Parliament Monsoon Session: सोमवार 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होना है. सत्र से पहले केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें विपक्ष के साथ मंत्रणा की गई. मानसून सत्र के हंगामेदार होने की आशंका है, क्योंकि विपक्ष केंद्र सरकार को कई मोर्चों पर घेरने की तैयारी में है. किसान आंदलोन का मुद्दा पिछले सत्र में भी गरमाया हुआ था और इस बार भी इस पर हंगामा देखने को मिल सकता है.
सर्वदलीय बैठक में शामिल आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि 8 महीने से आंदोलन पर बैठे किसानों के मुद्दे के अलावा महंगाई और इलेक्ट्रिसिटी संशोधन बिल के खिलाफ भी पार्टी सदन में अपना विरोध दर्ज कराएगी.
सर्वदलीय बैठक के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि मानसून सत्र की शुरुआत से पहले सरकार की सर्वदलीय बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाये गये. इनमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा था किसानों का. किसान पिछले 8 महीने से आंदोलन पर बैठे हैं जो शायद हिंदुस्तान की आज़ादी के बाद किसानों का सबसे बड़ा आंदोलन है इस पर सरकार पूरी तरह से बेपरवाह है, संवेदनहीन है.
इसके अलावा जिस प्रकार से महंगाई देश मे बढ़ रही है ये मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया और साथ ही इलेक्ट्रिसिटी संशोधन बिल का मुद्दा. 27वें नम्बर पर बिल की सूची में इलेक्ट्रिसिटी संशोधन बिल को मेंशन किया गया है. जिसके बारे में सरकार ने किसानों के साथ बातचीत में ये स्वीकार किया था कि हम इस बिल को नहीं लाएंगे, किसानों के साथ धोखा करते हुए ये बिल लाने की सरकार तैयारी कर रही है.
इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के मुद्दे पर संजय सिंह का कहना है कि मैं किसान भाईयों और देश की जनता को यर जानकारी देना चाहता हूं कि इस इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के ज़रिए कुछ निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार एक ऐसा कानून लेकर आ रही है जिसमें पूरे राज्य सरकारों की क्षमता और अधिकार खत्म हो जाएंगे और किसान हो या आम नागरिकों का बिल मनमाने ढंग से वसूलने की तैयारी सरकार कर रही है.
उन्होंने कहा कि कोविड के समय मे जब महंगाई से लोगों की कमर टूट चुकी है ऐसे समय मे इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के नाम पर सरकार देश की जनता को त्रासदी में पहुंचाने की तैयारी सरकार कर रही है. हम आम आदमी पार्टी की ओर से सदन में अपना विरोध दर्ज कराएंगे और ऐसे बिल जो जनता की पीठ पर भार डालने का काम करें इसको रोकना चाहिए.
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