Parliament Building Inauguration: क्या राम मंदिर के उद्घाटन का भी बहिष्कार करेंगे विपक्षी दल? हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा सवाल
Parliament Building Inauguration: विपक्षी दलों के बहिष्कार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने निंदा की.
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Parliament Building Inauguration: सेंट्रल विस्टा का काम पूरा होने के बाद अब नए संसद भवन के उद्घाटन की तैयारियां हो रही हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. हालांकि इस बड़े समारोह से पहले राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है. कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों ने सामूहिक तौर पर बायकॉट का ऐलान कर दिया है, उनका कहना है कि राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं कर सरकार ने लोकतंत्र का अपमान किया है. बीजेपी के तमाम नेता विपक्षी दलों को इसे लेकर घेर रहे हैं, अब असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है. जिसमें उन्होंने पूछा है कि क्या ये विपक्षी दल आगे राम मंदिर के उद्घाटन का भी विरोध करेंगे?
अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले हिमंत बिस्व सरमा ने संसद भवन के उद्घाटन पर मचे बवाल के बीच ये ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा- "क्या तथाकथित विपक्षी दल राम मंदिर के उद्घाटन का भी बहिष्कार करेंगे?"
एनडीए ने की निंदा
विपक्षी दलों के बहिष्कार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने इसकी निंदा की और उसके इस कदम को भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और संवैधानिक मूल्यों का घोर अपमान करार दिया. एनडीए की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘हम, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के दल, नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के 19 राजनीतिक दलों के अवमाननाकारी फैसले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. यह सिर्फ अपमानजनक नहीं बल्कि महान राष्ट्र के लोकतांत्रिक लोकाचार और संवैधानिक मूल्यों का घोर अपमान है.’’
विपक्ष ने क्या लगाया आरोप
बता दें कि कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. विपक्षी दलों की मांग की है कि उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करें. सरकार पर राष्ट्रपति मुर्मू को 'पूरी तरह दरकिनार' करने का आरोप लगाते हुए 19 दलों ने एक बयान में कहा है कि जब ‘‘लोकतंत्र की आत्मा को छीन लिया गया है’’ तो उन्हें नए भवन में कोई महत्व नजर नहीं आता. बहिष्कार करने वालों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी(आप), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) जैसे तमाम विपक्षी दल शामिल हैं.
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