S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में उनके बयान के दौरान किए गए हंगामे को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर विदेश नीति के बारे में बताया और कहा, "मैंने संसद में भारत को इसके बारे में बताना चाहा लेकिन दुर्भाग्य से विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में मेरे बयान को बार-बार बाधित किया."
एस जयशंकर ने कहा, "विपक्ष के लिए राष्ट्रीय प्रगति से ज्यादा पक्षपातपूर्ण राजनीति महत्वपूर्ण थी. 20-23 जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तरफ से की गई केवल दूसरी यात्रा थी. उन्हें दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का दुर्लभ विशेषाधिकार दिया गया था."
"प्रौद्योगिकी सहयोग में एक महत्वपूर्ण छलांग"
जयशंकर ने कहा, "हल्के लड़ाकू विमान के लिए भारत में GE414 जेट इंजन के निर्माण के लिए GE एयरोस्पेस और HAL के बीच एक समझौते से रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बड़ा बढ़ावा मिला. भारत दशकों से इस पर काम कर रहा था और यह सफलता प्रौद्योगिकी सहयोग में एक महत्वपूर्ण छलांग है."
इसरो और नासा को लेकर क्या बोले जयशंकर
उन्होंने कहा, "इसरो और नासा ने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाहरी अंतरिक्ष की खोज के लिए ARTEMIS समझौते पर हस्ताक्षर किए. वे मानव अंतरिक्ष उड़ानों में सहयोग करेंगे और 2024 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त प्रयास शुरू करेंगे. फ्रांस भारत का दीर्घकालिक और विश्वसनीय रणनीतिक साझेदार रहा है. इसलिए, 14 जुलाई को बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि बनने के लिए हमारे प्रधान मंत्री को निमंत्रण विशेष रूप से उल्लेखनीय था."
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