Parliament Session 2023: तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा अपने तीखे बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहती हैं. महुआ मोइत्रा 'असंसदीय भाषा' का इस्तेमाल किए जाने की वजह से एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं. उन्होंने बुधवार (7 फरवरी) को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान कथित तौर पर 'आपत्तिजनक' शब्द का प्रयोग किया. इसके बाद संसद में जमकर हंगामा हुआ और बीजेपी ने उनसे माफी मांगने की मांग की.


दरअसल, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को अपने खिलाफ निर्देशित हमलों में "पितृसत्ता" पर सवाल उठाते हुए अपना पक्ष रखा. मोइत्रा की टिप्पणी के बाद मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि विपक्षी सदस्यों को "अपनी जीभ पर नियंत्रण रखना चाहिए."


क्या मुझे एक पुरुष होने की जरूरत?


महुआ मोइत्रा ने लोक सभा में अपनी असंसदीय भाषा को लेकर हुए विवाद पर कहा, "बीजेपी कह रही है कि मैं महिला होने के नाते इस तरह के शब्द का इस्तेमाल कैसे कर सकती हूं, क्या मुझे एक पुरुष होने की जरूरत है ताकि मैं इसे वापस देने में सक्षम हो सकूं? यही पितृसत्ता है." 


देश के लोगों को मूर्ख बनाया गया- महुआ 


महुआ मोइत्रा ने आडानी समूह से जुड़े केस को लेकर लोकसभा में आरोप लगाया कि "देश के लोगों को मूर्ख बनाया गया है. मोइत्रा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के सदस्यों को विपक्ष का विरोध करने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है. उन्होंने कहा, "हम चीन, पेगासस, मोरबी, बीबीसी पर कुछ नहीं बोल सकते." मोइत्रा ने कहा कि विपक्ष के लोग प्रधानमंत्री का नाम तक नहीं ले सकते.


मोइत्रा ने कहा कि अगर उन्हें संसद की विशेषाधिकार समिति के सामने ले जाया जाता है तो वह अपना पक्ष रखेंगी. पत्रकारों ने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि बीजेपी हमें संसदीय शिष्टाचार सिखा रही है. मैं सेब को सेब ही कहूंगी, संतरा नहीं. उन्होंने कहा, "अगर वे मुझे विशेषाधिकार समिति के सामने ले जाएंगे, तो मैं अपना पक्ष रखूंगी."


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