Parliament Monsoon Session: इस बार संसद के मानसून सत्र की शुरुआत ही हंगामेदार रही. सत्र शुरू होने से ठीक पहले मणिपुर हिंसा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई जा रही थी. इस मुद्दे पर विपक्ष 20 जुलाई के बाद से ही संसद में सरकार को घेर रहा है, साथ ही मणिपुर को लेकर चर्चा और पीएम मोदी से जवाब की मांग की जा रही है. 17 अगस्त तक चलने वाला ये मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ता दिख रहा है. पिछले 12 दिनों के कामकाज की बात करें तो लोकसभा में महज 16 फीसदी प्रोडक्टिविटी रही है, यही हाल राज्यसभा का भी है.
कुल 31 बिल होने हैं पेश
संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ था, जिसके बाद ये 11 अगस्त तक चलेगा. कुल 23 दिनों तक चलने वाले इस सत्र में 31 बिल पेश होंगे. मानसून सत्र को 14 दिन बीत चुके हैं, लेकिन कामकाज सही से नहीं हो पा रहा है. मणिपुर मुद्दे पर संसद में विपक्ष-सरकार आमने-सामने है. यही वजह है कि कई बिलों को बिना चर्चा के ही पास किया जा रहा है.
संसद सत्र में अब तक कितना कामकाज
मानसून सत्र की शुरुआत के बाद अब तक के कामकाज की बात करें तो ये काफी कम है. लोकसभा में महज 16 फीसदी प्रोडक्टिविटी दर्ज की गई है, वहीं सदन में महज 13 सवालों का जवाब दिया गया. राज्यसभा की अगर बात करें तो महज 36 फीसदी प्रोडक्टिविटी देखी गई है और सदन में 53 सवालों का जवाब दिया गया.
कुल कितने बिल हुए पास
संसद के इस मानसून सत्र में अभी तक कुल 15 बिल सदन के पटल पर रखे गए. जिनमें से 5 बिल दोनों सदनों से पास किए गए हैं. वहीं 9 बिल केवल लोकसभा से पास किए गए. एक बिल केवल राज्यसभा में पास किया गया. जिसके बाद आने वाले वक्त में बाकी बिलों को भी दोनों सदनों से पास कराने की कोशिश रहेगी. सरकार आरोप लगा रही है कि विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर बेवजह बवाल कर रहा है. वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है.
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