Lok Sabha Security Breach: संसद में बुधवार (13 दिसंबर) को हुई सुरक्षा चूक को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बुलाई गई बैठक में कई अहम खुलासे हुए हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कई विपक्षी नेताओं ने मीटिंग में सुरक्षा प्रोटोकॉल की कई कमियों के बारे में बताया. 


सूत्रों ने बताया कि लोकसभा कक्ष में कूदने वाले दो आरोपियों मनोरंजन डी और सागर शर्मा के पास 45 मिनट की अवधि वाले पास थे, लेकिन वे नियमों का उल्लंघन करते हुए करीब दो घंटे तक दर्शक दीर्घा में रहे. 


क्या दावा किया?
सूत्रों ने कहा कि विशेष निदेशक (सुरक्षा) से लेकर सुरक्षा सहायक ग्रेड- द्वितीय तक के सुरक्षा अधिकारियों के स्वीकृत पदों की संख्या 301 है, जबकि कार्यरत 176 हैं और 125 पद रिक्त हैं.  सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा सहायक ग्रेड- द्वितीय में स्वीकृत 72 पदों के मुकाबले, मौजूदा संख्या नौ है.


उन्होंने कहा कि सुरक्षा सहायक ग्रेड- प्रथम के अधिकारियों की मौजूदा संख्या 24 है, जबकि स्वीकृत पदों की संख्या 69 है. सूत्रों ने दावा किया कि 10 साल से अधिक समय से कोई नई भर्ती नहीं हुई है.


कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
बैठक में शामिल कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने कई मामले उठाए. उन्होंने कहा, '' सदन में कूदकर आने वाले शख्स का समय खत्म होने के बाद भी वो कैसे यहां ठहरे रहे. साल 2001 में जो सदन में आतंकवादी हमला हुआ तो सुरक्षाकर्मी और निहत्थे लोगों ने इस अटैक को रोका था. सुबह ही इसकी बरसी थी. कई दिनों से चर्चा थी कि कोई आतंकी संगठन सदन में हमला करेगी. ये जानकर भी सूरक्षा में इतनी बड़ी चूक क्यों हुई? ये सवाल है.'' 






लोकसभा स्पीकर ने किया ये दावा
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मीटिंग के दौरान सभी दलों के सदस्यों को आश्वासन दिया कि 2001 के संसद पर आतंकवादी हमले की बरसी पर हुई इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की जाएगी और सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे. 


पांच लोग पकड़े और एक फरार
दिल्ली पुलिस ने मामले में पांच लोगों को पकड़ा और एक फरार है. पकड़े गए लोगों की पहचान मनोरंजन डी, सागर शर्मा, नीलम, अमोल शिंदे और विक्की के रूप में हुई है. वहीं फरार चल रहे आरोपी का नाम ललित है. 


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