Parliament Session Update: लोकसभा और राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
Parliament Monsoon Session Live Updates: संसद का मानसून सत्र काफी हंगामेदार जा रहा है. राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त) को सभापति धनखड़ और सांसद जया बच्चन के बीच तीखी बहस हो गई.
संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं.
लोकसभा ने भारतीय वायुयान विधेयक, 2024 पारित किया, जो विमान के डिजाइन, निर्माण, रखरखाव, कब्जे, उपयोग, संचालन, बिक्री, निर्यात और आयात के विनियमन और नियंत्रण तथा उससे जुड़े मामलों के लिए प्रावधान करता है.
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और सांसद जया बच्चन के बीच हुई बहस के बाद सदन में हंगामा हो गया. हंगामा इतना बढ़ गया कि राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा.
वक्फ़ संशोधन बिल पर जेपीसी का गठन कर दिया गया है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसके सदस्यों की घोषणा की. सदस्यों में गौरव गोगोई, इमरान मसूद, कृष्णा देवरायलू, मोहम्मद जावेद, कल्याण बनर्जी, जगदंबिका पाल, निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, दिलीप सैकिया, ए राजा, दिलेश्वर कामैत, अरविंद सावंत, नरेश मस्के, अरुण भारती और असदुद्दीन ओवैसी को शामिल किया गया है. इसके साथ ही इसमें राज्यसभा के 10 सदस्य शामिल किए गए हैं.
बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा आज लोकसभा में भी उठा. बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी गाजा के मुसलमानों के लिए चिंता करते हैं लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चुप रहते हैं.
राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए 14 दिनों का नोटिस देना पड़ता है. जगदीप धनखड़ के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कमरे में सांसदों के हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं.
शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है, "वह (समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन) उपराष्ट्रपति से कहीं अधिक अनुभव वाली हैं. वह संसद सदस्य का अनादर नहीं कर सकते." वहीं, टीएमसी सांसद डोला सेना ने कहा कि जया बच्चन यहां पर सेलिब्रिटी की हैसियत से नहीं आती हैं. वह यहां पर एक सांसद के तौर पर आती हैं.
संसद के दोनों सदन यानी लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही आज शाम 5 बजे स्थगित हो सकते हैं. संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 22 जुलाई को हुई थी, जो 12 अगस्त तक चलने वाला है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में बोलते हुए कहा, "यह सदन सिर्फ ईंट-गारे की इमारत नहीं है, यह लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है. मैं 6 बार लोकसभा और 6 बार विधानसभा का सदस्य रहा हूं. लेकिन मैंने अपने जीवन में विपक्ष का इतना बेलगाम व्यवहार कभी नहीं देखा. यह न केवल आसन का अपमान है, यह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों, लोकतंत्र और संविधान का अपमान है. आज यह साबित हो गया कि गैरजिम्मेदार विपक्ष देश को अराजकता की ओर धकेलने का प्रयास कर रहा है. विपक्ष को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए."
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "परंपरा रही है कि जब सदन के नेता या विपक्ष के नेता, जो कि एक संवैधानिक पद है, बोलने के लिए खड़े होते हैं तो दोनों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. मगर इसका पालन नहीं किया जा रहा है. घनश्याम तिवारी ने सदन में ऐसी भाषा और लहजे का इस्तेमाल किया है, जिसमें गरिमा का अभाव है. इसके बाद उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की लेकिन व्यक्तिगत तौर पर. हम मांग करते हैं कि चूंकि घटना सदन में हुई, इसलिए उन्हें सदन में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए. जया बच्चन जो सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं, उन्होंने भी यही बात कही है और हम सभी उनके साथ खड़े हैं."
जया बच्चन ने कहा, "मैंने सभापति के टोन को लेकर आपत्ति जताई. हम स्कूल जाने वाले बच्चे नहीं हैं. हममें से कुछ वरिष्ठ नागरिक हैं. मैं उनके बोलने के लहजे से परेशान थी और खासकर जब विपक्ष के नेता बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने माइक बंद कर दिया. आप यह कैसे कर सकते हैं? आपको विपक्ष के नेता को बोलने देना चाहिए."
जया बच्चन ने आगे कहा, "मेरा मतलब है कि हर बार असंसदीय शब्दों का प्रयोग करना, जो मैं यहां सबके सामने नहीं कहना चाहती. तुम उपद्रवी हो, 'बुद्धिहीन' हो, ये कहा जाता है. उन्होंने कहा कि आप सेलिब्रिटी हो सकते हैं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं उनसे परवाह करने के लिए नहीं कह रही हूं. मैं कह रही हूं कि मैं संसद की सदस्य हूं. यह मेरा पांचवां कार्यकाल है. मैं जानती हूं कि मैं क्या कह रही हूं. आजकल संसद में जिस तरह से बातें कही जा रही हैं, पहले कभी किसी ने नहीं बोलीं. मुझे माफी चाहिए."
राज्यसभा में पिछले दिनों बीजेपी के सांसद घनश्याम तिवारी ने सदन में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर कुछ ऐसी टिप्पणी की थी जो कांग्रेस को खल गई. विरोध जताए जाने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने कमरे में खरगे और तिवारी के बीच सुलह कराने की कोशिश की. जानकारी के मुताबिक बंद कमरे में तिवारी ने खरगे की खूब तारीफ की.
आज कांग्रेस की तरफ से मांग की गई कि तिवारी सदन के अंदर अपनी बात कहें और खेद जताएं. इसके लिए सभापति तैयार नहीं थे. खरगे को बोलने का मौका नहीं मिल रहा था. इसी दौरान जया बच्चन खड़ी हुई और उन्होंने धनकर की शैली पर सवाल उठा दिया. सभापति ने जवाब दिया तो जया भड़क गईं और विपक्ष ने वॉकआउट किया. जया बच्चन ने बाहर निकल कर माफी की मांग की. इस दौरान सोनिया गांधी समेत विपक्ष के ज्यादातर सांसद जया बच्चन के साथ खड़े थे.
मूल मामला घनश्याम तिवारी बनाम खरगे था जो, अब धनकड़ बनाम जया बच्चन हो गया है. विपक्ष के वॉकआउट के बाद सत्ता पक्ष की तरफ से उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया.
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और जया बच्चन के बीच शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्यसभा सभापति के खिलाफ विपक्ष महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है. (इनपुट- जैनेंद्र कुमार)
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के जरिए जया अमिताभ बच्चन कहे जाने पर जया बच्चन नाराज हो गईं. उन्होंने कहा कि सभापति जी आपकी ये टोन मुझे स्वीकार नहीं है. सभापति द्वारा जया बच्चन के साथ कथित दुर्व्यवहार से नाराज होकर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. वहीं, अब स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा सदन में विपक्ष के आचरण पर निंदा प्रस्ताव लेकर आए हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया है. सहकारी बैंकों के प्रावधानों में अस्पष्टता की वजह से विपक्षी सांसद इस विधेयक के खिलाफ हैं.
विपक्ष ने राज्यसभा की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया है. सांसद घनश्याम तिवारी और सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बीच एक टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ गया. सार्वजनिक तौर पर घनश्याम की तरफ से माफी न मांगने से विपक्षी सांसद नाराज हो गए और आरोप लगाया कि सभापति जगदीप धनखड़ तिवारी का बचाव कर रहे हैं.
प्रश्नकाल शुरू होने से पहले कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मल्लिकार्जुन खरगे पर सांसद घनश्याम तिवारी की टिप्पणी का मामला उठाया और उन पर वंशवादी राजनीति से आने का आरोप लगाया. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि घनश्याम तिवारी कह चुके हैं कि उनकी टिप्पणी से हुई किसी भी समस्या के लिए उन्हें खेद है. हालांकि, फिर विपक्षी सांसदों ने मांग की कि घनश्याम को फिर से माफी मांगनी चाहिए. घनश्याम तिवारी ने खरगे के नाम को लेकर टिप्पणी की थी.
बैकग्राउंड
Parliament Session Live Updates: संसद का मानसून सत्र जारी है, जो काफी ज्यादा हंगामेदार रहा है. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही जगह बजट पर चर्चा हुई है. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच तीखीं नोंकझोंक भी देखने को मिली है. गुरुवार (8 अगस्त) को सरकार ने लोकसभा में वक्फ कानून में सुधार के लिए गए विधेयक को पेश किया. इस दौरान काफी ज्यादा हंगामा मच गया. सत्ता पक्ष के सांसदों ने जहां कहा कि इस विधेयक के जरिए वक्फ बोर्ड में सुधार होगा.
दूसरी ओर विपक्षी सांसदों का कहना था कि इसके जरिए वक्फ की जमीनों को कब्जाने की तैयारी चल रही है. समाजवादी पार्टी के सांसदों ने सबसे ज्यादा मुखरता से इस विधेयक के खिलाफ आवाज बुलंद की. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिरिजू ने विधेयक का बचाव करते हुए कहा कि इसके जरिए बोर्ड में सुधार किया जाएगा और सदस्यों के तौर पर महिलाओं को शामिल होने का मौका मिलेगा. हालांकि, वाद-विवाद के बाद भी ये विधेयक लोकसभा से पास नहीं हो पाया.
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर भी संसद में काफी ज्यादा सिसायत हुई. राज्यसभा से विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया. इस बात से सभापति जगदीप धनखड़ काफी ज्यादा आहत हुए. केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया पहले ही संसद में बयान दे चुके हैं कि विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफेकशन के बाद सरकार अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है कि उन्हें कम से कम सिल्वर मेडल का संयुक्त विजेता घोषित किया जाए. राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी काफी बवाल मचा.
लोकसभा और राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त) को भी हंगामे के पूरे आसार नजर आ रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने विनेश फोगाट की अयोग्यता के संबंध में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया के बयान को वापस लेने की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दायर किया है. कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने मंडाविया के इस दावे के जवाब में प्रस्ताव प्रस्तुत किया कि फोगट पर खर्च किए गए 70 लाख रुपये उन पर निशाना साधने का तरीका था. संसद से जुड़े अपडेट्स आप नीचे दिए गए कार्ड्स में पढ़ सकते हैं.
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