'संसद के अंदर आत्मदाह का बनाया था प्लान, लेकिन...', दिल्ली पुलिस की पूछताछ में हुए कई खुलासे
Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों ने दिल्ली पुलिस के सामने कई खुलासे किए. पुलिस मामले में जल्द ही बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा का बयान भी दर्ज करेगी.
Parliament Security Breach Case: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्होंने मीडिया का ध्यान खींचने के लिए अपने शरीर पर तेल लगाकर आग लगाने का प्लान बनाया था. हालांकि, बाद में उन्होंने यह विचार छोड़ दिया और स्मोक केन के साथ लोकसभा में कूदने की योजना बनाई. इस बात की जानकारी शनिवार (16 दिसंबर) को दिल्ली पुलिस के अधिकरी ने दी.
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की टीम मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और सांसद प्रताप सिम्हा का बयान दर्ज करने की भी योजना बना रही है. गौरतलब है कि सदन के भीतर सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दो लोगों को प्रताप सिम्हा के जरिए पास मिला था.
आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और उन्होंने कैन से पीली गैस फैलाते हुए नारेबाजी की, जिसके बाद सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया था. लगभग उसी समय संसद भवन के बाहर दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम देवी ने भी केन से रंगीन धुआं फैलाते हुए तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाए.
आरोपियों ने बदला प्लान
पांचवें आरोपी ललित झा ने कथित तौर पर संसद परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया था. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘लोकसभा सदन में कूदने की योजना को अंतिम रूप देने से पहले आरोपियों ने कुछ ऐसे तरीके तलाशे थे, जिनके जरिए वे प्रभावशाली तरीके से सरकार तक अपना संदेश पहुंचा सकें.’’
तेल लगाकर आत्मदाह करने का था प्लान
उन्होंने बताया, ‘‘आरोपियों ने सबसे पहले अपने शरीर पर तेल (अग्निरोधक तरल पदार्थ) लगाकर आत्मदाह करने पर विचार किया, जिससे उन्हें कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन इस तरीके से उनपर मीडिया का ज्यादा ध्यान जाता. बाद में उन्होंने ऐसा करने का विचार छोड़ दिया. ऐसा उन्होंने क्यों किया, इसकी वजह अभी पता नहीं है.’’ अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने संसद के अंदर पर्चे बांटने पर भी विचार किया, लेकिन अंत में संसद में धुआं फैलाने का विकल्प चुना.
शुक्रवार की देर रात जांच अधिकारी आरोपियों को घटना स्थल पर ले गए. 2001 में संसद हमले की बरसी पर हुई चूक की घटना पर और जानकारी के लिए इसका नाट्य रूपांतरण करने को लेकर पुलिस संसद की अनुमति मांग सकती है. सूत्रों ने बताया कि घटना स्थल से बच निकलने में कथित तौर पर ललित झा की मदद करने वाले महेश कुमावत और कैलाश को जांचकर्ताओं ने क्लीन चिट नहीं दी है.
ललित झा को राजस्थान ले जाएगी दिल्ली पुलिस
पुलिस ललित झा को जल्द ही राजस्थान के नागौर ले जाएगी, जहां वह भागने के बाद बुधवार (13 दिसंबर) को ठहरा था. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उसे उस स्थान पर ले जाया जाएगा, जहां उसने अपना और अन्य आरोपियों के मोबाइल फोन नष्ट करने का दावा किया है. फिलहाल सभी आरोपियों सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
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