Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर आक्रामक विपक्षी दलों का लगातार दूसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी रहा. हंगामे की वजह से दोनों सदनों में कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो सका और दिनभर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई. विपक्षी दलों के सदस्य गृहमंत्री अमित शाह के बयान और चर्चा की मांग कर रहे हैं.


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के इस गंभीर विषय पर आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है, संसदीय धर्म है. वहीं विपक्षी दलों की मांग पर बीजेपी का कहना है कि जांच के आदेश दिए गए हैं और इसपर राजनीति नहीं करनी चाहिए. 


क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे?


खरगे ने कहा, ''संसद और सांसदों की सुरक्षा पर जो भारी चूक हुई है उसपर विपक्ष के सांसदों को ग़ैरक़ानूनी ढंग से सस्पेंड करना किस तरह का न्याय है ?  देश के गृहमंत्री, टीवी पर इंटरव्यू दे सकते हैं पर संसद के पटल पर बयान नहीं दे सकते. INDIA दलों की मांग है कि अमित शाह संसद में वक्तव्य दें और फिर दोनों सदनों में इस पर चर्चा हो.'' 


कुछ विपक्षी सांसद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं. सिम्हा के ‘पास’ पर ही उत्पात मचाने वाले दो युवक संसद में घुसे थे. बुधवार (13 दिसंबर) को दोपहर में करीब एक बजे दो युवक लोकसभा में भीतर दर्शक दीर्घा से फ्लोर पर कूद गए थे. इस दौरान एक ने केन के जरिए पीले और लाल रंग का धुआं फैला दिया. इसके बाद से सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं.


वहीं दूसरी तरफ एक युवक और एक युवती ने संसद परिसर में नारेबाजी की और धुआं फैला दिया. इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है. वहीं छठे आरोपी को हिरासत में लिया गया है.


सरकार ने क्या कहा?


केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ''राज्यों में चुनाव हारने के बाद विपक्ष सदन की कार्यवाही रोकने के लिए बहाने ढूंढ रहा है. वे बाधाएं पैदा कर रहे हैं, जबकि सदन के अध्यक्ष ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों से बात की, उनके सुझाव लिए और (सुरक्षा में) सुधार का आश्वासन भी दिया.''


अनुराग ठाकुर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ''यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, वे राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं.''


इससे पहले गुरुवार को भी संसद में जमकर हंगामा हुआ. इसी वजह से लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सांसद को शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया. विपक्षी दलों ने इसके विरोध में आज भी संसद परिसर में प्रदर्शन किया. इसमें कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी भी शामिल हुईं.  निलंबित टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन भी प्रदर्शन में शामिल हुए. डेरेक ने टी-शर्ट पहन रखी थी जिस पर ‘साइलेंट प्रोटेस्ट’ (मौन प्रदर्शन) लिखा हुआ था.  


किन सांसदों को किया गया निलंबित?


लोकसभा में कांग्रेस के वीके श्रीकंदन, बेनी बेहनन, मोहम्मद जावेद, मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस, द्रमुक की कनिमोई, माकपा के एस वेंकटेशन और पी आर नटराजन तथा भाकपा के के. सु्ब्बारायन का निलंबन हुआ है.


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