Monsoon Session: लोकसभा की कार्यवाही 24 जुलाई तक के लिए स्थगित
Monsoon Session Live Updates: संसद के मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर हिंसा पर विपक्ष की नारेबाजी के बीच जमकर हंगामा हुआ. तमाम विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की.
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार (24 जुलाई) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, ''आपका (विपक्ष) चर्चा ना करना ये दर्शाता है कि आपको सिर्फ हंगामा ही खड़ा करना है. आप हल चाहते ही नहीं हैं. आप बातों को स्पीकर के पास जाकर चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहे हैं. आप चाहें तो आज चर्चा शुरू हो जाएगी, सत्ता पक्ष भी मामले को सुलझाना चाहता है, वे भी चाहता है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो.''
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन ने मणिपुर के मुद्दे पर कहा, ''ये एक गंभीर और संवेदनशील मुद्दा है. मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर कहा था कि कैसे इस घटना ने देश में लोगों के सिर शर्म से झुका दिए हैं. राज्य सरकार इस मामले को देख रही है. सभी समुदायों को हिंसा का दंश झेलना पड़ा है. अपराधियों को पकड़ा जाएगा. कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है और लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कोशिशें की जा रही हैं.''
मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष चर्चा को लेकर गंभीर नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कारवाई की बात की है. हम लोग चर्चा को लेकर तैयार है.
मानसून सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2:30 बजे तक के स्थगित कर दी गई है.
मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की मांग कर रहे विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ''मणिपुर पर चर्चा को सरकार तैयार है. मणिपुर का मुद्दा संवेदनशील है. चर्चा होगी तो गृह मंत्री जवाब देंगें. विपक्ष बार-बार अपना विचार बदल रहा है. मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि ये बहुत संवेदनशील मुद्दा है और इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. ये महिलाओं के सम्मान से जुड़ा हुआ मुद्दा भी है.''
बीआरआस सांसद के केशव राव और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने भी राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला और आरजेडी के सांसद मनोज कुमार झा ने नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस का नोटिस दिया है.
मानसून सत्र के दूसरे दिन शनिवार को कांग्रेस के सांसद मनिकैम टैगोर, मनीष तिवारी और गौरव गोगोई ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. सांसदों ने मणिपुर हिंसा पर संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के बयान की भी मांग की है.
बैकग्राउंड
Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र का आज यानी शनिवार (21 जुलाई) को दूसरा दिन है. मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और यौन उत्पीड़न के वायरल वीडियो पर संसद में जमकर हंगामा हुआ. कई विपक्षी पार्टियों की ओर से मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया था.
विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया है. संभावना है कि शनिवार यानी मानसून सत्र के दूसरे दिन केंद्र सरकार की ओर से मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में बयान दिया जा सकता है. दरअसल, केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा की बात को स्वीकार किया था.
विपक्षी दलों ने लोकसभा में नियम 193 और राज्यसभा में नियम 176 और 267 के तहत नोटिस दिया है. गौरतलब है कि संसदीय कामकाज के नियम 193 के तहत सदन में बिना वोटिंग के तहत बहस का प्रावधान है. किसी मुद्दे पर चार घंटे तक लोकसभा सदस्यों को चर्चा की अनुमति दी जाती है.
इसी तरह राज्यसभा के नियम 176 के तहत भी अल्पकालिक चर्चा के लिए नोटिस दिया जाता है. वहीं, नियम 267 के अनुसार, राज्यसभा में किसी भी बिजनेस को सस्पेंड किया जा सकता है. इसका मतलब है कि सदन में कोई अन्य बिजनेस को नहीं किया जा सकता है.
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर हिंसा पर विपक्ष की नारेबाजी के बीच जमकर हंगामा देखने को मिला. तमाम विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की.
मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद काफी विवाद मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो करीब तीन महीने पुराना है और पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई का बताया जा रहा है.
मानसून सत्र की शुरुआत होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वीडियो को लेकर नाराजगी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है. उन्होंने कहा कि मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. कानून पूरी सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा. हालांकि, लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के चलते कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था.
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