New Parliament Security Breach: संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों में से एक मैसूर के मनोरंजन डी को पहले से ही संसद की सुरक्षा में कमी को लेकर जानकारी थी. इसका फायदा उठाकर वह अपने सहयोगी सागर शर्मा के साथ बुधवार (13 दिसंबर) को सदन के अंदर बनी दर्शक दीर्घा से सांसदों के बीच कूद गया.
पुलिस ने अनुसार, पूछताछ के दौरान मनोरंजन ने खुलासा किया कि वह मार्च में बजट सत्र के दौरान बेंगलुरु से आया था और पुराने संसद भवन में सदन की कार्यवाही में शामिल हुआ था.
मनोरंजन ने संसद की सुरक्षा की रेकी की
उस समय वह संसद भवन की सुरक्षा की जांच करने के लिए आया था. उस दौरान उसने गौर किया कि संसद में आने वाले लोगों की कई बार तलाशी ली जाती है, लेकिन उनके जूतों की जांच नहीं की जाती है. इसके बाद बुधवार को संसद भवन में घुसने से पहले मनरंजन डी और सागर शर्मा ने अपने जूतों में 'स्मोग स्टिक' छुपाकर अंदर रख लिया था और फिर पूरे संसद भवन में रंगीन धुआं फैला दिया. कर्नाटक के मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस की ओर से उनको विजिटर पास दिया गया था.
'मनोरंजन के पिता ने किया था विजिटर पास के लिए संपर्क'
मैसूर के सांसद ने लोकसभा स्पीकर को अपने जवाब में बताया कि मनोरंजन के पिता ने उनसे विजिटर पास के लिए संपर्क किया था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे बेरोजगारी, किसानों के मुद्दों और मणिपुर में अशांति के मुद्दों को उजागर करना चाहते थे.
मामले की जांच में मैसूर पुलिस भी जुटी
पीटीआई के मुताबिक, संसद की सुरक्षा में सेंध लगने के तुरंत बाद मैसूर पुलिस भी हरकत में आ गई और इस मामले की जांच में जुट गई. मनोरंजन के पिता ने कहा कि उनके बेटे की हरकत निंदनीय है और दोषी पाए जाने पर वह उसे त्याग देंगे. मनोरंजन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और ''भगत सिंह फैन क्लब'' से जुड़ा हुआ था.
पुलिस पूछताछ में पता चला कि जुलाई में सागर शर्मा भी लखनऊ से दिल्ली आया था, लेकिन वह संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया. इसके बाद उसने बाहर से ही रेकी की थी.
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