Gaurav Gogoi Speech: विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार (8 अगस्त, 2023) को चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर हिंसा, गौतम अडानी और चीन मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा. गौरव गोगोई ने कहा कि पीएम मोदी को मणिपुर हिंसा पर बोलने में 80 दिन लग गए और गौतम अडानी एवं चीन मुद्दे पर भी चुप्पी साधे रहे. उन्होंने नूंह हिंसा और मणिपुर में तीन महिलाओं के साथ हुई बर्बरता को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. आइए जानते हैं लोकसभा में गौरव गोगोई के भाषण की खास बातें-



  • अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू करते हुए गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीन सवाल पूछे कि वह अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए, जबकि राहुल गांधी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेता वहां के हालातों का जायजा लेने के लिए दौरा कर चुके हैं. गोगोई ने कहा कि पीएम मोदी को मणिपुर हिंसा पर बात करने में 80 दिन लग गए और वो भी सिर्फ 20 सेकेंड के लिए बोले. इसके बाद से आज तक उनकी तरफ से सांत्वना का एक शब्द भी नहीं आया है और न ही वहां शांति बहाल करने के लिए कोई कदम उठाया गया. गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमत्री मोदी के मंत्री कह रहे हैं हम बात करेंगे, बात करो आपको कोई रोक नहीं सकता, लेकिन पीएम मोदी के शब्दों के प्रभाव की तुलना किसी मंत्री से नहीं की जा सकती.

  • गौरव गोगोई ने यह भी सवाल उठाया कि मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया. गुजरात, उत्तराखंड और त्रिपुरा में चुनाव से पहले कई बार मुख्यमंत्री बदले गए तो अब ऐसा कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा.

  • गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर हिंसा मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई है, यानी कोर्ट केंद्र की तरफ से उठाए जा रहे कदमों से संतुष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में न बोलने के लिए मौन व्रत लिया है इसलिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.

  • कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विपक्षी गठबंधन INDIA पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि आप इंडियन मुदाहिद्दीन पर बात करते हैं और हम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की बात करते हैं.

  • कांग्रेस सांसद ने नूंह और मणिपुर हिंसा की बात करते हुए कहा कि नफरत वोट जीतने का हथियार बन गई है. चाहे हरियाणा हो या मणिपुर. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के संवैधानिक मूल्यों के साथ खड़ी रहेगी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चाहे जो करे या कहे.

  • गौरव गोगोई ने चर्चा के दौरान 1986 के मिजोरम शांति समझौता की याद दिलाते हुए लोकसभा में कहा कि पीएम मोदी ऐसा क्यों नहीं कर सकते. जिस तरह तत्कालीन पीएम राजीव गांधी मिजोरम गए और मिजो नेशनल फ्रंट के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए ताकि दो दशकों से जारी विद्रोह को खत्म किया जाए.

  • गोगोई ने 2021 में बंगाल के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जब पूरा देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा था तो प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल में वोट मांग रहे थे. चीन मुद्दे को लेकर उन्होंने आगे कहा कि हम जानना चाहते हैं कि बाली में प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच क्या बात हुई. पिछले साल दोनों नेता जी-20 सम्मेलन के दौरान मिले थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर पर ही नहीं गौतम अडानी मुद्दे पर भी मौन रहे. चीन पर भी मौन हैं. पीएम मोदी को अपनी भूल कबूल नहीं है.


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