थी तो पहले ही दिन जवाहरलाल नेहरू ने सदन में कहा था कि 400 लोग मारे गए हैं और 2000 घायल हुए हैं. इसके बाद सरकार कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग बिना पत्र दिए, बिना विज्ञापन दिए आते हैं. इसलिए किसी भी वीआईपी को नहीं जाना चाहिए, जिससे लोगों को असुविधा हो, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री हर दिन वहां हैं. सभी अधिकारी वहां लगे हुए हैं कि वीआईपी लेन होनी चाहिए और उन्हें वहां जाने वाले आम लोगों की चिंता नहीं है, चाहे वे डूब जाएं या मर जाएं...15,000 लोग कह रहे हैं कि उनके परिवार के सदस्य नहीं मिल रहे हैं, सरकार कोई जानकारी नहीं दे रही है.''
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने सोमवार को जो संसद में कहा था कि उसको लेकर शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग उन लोगों को माफ नहीं करेंगे जिन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ साजिश रची, जिन्होंने देश के उद्योगों को महाराष्ट्र से बाहर निकाला, जिन्होंने दो क्षेत्रीय दलों को तोड़ दिया और उन्हें धोखा देकर अपनी सरकार बनाई. महाराष्ट्र उनको माफ नहीं करेगा जिन्होंने 5 महीने के अंदर 48 लाख नए वोटर जोड़े, महाराष्ट्र का हर व्यक्ति पूछ रहा है कि लोकसभा से लेकर विधानसभा तक, 5 महीने में 48 लाख वोटर जोड़े गए, जबकि 5 साल में 37 लाख जोड़े गए.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है.
Parliament Budget Session Live: संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है. लोकसभा और राज्यसभा में आज भी राष्ट्रपति के अभिभाषण की चर्चा होगी. संसद में आज भी प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर हंगामे के आसार हैं. इससे पहले सोमवार को विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया था, जबकि लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान लगातार हंगामा होता रहा. नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत कई सांसदों ने अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बातें रखी थीं. इस दौरान राहुल गांधी ने सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, चीन और विदेश नीति समेत कई मुद्दों पर घेरा था.
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PM Modi Lok Sabha Speech Live : संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है. लोकसभा और राज्यसभा में आज भी राष्ट्रपति के अभिभाषण की चर्चा हुई. संसद में आज भी प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर हंगामा हुआ. इससे पहले सोमवार को विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया था, जबकि लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान लगातार हंगामा होता रहा.
नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत कई सांसदों ने अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बातें रखी थीं. इस दौरान राहुल गांधी ने सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, चीन और विदेश नीति समेत कई मुद्दों पर घेरा था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब दे रहे हैं.
इससे पहले नेता विपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में 'मेक इन इंडिया' की सराहना की थी. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी का ये आइडिया तो अच्छा है, लेकिन यह पूरी तरह से फेल हो गया है. ऐसा नहीं कह सकते कि पीएम ने कोशिश नहीं की, लेकिन वो नाकाम रहे.
इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गिरती विकास दर को लेकर भी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. वहीं विदेश मंत्री के अमेरिका दौरे को लेकर नेता विपक्ष ने कहा कि वह पीएम मोदी के न्यौते के लिए अमेरिका गए हुए थे.
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कहा कि वह पुराने ढर्रे पर था, केवल सरकार के कामों की लॉन्ड्री लिस्ट थी. हालांकि कई बार राहुल गांधी को स्पीकर ओम बिरला और केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री की ओर से टोका गया और कहा गया कि नेता विपक्ष होने के नाते आप ऐसे बयानबाजी नहीं कर सकते हैं.
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