नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही में गतिरोध की समस्या से निपटने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुये कहा है कि इसके लिये वह सभी दलों से बातचीत करेंगे. बिरला ने बताया कि तख्ती लेकर सदस्यों का आसन के समीप आना संसद की गरिमा के विरुद्ध है. उन्होंने कहा, ''सदस्यों को तख्ती-पोस्टर लेकर आसन के समीप नहीं आना चाहिये. यह संसद की गरिमा के अनुरूप नहीं है.''


लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अपना संदेश आसन तक पहुंचाने के लिये सदस्यों के पास तमाम अन्य विकल्प हैं. बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने वाले बिरला ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिये वह सभी दलों के सदस्यों से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही में गतिरोध उत्पन्न करने से लोकसभा की छवि पर असर पड़ता है. बिरला ने कहा कि वह तख्ती बैनर लेकर बार-बार आसन के समीप आने वाले और नारेबाजी करने वाले सदस्यों को ऐसा करने से रोकने के उपायों के बारे में भी सभी दलों से बात करेंगे.


उल्लेखनीय है कि बिरला ने कार्यभार संभालने के बाद गुरुवार को पहली सर्वदलीय बैठक कर सदन की सुचारु कार्यवाही सुनिश्चित करने के बारे में सभी दलों के नेताओं से सुझाव देने को कहा है. उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है और वह सभी दलों को सदन में उनकी सदस्य संख्या से परे जाकर उनका पक्ष रखने के समान अवसर देंगे.


बिरला ने कहा कि सदन का संरक्षक होने के नाते वह अपनी जिम्मेदारियों से अवगत हैं लेकिन सदस्यों को भी यह समझना होगा कि उन्हें लाखों मतदाताओं ने चुनकर भेजा है इसलिये उन्हें कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति को भी ध्यान में रखकर मुद्दों को सदन में उठाना चाहिये.


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