Parliament Budget Session: संसद का बजट सत्र चल रहा है. लोकसभा में मंगलवार (06 फरवरी) को प्रश्नकाल के दौरान डीएमके सांसद टीआर बालू ने केंद्र सरकार की ओर से तमिलनाडु को फंड देने में कथित भेदभाव का मुद्दा उठाया. मामले पर चर्चा के दौरान तीखी बहस देखने को मिली.


डीएमके सांसद ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र की ओर से राज्य को जो समर्थन मिलना चाहिए वो नहीं मिला, खासतौर पर साइक्लोन मिचौंग के समय. इस पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि धन के वितरण में कोई भेदभाव नहीं किया गया. उन्होंने कुछ लोगों पर अशुद्ध एजेंडे के साथ विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया.


टीआर बालू ने की केंद्र की आलोचना


जब डीएमके सांसद टीआर बालू ने केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि चक्रवात से पहले केंद्र चेतावनी देने में विफल रहा. इस पर राज्य मंत्री मुरुगन ने हस्तक्षेप किया तो उन्होंने डीएमके सांसद ने मुरुगन पर हमला करते हुए कहा, “हस्तक्षेप मत करो. आप सांसद बनने के लिए अयोग्य हैं. आप मंत्री बनने के लिए भी अयोध्य हैं. बैठ जाओ.”


कानून मंत्री ने टीआर बालू से की माफी मांगने की मांग


टीआर बालू की ये टिप्पणी कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल को नागवार गुजरी और उन्होंने तुरंत माफी मांगने की मांग की. उन्होंने कहा, “आप हमारे मंत्री को अयोग्य नहीं कह सकते. अपने शब्द वापस लें. इन्हें रिकॉर्ड से हटा देना चाहिए.”


वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी इसमें शामिल हो गए और उन्होंने टीआर बालू को फटकार लगाते हुए कहा, ''आप उन्हें अयोग्य कैसे कह सकते हैं? डीएमके सरकार अयोग्य है! कांग्रेस अयोग्य है! आपने एक दलित मंत्री को अयोग्य कहा. वह पूरे एससी समुदाय का अपमान कर रहे हैं.''


सदन में मच गया हंगामा


इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ. दोनों पक्ष जोर-जोर से अपनी आवाज उठाने लगे और सत्र के दौरान अराजकता की स्थिति पैदा हो गई. साथ ही टीआर बालू माफी मांगे की गूंज सुनाई पड़ी. दरअसल, विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कर्नाटक को धन आवंटन में भेदभाव करने का मुद्दा सोमवार को लोकसभा में उठाया था. इसके बाद से इसको लेकर वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है.


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