PM Speech In Parliament: संसद में बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कोरोना काल में प्रवासियों को लेकर जो बातें कही उसे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने झूठा करार दिया. केजरीवाल ने पीएम के बयान का वीडियो साझा कर कहा कि प्रधानमंत्री जी का ये बयान सरासर झूठ है. इसके बाद उनके और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के बीच ट्विटर वॉर छिड़ गई. दिल्ली के सीएम ने यूपी के अपने समकक्षीय मुख्यमंत्री को इसके बाद निर्दयी और क्रूर शासक करार दिया. जबकि, सीएम योगी ने उन्हें झूठा बताते हुए कहा कि उन्होंने जबरदस्ती श्रमिकों को दिल्ली से कोरोना काल में भगाया.
दिल्ली सीएम ने कहा कि पीएम मोदी का संसद में यह बयान कि जब 2020 में लॉकडाउन का एलान किया गया था, उसके बाद श्रमिकों को उनके घर भेजकर दिल्ली और मुंबई ने कोरोना फैलाने में योगदान दिया, यह सरासर झूठ है. उन्होंने हिंदी में ट्वीट करते हुए कहा- देश उम्मीद करता है कि जिन लोगों ने कोरोना काल की पीड़ा को सहा, जिन लोगों ने अपनों को खोया, प्रधानमंत्री जी उनके प्रति संवेदनशील होंगे. लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री जी को शोभा नहीं देता. उनकी पार्टी की तरफ से भी ट्वीट कर पीएम मोदी के बयान को झूठ बताया गया.
इसके बाद, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के अपने समकक्षीय अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला. सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा 'अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है. अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए. गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि...झूठइ लेना, झूठइ देना. झूठइ भोजन, झूठ चबेना.'
इस ट्वीट के बाद सीएम योगी ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा 'सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया. छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया. आपको मानवताद्रोही कहें या...'
तीसरे ट्वीट में सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा 'बिजली-पानी का कनेक्शन काटा व सोते हुए लोगों को उठा-उठा कर बसों से यूपी बॉर्डर पर भेजा गया. अनाउंसमेंट कर कहा गया कि आनंद विहार के लिए बसें जा रही हैं, उससे आगे यूपी-बिहार के लिए बसें मिलेंगी. यूपी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम किया और उन्हें सुरक्षित वापस लाई. केजरीवाल को झूठ बोलने में महारथ हासिल है. जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर का रास्ता दिखा दिया.'
यूपी सीएम के इस ट्वीट के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी ट्विटर पर उन्हें निशाना साधते हुए क्रूर शासक करार दिया. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा- 'सुनो योगी, आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Times मैगज़ीन में अपनी झूठी वाह वाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा.'
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा, "उस समय दिल्ली में ऐसी सरकार थी, जो है, उस सरकार ने तो जीप पर माइक बांध कर के दिल्ली की जुग्गी झोपड़ियों में गाड़ी घुमाकर के लोगों से कहा कि संकट बड़ा है भागो, गांव जाओ, घर जाओ. और दिल्ली से जाने के लिए बसें दीं. आधे रस्ते छोड़ दिया और श्रमिकों के लिए अनेक मुसीबतें पैदा कीं. इस वजह से यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में जिस कोरोना की इतनी गति नहीं थी, इतनी तीव्रता नहीं थी. इस पाप के कारण कोरोना ने वहां भी अपने लपेट में ले लिया."
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