No Confidence Motion Debate In Lok Sabha: संसद के मानसून सत्र के आखिरी हफ्ते में लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है. चर्चा का आज (9 अगस्त) दूसरा दिन है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेंगे.


विपक्षी गठबंधन INDIA की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत मंगलवार (8 अगस्त) को हुई थी. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इसकी शुरुआत की थी. पहले दिन 6 घंटे तक सदन में पक्ष-विपक्ष के सांसदों ने जोरदार तरीके से चर्चा में हिस्सा लिया.


वहीं, सांसदी बहाल होने पर सोमवार (7 अगस्त) से संसद लौटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को डिबेट में नहीं बोले थे लेकिन गुरुवार (10 अगस्त) को उनके चर्चा में भाग लिए जाने की संभावना है.


पीएम मोदी कब देंगे अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब?


कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियां जोरदार तरीके से दलील देती आई हैं कि मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी तुड़वाने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव लेकर वे आई हैं.


20 जुलाई से संसद के इस मानसून सत्र की शुरुआत से लेकर अब तक विपक्षी गठबंधन मणिपुर के मुद्दे पर संसद में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहा है. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा गुरुवार (10 अगस्त) को भी चलेगी, सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देंगे. 


अविश्वास प्रस्ताव पर पहले दिन चर्चा में क्या-क्या हुआ?


कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी के मौन पर निशाना साधा. इस बीच राहुल गांधी के बयान की मांग की गई. सदन में सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी को लेकर तंज कसा.  


उन्होंने कहा, ''सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करता हूं. सोनिया गांधी एक भारतीय नारी की तरह काम कर रही हैं. उनके दो काम हैं- बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है.'' उन्होंने नेशनल हेराल्ड का मुद्दा भी उठाया. सोनिया गांधी ने जवाब मुस्कराकर दिया. सदन का माहौल उस वक्त गरमा गया जब शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि वह उनकी उनकी औकात निकालेंगे. 


केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा


केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लाने की टाइमिंग और गलत तरीके से उसे पेश करने को लेकर विपक्ष बाद में पछताएगा. उन्होंने मणिपुर में समुदायों के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए परोक्ष रूप से कांग्रेस पर हमला बोला.


पृथ्वी विज्ञान मंत्री रिजिजू ने कहा कि मणिपुर में संघर्ष की चिंगारी आज अचानक पैदा नहीं हुई, वर्षों से आपकी (कांग्रेस) नेगलिजेंस का यह नतीजा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 के बाद जब से पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे तब से पूरे नॉर्थ-ईस्ट में एक भी नया मिलिटेंसी गुट खड़ा नहीं हुआ है.


कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सामाजिक उथल-पुथल होती है तो उसका असर पूरे उत्तर-पूर्व के ऊपर पड़ता है.


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