Parliament Monsoon Session: संसद के दोनों सदनों की कार्रवाई आज भी सरकार और विपक्ष के गतिरोध के चलते स्थगित होती रही. इसी हंगामे के बीच जहां लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों से नाराजगी जाहिर की तो वहीं राज्यसभा के चेयरमैन ने सदन के भीतर प्ले कार्ड को लेकर नारेबाजी कर रहे सांसदों के रवैये पर भी ऐतराज जताया. इसी कड़ी में राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने वेल में पहुंचकर प्ले कार्ड दिखाने वाले तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसदों को 1 दिन के लिए सदन से निलंबित भी किया.
संसद के दोनों सदनों की कार्रवाई जैसे ही शुरू हुई विपक्ष एक बार फिर पैगासस कथित जासूसी कांड और किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगा. हालांकि सरकार और चेयर की तरफ से लगातार कहा गया कि किसानों और जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर सरकार चर्चा को तैयार है लेकिन विपक्ष को शांतिपूर्ण माहौल में यह चर्चा करनी होगी लेकिन विपक्षी नेता लगातार सबसे पहले पैगासस कथित जासूसी कांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे.
इसी कड़ी में राज्यसभा में कई विपक्षी सांसद वेल में भी उतर गए. वेल में उतरे हुए सांसदों को राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू की तरफ से चेतावनी भी दी गई लेकिन चेयर की तरफ से दी गई चेतावनी को भी अनसुना कर दिया गया. जिसके बाद चेयरमैन ने ऐसे सांसदों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की बात कही और इसी के बाद तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसदों को संसद की बुधवार की कार्रवाई से निलंबित कर दिया.
वहीं लोकसभा में भी विपक्षी सांसदों का हंगामा लगातार जारी रहा. लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों के जरिए लगातार किए जा रहे हंगामे पर नाराजगी भी जाहिर की. लोकसभा के स्पीकर की तरफ से पहले भी लगातार हो रहे हंगामे को लेकर नाराजगी जाहिर की जाती रही है. विपक्षी सांसदों के इसी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्रवाई भी दिन में कई बार स्थगित करनी पड़ी.
पास करवाए बिल
इन सबके बीच राज्यसभा से विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच सरकार ने तीन बिल भी पास करवा लिए. हालांकि चेयर की तरफ से विपक्षी सांसदों को भी चर्चा में शामिल होने का न्योता दिया गया और वक्त दिया गया लेकिन समूचे विपक्ष के सांसदों ने चेयर के द्वारा मिले हुए मौके पर पैगासस कथित जासूसी कांड और किसानों के मुद्दे पर अपनी बात रखी. इसके चलते जिन बिलों पर चर्चा होनी थी उन पर चर्चा नहीं हुई और ये तीनों बिल भारी हंगामे के बीच कुछ ही मिनटों के अंदर पास हो गए.
कुल मिलाकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध अभी भी बना हुआ है. मानसून सत्र का यह तीसरा हफ्ता है और बुधवार को मानसून सत्र का तेरवां दिन था. लेकिन इन 13 दिनों के दौरान अब तक संसद की कार्यवाही सुचारू ढंग से नहीं चल सकी है. विपक्ष के हंगामे के चलते कार्रवाई लगातार बाधित हो रही है. इसी का नतीजा है कि अब तक संसद के दोनों सदनों में मिलाकर जो करीब 125 घंटे की कार्रवाई होनी चाहिए थी वह महज 20 से 22 घंटे की ही हो सकी है और इसके चलते 150 करोड़ों रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
यह भी पढ़ें:
संसद परिसर में भिड़े पंजाब से कांग्रेस और अकाली दल सांसद, कृषि कानूनों को लेकर हुई तीखी नोकझोंक
Pegasus Issue: संसद में बने गतिरोध के लिए विपक्षी दलों ने केन्द्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार, बताया- 'अड़ियल और अहंकारी'