Parliament Security: संसद की सुरक्षा में चूक मामले में दिल्ली पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है. इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. छठे और फरार चल रहे आरोपी की पहचान ललित झा के तौर पर हुई है. फरार आरोपी ललित की लोकेशन राजस्थान के नीमराना में मिली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम जब नीमराना के गंडाला गांव पहुची, तो पुलिस को आता देख ललित वहां से फरार हो गया. स्पेशल सेल की 2 टीमें सिर्फ ललित की तलाश में जुटी हुई हैं. 


दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के लिए सागर शर्मा (26), मनोरंजन डी (34), अमोल शिंदे (25) और नीलम (42) को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने पांचवें व्यक्ति को भी हिरासत में ले लिया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस भी दर्ज कर लिया है. फिलहाल गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और छठे आरोपी ललित झा की तलाश जारी है. पूछताछ के दौरान कई अहम सुराग हासिल हुए हैं. 


कैसे बनाया संसद में सेंधमारी का प्लान? 


पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि संसद में सेंधमारी करने वाले सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े हुए थे. आरोपियों ने तकरीबन डेढ़ साल पहले कर्नाटक के मैसूर में मुलाकात की थी. नौ महीने बाद सभी एक बार फिर से मिले और तभी संसद में घुसपैठ का प्लान बनाया गया था. मार्च में बजट सत्र के दौरान बेंगलुरू से मनोरंजन आया और उसने विजिटर्स पास लेकर संसद भवन की पूरी रेकी की थी. 


इस साल जुलाई में सागर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आया, लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था. यही वजह थी कि उसने बाहर से रेकी की. रेकी के दौरान मनोरंजन को ये पता चला की कहां जूते की जांच ठीक से नहीं होती है. 10 दिसंबर को एक-एक कर सभी आरोपी अपने-अपने राज्य से दिल्ली पहुंचे. मनोरंजन फ्लाइट से दिल्ली आया था. सभी लोग 10 तारीख की रात गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे थे. देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंच गया था. 


अमोल महाराष्ट्र से कलर वाला पटाखा लेकर आया था. 13 दिसंबर को सुबह लगभग 9 बजे महादेव रोड से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के पीए से विजिटर्स पास कलेक्ट किया गया. इसके बाद सभी आरोपी इंडिया गेट पर मिले, जहां सभी को कलर वाला कैंडल बांटा गया. दोपहर 12 बजे दोनों आरोपी संसद भवन के अंदर दाखिल हुए. ललित झा बाहर हंगामे का वीडियो बना रहा था. वह मामला बढ़ता देख सभी के मोबाइल फोन लेकर भाग गया. 


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