Parliament Security Breach: 13 दिसंबर 2023 को पार्लियामेंट में नेताओं की ओर से 13 दिसंबर 2001 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के कुछ घंटों बाद ही संसद में कुछ ऐसा हुआ, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. पार्लियामेंट का सेशन चल रहा था इसी दौरान 2 लोग विज़िटर्स गैलरी से नीचे उतरे उन्होंने कुछ नारे लगाए और स्मोक से भरे कैनेस्टर्स को ओपन कर दिया, जिससे पीले रंग का धुंआ निकलने लगा.
इसी दौरान पार्लियामेंट के बाहर भी प्रदर्शनकारियों ने स्मोक कैनिस्टर्स ओपन कर दिए और पार्लियामेंट में स्मोक अटैक की खबर पूरे देश में फैल गईं. इस घटना को लगभग 7 महीने हो चुके हैं और पकड़े गए लोग अभी भी पुलिस की कस्टडी में हैं.
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में हुए बड़े खुलासे
कुछ दिन पहले ही दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने इस केस को लेकर हजार पन्नों की चार्जशीट दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में दायर की है. मीडिया में ये खबर बाहर आई कि चार्जशीट दायर हो गई है, लेकिन इस चार्जशीट में पुलिस ने क्या सबूत पेश किए उसे लेकर कोई जानकारी नहीं थी.
इंडियन एक्सप्रेस में अब एक खबर छपी है जिसमें अखबार ने दावा किया है कि उसके हाथ चार्जशीट को लेकर अहम जानकारियां लगी हैं. इसके मुताबिक जिस पार्लियामेंट अटैक को कुछ लोग महज़ युवाओं का गुस्सा मान रहे थे. उसमें चाइनीज़ कनेक्शन भी नज़र आ रहा है. साथ ही एक और सवाल खड़ा हो गया है कि क्या ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के किसी अधिकारी ने इन हमलावरों की मदद की थी?
चेन्नई से लद्दाख की ट्रिप का चे ग्वेरा कनेक्शन
चार्जशीट में केस के मुख्य आरोपी मनोरंजन डी के चेन्नई से लद्दाख के एक रोड ट्रिप की बात की गई है. ये रोड ट्रिप असल में क्यूबा के मशहूर क्रांतिकारी चे ग्वेरा के मेमोअर 'द मोटरसाइकिल डायरीज' (The Motorcycle Diaries) की याद दिलाता है. जिसमें चे ग्वेरा एक मोटरसाइकिल से साउथ अमेरिका घूमने निकलते हैं और इस दौरान कुछ वक्त तक एक चीनी नागरिक उनकी बाइक के पीछे बैठकर उनके साथ सफर करता है. चार्जशीट की मानें तो ऐसा ही कुछ मनोरंजन के साथ भी हुआ. जिसे संयोग नहीं समझा जा सकता.
चार्जशीट में ये कहा गया है कि जांच के दौरान जब मनोरंजन की ईमेल्स को खंगाला गया तो पुलिस के हाथ उसका एक ट्रैवल मेमोअर लगा. पुलिस का कहना है कि असल में मनोरंजन इस मेमोअर को डिलीट करना भूल गया था, क्योंकि उसने अपने कंप्यूटर से पिछले कुछ सालों का सारा डेटा डिलीट कर दिया था.
इस मेमोअर में उसके चेन्नई से लद्दाख तक की मोटरसाइकिल यात्रा का पूरा लेखा जोखा मिलता है. जो लगभग चे ग्वेरा की ‘Motorcycle Diaries’ जैसा ही लगता है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जिन लोगों ने ये चार्जशीट देखी है उनका कहना है कि ये मेमोअर बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता है. पुलिस के मुताबिक मनोरंजन ने अपने इस मेमोअर में एक चाइनीज़ नेशनल के बारे में लिखा है. जो उसके साथ हैदराबाद से लेकर दिल्ली तक मोटरसाइकिल पर बैठकर सफर करता है. इस चीनी नागरिक का नाम ली रॉन्ग (Li Rong) बताया गया है.
चीनी नागरिक कैसे बना राह का साथी?
चार्जशीट के मुताबिक मनोरंजन ने माना है कि वो ली रॉन्ग को जानता था और वो उसे पहली बार साल 2011 में मैसुरु के एक जिम में मिला था. मनोरंजन ने जांच के दौरान बताया कि 2011 में लद्दाख तक उसकी यात्रा का मकसद वहां के एक एक्टिविस्ट को मिलना था, लेकिन वो मीटिंग कोई खास सफल नहीं हो पाई थी.
इसी दौरान चार्जशीट में एक और खुलासा होता है जो काफी चौंकाने वाला है. मनोरंजन ने जांच के दौरान बताया कि 2011 में मैसुरु के जिम में उसकी मुलाकात एक और शख्स से हुई थी जो अब ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन में काम करता है. जांच एजेंसियों द्वारा जब इस शख्स को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने ये माना कि मनोरंजन ने उससे पार्लियामेंट की सुरक्षा के बारे में जानकारी मांगी थी.
चार्जशीट में पुलिस ने बताया कि जिस चीनी नागरिक ली रॉन्ग का ज़िक्र मेमोअर में किया गया है. उसने 2016 में भारत छोड़ दिया था और उसके बाद उसका कोई सुराग नहीं है.
मीडिया अटेंशन पाने के लिए किया संसद सुरक्षा में लगाई सेंध
चार्जशीट में बताया गया है कि मनोरंजन ने अपना प्लान बाकी साथियों से साझा किया कि अगर वो संसद में अफरा-तफरी और व्यवधान पैदा करते हैं तो इससे उन्हें मीडिया अटेंशन मिलेगी. इस चार्जशीट में मनोरंजन के अलावा सागर शर्मा, अनमोल शिंदे, ललित झा, महेश कुमावत और नीलम रानोलिया को आरोपी बनाया गया है.
इनमें से मनोरंजन और सागर शर्मा संसद में विजिटर्स गैलरी से कूदे थे. नीलम और अनमोल ने नई संसद के बाहर स्मोक कैन खोले और नारेबाज़ी की थी. चार्जशीट में एक फेसबुक पेज ‘भगत सिह फैन पेज’ का भी ज़िक्र किया गया है जिसके बारे में कहा गया है कि महेश कुमावत ने इसी पेज के ज़रिए नीलम से संपर्क किया था.
खुद को राजा समझने लगा था मनोरंजन
इसके अलावा चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि कैसे मनोरंजन ने बाकी दोषियों को 2018 में कोस्वो की संसद में हुए स्मोक अटैक का वीडियो दिखाया था जिसमें कोस्वो के विपक्ष के नेताओं ने केमिकल स्मोक का इस्तेमाल किया था. चार्जशीट के मुताबिक मनोरंजन ने बाकी दोषियों को ये वीडियो दिखाकर प्रेरित किया था कि कैसे इस अटैक के बाद कोस्वो में सरकार का तख्तापलट हो गया था.
चार्जशीट में ये भी दावा किया गया है कि मनोरंजन से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसियों को पता चला कि कैसे उसने भारत में एक अलग तरह की सरकार की कल्पना करनी भी शुरू कर दी थी. जिसमें वो खुद को एक राजा की तरह देखता था.
चार्जशीट में कहा गया है कि वो इंडियन डेमोक्रेटिक सिस्टम के बिना ही एक अलग तरह की सरकार की कल्पना कर रहा था. इसके लिए मनोरंजन ने सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू किया जो सामाजिक और राष्ट्रवादी कारणों का समर्थन करते थे, लेकिन इसमें उसने बड़े ध्यान से उन लोगों को चुना जो आर्थिक तौर पर कमज़ोर थे.
चार्जशीट में ये भी कहा गया है कि मनोरंजन को लग रहा था कि जिस आतंकी घटना को वो अंजाम दे रहा है. उसमें उस पर कोई छोटा-मोटा केस ही होगा, लेकिन इसका असर काफी व्यापक होगा. गौरतलब है कि दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने आरोपियों पर यूएपीए (UAPA) के तहत केस चलाने की अनुमति दे दी है.
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