Parliament News: सरकार ने गुरुवार को लोकसभा को बताया कि मुंबई में 2,400 और दिल्ली में 675 झुग्गियां हैं, जिनमें लोग अपना जीवन-यापन करते हैं. दरअसल, गुरुवार को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि मंत्रालय स्लम सहित सभी योग्य लाभार्थियों के लिए घरों की व्यवस्था करने में लगा है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काम चल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने आंकड़ा भी पेश किया.
कौशल किशोर ने बताया कि दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के अनुसार, दिल्ली में 675 झुग्गियां हैं, जबकि स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) के अनुसार, मुंबई में कुल 2,400 झुग्गियां हैं. दिल्ली के आर्थिक सर्वेक्षण (2020-21) में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली 1,483 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है, जिसमें से 1,114 वर्ग किमी को शहरी और 369 वर्ग किमी को ग्रामीण क्षेत्र के रूप में आता है.
मुंबई का एरिया
वहीं मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अनुसार, मुंबई का भौगोलिक क्षेत्र 437 वर्ग किमी है. इसके मुंबई के साथ आस-पास के इलाके आते हैं. लोकसभा में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत लाभार्थियों को चिन्हित कर लाभान्वित किया जा रहा है.
65.5 लाख घर बन कर हैं तैयार
इस दौरान उन्होंने बताया कि इस साल 31 मार्च तक 1.12 करोड़ घरों की मान्य मांग पर मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 122.69 लाख घरों को मंजूरी दी थी. इनमें से 1.06 करोड़ घरों की नींव रखी जा चुकी है और 65.5 लाख घरों का निर्माण पूरा हो चुका है. इसके साथ ही उनमें लोग रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि झुग्गीवासियों के लिए पीएमएवाई-यू के विभिन्न योजनाओं के तहत 17.77 लाख घरों को मंजूरी दी गई है.
इससे पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंंह पुरी ने कहा है कि केंद्र सरकार का अगले दो वर्षों के भीतर सभी गरीबों को मकान उपलब्ध कराने का मजबूत इरादा है और इस पर लगातार काम जारी है.