Parliament Special Session Highlights: अब संविधान सदन कहलाएगी पुरानी संसद, लोकसभा सचिवालय ने जारी की अधिसूचना
Parliament Session Live: आज से नए संसद भवन में कामकाज शिफ्ट हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी सभी सांसदों के साथ पुरानी संसद से नई संसद तक पैदल मार्च करके पहुंचे. लाइव अपडेट के लिए यहां बने रहिए.
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (19 सितंबर) को नए संसद भवन में अपने संबोधन के दौरान पुरानी पार्लियामेंट को संविधान सदन के तौर पर पहचाने जाने का प्रस्ताव रखा था. मंगलवार की देर रात लोकसभा सचिवालय की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गई. संसद की पुरानी बिल्डिंग को अब संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा.
महिला आरक्षण बिल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'आज फिर एक नए इतिहास का सृजन लोकसभा में हुआ. आज महिला आरक्षण बिल पेश किया गया, कल उस पर चर्चा होगी. देश की बहनों-बेटियों के कल्याण और विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उठाया गया यह एक बड़ा कदम है.'
मल्लिकार्जुन खरगे ने महिला आरक्षण बिल पर कहा, 'महिला आरक्षण विधेयक का हमने हमेशा से समर्थन किया है. 2010 में राज्यसभा में कांग्रेस-यूपीए सरकार ने महिला आरक्षण विधेयक पास करवाया था. राजनीति में जिस प्रकार SC-ST वर्ग को संवैधानिक अवसर मिला है, उसी प्रकार OBC वर्ग की महिलाओं समेत सभी को इस विधयेक से समान मौका मिलना चाहिए. आज जो मोदी सरकार विधेयक लाई है, उसको गौर से देखने की ज़रुरत है. विधेयक के मौजूदा प्रारूप में लिखा है कि ये Decadal Census और Delimitation के बाद ही लागू किया जाएगा. इसका मतलब, मोदी सरकार ने शायद 2029 तक महिला आरक्षण के दरवाज़े बंद कर दिए हैं.भाजपा को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए.'
कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में होने वाली चर्चा में भाग लेंगी. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल मैडम सोनिया गांधी की बहुत पुरानी सोच है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''पहली बार ऐसा हुआ कि हमें मीडिया से पता चल रहा है कि मुद्दा क्या है... सारे विपक्ष को झांसा देकर, इन्होंने हमें गुमराह करने की कोशिश की... महिला आरक्षण बिल सोनिया गांधी की बहुत पुरानी सोच है. इस बिल को हमने राज्यसभा में पारित भी किया था.''
महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा, '19 सितंबर ऐतिहासिक बन गया है, क्योंकि नई संसद में पहला बिल- महिला आरक्षण बिल आज पेश किया गया और मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही पारित हो जाएगा. फिलहाल हम सिर्फ 81 (महिला) सांसद हैं, इस बिल के बाद हमारी संख्या 181 के आसपास हो जाएगी.'
आम आदमी पार्टी के निलंबित राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ''ये महिला आरक्षण बिल नही “महिला बेवक़ूफ़ बनाओ बिल” है. मोदी सरकार का नया जुमला मात्र है. ये बिल 2029 के बाद भी लागू नही होगा. अगर मोदी जी की नियत साफ़ है तो 2024 में इसे लागू करो वरना देश की महिलाओं को धोखा देना बंद करो.''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'एक्स' पर लिखा, ''चाहे नीति हो या नेतृत्व, भारत की नारी शक्ति ने साबित किया है कि वे किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं. मोदी सरकार का मानना है कि नारी शक्ति के सहयोग और सामर्थ्य के बिना एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण संभव नहीं है. देश की महिला शक्ति को उनका अधिकार देने वाला मोदी सरकार का यह निर्णय, आने वाले समय में एक विकसित और समृद्ध भारत के निर्माण का मुख्य स्तंभ बनेगा.''
अखिल भारतीय मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने महिला आरक्षण बिल पर कहा, "अभी भी पुरुषवादी लोग अहम में महिलाओं को पीछे कर देते हैं... महिलाएं सिर्फ राजनीतिक पार्टी में डंडे, झंडा, कुर्सी उठाने के लिए नहीं हैं. महिलाओं को भी टिकट मिलना चाहिए. फिल्म की हीरोइन, जिन्होंने कभी संघर्ष नहीं किया.... उनको क्यों लोकसभा या राज्यसभा में भेजा जाता है? हमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को देखकर खुशी होती है. हमें इससे मतलब नहीं कि वे किस समाज या समुदाय से आई हैं. हमारी राष्ट्रपति महिला हैं, उसी से हमें गर्व होता है."
महिला आरक्षण बिल पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''NDA की सरकार को 10 साल होने वाले हैं. अगर उन्होंने यह पहले ही किया होता तो 2024 के चुनाव में महिलाओं को बड़ी तादाद में भाग लेने का मौका मिलता, लेकिन देर आए, दुरुस्त आए, अच्छी बात है... देश की तरक्की में यह एक अहम कदम होगा.''
महिला आरक्षण बिल पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मैं उम्मीद करती हूं कि यह तुरंत लागू होगा, लेकिन बिल में यह लिखा है कि यह परिसीमन के बाद ही लागू होगा. इसका यह मतलब हुआ कि यह आरक्षण 2029 तक लागू नहीं हो सकता. आपने दरवाजे तो खोल दिए हैं, लेकिन दरवाजों पर महिलाओं के लिए अभी भी 'नो एंट्री' है."
महिला आरक्षण बिल पर अखिलेश यादव ने कहा, ''महिला आरक्षण लैंगिक न्याय और सामाजिक न्याय का संतुलन होना चाहिए. इसमें पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी (PDA) की महिलाओं का आरक्षण निश्चित प्रतिशत रूप में स्पष्ट होना चाहिए.''
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा, ''हमारी मांग है कि महिला आरक्षण बिल के अंदर मुस्लिम और ओबीसी के लिए कोटा हो. आप किसे प्रतिनिधित्व दे रहे हैं? जिनका प्रतिनिधित्व नहीं है, उन्हें प्रतिनिधित्व दिया जाए. इस बिल में बड़ी खामी यह है कि इसमें मुस्लिम महिलाओं के लिए कोई कोटा नहीं है और इसलिए हम इसके खिलाफ हैं.''
महिला आरक्षण बिल पर CPM नेता वृंदा करात ने कहा, "यह बिल सुनिश्चित करता है कि अगले परिसीमन अभ्यास तक महिलाएं चुनाव से वंचित रहें. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो 2024 के चुनावों और 18वीं लोकसभा के गठन तक संसद में 1/3 महिलाएं नहीं होंगी, कई विधानसभा चुनावों में 1/3 महिलाएं नहीं होंगी... क्या महिलाओं को मोदी सरकार की ओर से लाए गए इस बिल के लिए आभारी होना चाहिए? मैं कहूंगी कि बिल्कुल भी नहीं."
महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा कि आज महिला आरक्षण बिल पेश हुआ और PM मोदी ने इसपर चर्चा की. बहुत समय से महिला आरक्षण बिल की प्रतीक्षा थी, आज यह प्रतीक्षा समाप्त हुई.
महिला आरक्षण बिल पर बीआरएस की एमएलसी के कविता ने कहा, "मैं इस बिल को पेश किए जाने से खुश हूं. ये पहले से ही लोकसभा में है... हम उम्मीद करते हैं कि ये बिल कल लोकसभा से पारित हो जाएगा और राज्यसभा में जल्दी ही जाएगा और इसी सत्र में पारित हो जाएगा."
समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव ने महिला आरक्षण विधेयक पर कहा, ''सरकार की मंशा साफ नहीं है. अगर सरकार को महिलाओं की इतनी ही चिंता है तो 9 सालों से बीजेपी सत्ता में है उसे पहले ही बिल लाना चाहिए था. सरकार ऐसे समय में बिल लाई है, जब यह ना तो 2024 में लागू हो पाएगा और न ही यह अभी 5 राज्यों में होने वाले चुनावों में लागू हो पाएगा.''
उन्होंने कहा, ''सरकार को 9 साल पूरे हो गए हैं. अगर इन्हें महिला आरक्षण बिल लाना था तो ये पहले ला सकते थे. ये इसे आखिरी साल में ला रहे हैं, जब चुनाव हैं... सपा ने हमेशा इसका समर्थन किया है और हम सभी चाहते हैं कि OBC महिलाओं का भी इसमें आरक्षण निर्धारित हो, क्योंकि जो आखिरी पंक्ति में खड़ी महिलाएं हैं उन्हें उनका हक मिलना चाहिए.''
महिला आरक्षण बिल पर अभिनेत्री ईशा गुप्ता ने कहा, ''ये सुंदर काम है, जो पीएम मोदी ने किया है. यह एक बहुत ही प्रगतिशील विचार है... यह आरक्षण विधेयक महिलाओं को समान अधिकार देगा... यह हमारे देश के लिए एक बड़ा कदम है. पीएम मोदी ने इसका वादा किया और इसे पूरा किया.''
महिला आरक्षण बिल पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, ''यह एक अद्भुत विचार है. यह सब हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी और इस सरकार और महिलाओं के उत्थान के प्रति उनकी (पीएम मोदी) विचारशीलता के कारण है.''
लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल पेश होने और राज्यसभा में पीएम मोदी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य नेताओं के संबोधन के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग की महिलाओं के साथ भेदभाव होता है. खरगे बोले, ''वे हमें श्रेय नहीं देते, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका था, लेकिन इसे रोक दिया गया था. अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन लोगों को नहीं चुनते जो शिक्षित हैं और लड़ सकती हैं.'' ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल में ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण हो. खरगे के इस बयान पर राज्यसभा में हंगामा हुआ.
संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पेश होने के बाद राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन यादगार और ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि ये सदन देश को नई दिशा देने का काम करेंगे. नई संसद, सिर्फ नई बिल्डिंग नहीं नई शुरुआत है. ये सदन देश को दिशा देने का काम करेंगे. काम की रफ्तार में बदलाव लाना है. उन्होंने कहा कि हमें सोचने की सीमाओं से आगे जाना होगा. हमारे फैसलों में देश पहले होना चाहिए.
संविधान का 128वां संशोधन विधेयक लोकसभा में प्रस्तुत किया जा चुका है. कल तक के लिए लोकसभा स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल पेश कर दिया गया है, उधर विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया है. विपक्ष का कहना है कि बिना बिल को सर्कुलेट किए हुए पेश कैसे कर दिया गया. जिस पर कानून मंत्री ने कहा कि बिल वेबसाइट पर अपलोड हो चुका है. बिल को जब सदन में इंट्रोड्यूस किया जाता है तो पहले कॉपी को सांसदों को देना जरूरी रहता है. विपक्ष इसी बात पर सवाल उठा रहा है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने नई संसद की लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है. पीएम मोदी ने इस बिल को नारी शक्ति अधिनियम नाम दिया है. वहीं कांग्रेस और विपक्ष के नेता लोकसभा में हंगामा काट रहे हैं.
महिला आरक्षण को लेकर संसद में पीएम मोदी ने कहा, 'महिला आरक्षण को लेकर संसद में पहले भी प्रयास हुए है. आज हमारी सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है. लोकसभा और विधानसभा में महिला को आरक्षण मिलेगा. जब यह बिल कानून बनेगा तो इसकी ताकत और हो बढ़ जाएगी. मैं दोनों सदन के सांसदों से अपील करता हूं कि यह सबकी सहमति से पारित हो. आज महिला हर एक एरिया में आगे जा रही है. नीति निर्माण में महिला की भूमिका होनी चाहिए.' साथ ही पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बधाई दी. महिला आरक्षण बिल को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के नाम से जाना जाएगा.
नई संसद में पीएम मोदी ने अपने पहले भाषण में कहा, ये महिलाओं के लिए इतिहास बनाने का वक्त है. महिला आरक्षण पर काफी चर्चा हुई. महिला आरक्षण बिल की कैबिनेट ने मंजूरी दी है. आज हमारी सरकार संविधान संशोधन बिल पेश करने जा रही है. लोकसभा और विधानसभा में महिला को आरक्षण मिलेगा.. कई बार महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया, लेकिन ईश्वर ने कई पवित्र कामों के लिए मुझे चुना है.'
नई संसद में पीएम मोदी ने कहा, 'मैं चाहूंगा कि हम सब हमारे श्रमिकों का, हमारे कामगारों का, हमारे इंजीनियर्स का हृदय से धन्यवाद करें. उनकी ओर से निर्मित ये भवन उनको प्रेरणा देने वाला है. इसके लिए 30 हजार से ज्यादा श्रमिकों ने परिश्रम किया है, पसीना बहाया है. आज वह दिन है जब हम कहते हैं 'मिच्छामी दुक्कड़म', इससे हमें किसी ऐसे व्यक्ति से माफी मांगने का मौका मिलता है जिसे हमने जानबूझकर या अनजाने में ठेस पहुंचाई है. मैं संसद के सभी सदस्यों और देश की जनता से भी 'मिच्छामी दुक्कड़म' कहना चाहता हूं. संसदीय लोकतंत्र का जब ये नया गृह प्रवेश हो रहा है, यहां आजादी की पहली किरण का साक्षी, पवित्र सेन्गॉल...ये वो सेन्गॉल है जिसको भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू का स्पर्श हुआ था. ये सेन्गॉल हमें महत्वपूर्ण अतीत से जोड़ता है.'
नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू गई है. नए संसद भवन में अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत को गर्व है. हम नए संकल्प से नए संसद भवन आए हैं. हमें कड़वाहट भुलाकर आगे बढ़ना है. ये भवन नया है. सब व्यवस्थाएं नई हैं. सबकुछ नया है, लेकिन कल और आज को जोड़ते हुए बहुत बड़ी विरासत है जो नई नहीं है, पुरानी है.
कांग्रेस सांसद और विपक्ष के अन्य सांसदों ने नई बिल्डिंग में अलग से प्रवेश किया. लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, सांसद राहुल गांधी, गौरव गोगोई और अन्य लोगों ने संसद के नए भवन में एक साथ एंट्री की.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि सवा बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही 128वें संविधान संशोधन के जरिए महिला आरक्षण विधेयक पेश किया जाएगा. कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल महिला आरक्षण बिल पेश कर सकते हैं. इसके बाद बिल को सदन में पारित कराने के लिए कल 20 सितंबर को चर्चा होगी. 21 सितंबर को राज्यसभा में पेश किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नितिन गडकरी और अन्य तमाम सांसद पुराने संसद भवन से निकलकर नए भवन में दाखिल हो गए हैं. अब थोड़ी देर में यहां लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य सांसद पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल से निकल चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाव दिया कि इस इमारत (पुराना संसद भवन) को अब 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाए. अब प्रधानमंत्री मोदी संविधान की कॉपी लेकर सभी सांसदों के साथ नए संसद भवन की ओर जा रहे हैं.
संसद के विशेष सत्र के दौरान PM मोदी ने कहा, 'मेरी प्रार्थना और सुझाव है कि जब हम नए संसद भवन में जा रहे हैं तो इसकी (पुराना संसद भवन) गरिमा कभी भी कम नहीं होनी चाहिए. इसे सिर्फ पुराना संसद भवन कहकर छोड़ दें, ऐसा नहीं होना चाहिए. अगर आप सब की सहमती हो तो इसे भविष्य में 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाए.'
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने महिला आरक्षण पर एक बयान में कहा, 'नए संसद को मोदी जी ने बनाया है. मोदी जी जो बोलते हैं करके दिखा देते हैं. यह ऐतिहासिक पल है. सरकार महिला आरक्षण के प्रति सजग थी. कांग्रेस महिला आरक्षण का क्रेडिट लेना चाहती है. कांग्रेस की क्रेडिट लेने की आदत है. नरेंद्र मोदी को सुनने और समझने की आदत है.'
पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी ने कहा, 'भारत अब रुकने वाला नहीं है. अब हम पुराने कानून से मुक्ति पाकर नए कानून की ओर जा रहे हैं. संसद में बनने वाला हर एक कानून भारतवासी के लिए होना चाहिए. हम जो भी रिफॉर्म करे उसमें भारत भी होना चाहिए. 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने सेंट्रल हॉल में आकर हमारे माननीय सांसदों को संबोधित किया है. हिंदुस्तान युवा देश है.'
पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'इसी संसद से मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति मिली, ट्रांसजेडंर बिल भी इसी संसद में पास हुआ. इसी संसद में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाया गया. आज जम्मू कश्मीर शांति की राह पर चल रहा है. इसी संसद में चार हजार से ज्यादा बिल पास हुए. मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि भारत टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचेगा.'
पुरानी संसद से विदाई का समय आ गया है. पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में सभी सांसद एकत्र हैं. पीएम मोदी ने सभी सांसदों से मुलाकात की. कुछ देर में नए संसद भवन की ओर प्रस्थान करेंगे सांसद.
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, ''ये कांग्रेस का बिल है. ये कांग्रेस लेकर आई थी. मार्च 2010 में ये राज्यसभा से पास हो चुका है. बीजेपी को सत्ता में आए 9.5 साल हो गए. उन्होंने 2024 चुनाव से ठीक पहले ही महिला आरक्षण विधेयक के बारे में क्यों सोचा? आप सत्ता पाना चाहते हैं लेकिन अगर विधेयक सदन में आता है तो हम उसका स्वागत करेंगे..."
सूत्रों से जानकारी मिली है कि महिला आरक्षण बिल रोटेशनल बेस पर होगा. 180 लोकसभा सीट पर डुअल मेंबरशिप होगी. इनमें से एक तिहाई सीट एससी-एसटी के लिए रिजर्व होगी. साल 2027 के बाद परिसीमन होने के बाद इतनी ही सीट्स को बढ़ाकर महिलाओं के लिए रिज़र्व कर दिया जाएगा.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि आज ही महिला आरक्षण बिल संसद में पेश होगा. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लोकसभा में पेश करेंगी.
महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का विधेयक सबसे पहले 1996 में एच.डी. देवगौड़ा सरकार में पेश किया गया था. कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2008 में इस कानून को फिर से पेश किया. यह कानून 2010 में राज्यसभा में पारित किया गया था, लेकिन यह लोकसभा में पारित नहीं हो सका और 2014 में इसके विघटन के बाद यह खत्म हो गया.
महिला आरक्षण बिल पर RJD सांसद मनोज झा ने कहा, 'कैबिनेट बैठक में कोई ब्रीफिंग नहीं हुई. महिला आरक्षण बिल को लेकर अगर सरकार की नीयत साफ है तो हम इसमें और स्पष्टता चाहते हैं. लालू यादव के समय से हमारी पार्टी का मानना है कि अगर आपका विचार प्रतिनिधित्व बढ़ाने का है तो यह तब तक संभव नहीं है जब तक आप एससी, एसटी और ओबीसी की महिलाओं के लिए कोटा नहीं देते. कोटे के भीतर एक कोटा होना जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हमें सामाजिक न्याय पर लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी.'
पुरानी संसद में प्रधानमंत्री मोदी के साथ सभी सांसदों का ग्रुप फोटो सेशन चल रहा है. फोटो सेशन के दौरान एक सांसद की अचानक तबीयत बिगड़ गई. बीजेपी सांसद नरहरि अमीन बेहोश हो गए. वह अब ठीक हैं और फोटो सेशन का हिस्सा हैं.
सभी सांसद संसद भवन पहुंच चुके हैं. कुछ ही देर में फोटो सेशन शुरू होने वाला है. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की ज्वाइंट ग्रुप फोटो होगी. ग्रुप में तीन फोटो ली जाएंगी. पहली फोटो में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य होंगे, दूसरी में राज्यसभा सदस्य और तीसरी फोटो में लोकसभा के सदस्य होंगे.
- पीएम के साथ लोकसभा सांसदों की फोटोग्राफी
- पीएम के साथ राज्यसभा सांसदों की फोटोग्राफी
- दोनों सदनों के सदस्यों की ग्रुप फोटोग्राफी
- पीएम समेत वरिष्ठ मंत्री और दूसरे नेता सेंट्रल हॉल जाएंगे
- पीएम संविधान की कॉपी लेकर पुरानी संसद से नई संसद जा सकते हैं
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल जल्द से जल्द लाया जाए और पारित किया जाए. महिला आरक्षण बिल की शुरुआत यूपीए और खासकर मैडम सोनिया गांधी ने की थी. इसमें इतना समय लग गया, लेकिन अगर इसे पेश किया जाए तो हमें खुशी होगी."
कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी संसद भवन पहुंच चुकी हैं. यहां जब पत्रकारों ने सोनिया गांधी से महिला आरक्षण बिल पर उनकी राय पूछी तो मिसेज गांधी ने कहा, ये हमारा है. ये अपना है.
महिला आरक्षण विधेयक पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, "आश्चर्य है कि जब मोदी जी को ये बिल पेश करना ही था तो उन्होंने लगभग 10 सालों तक इंतजार क्यों किया, जबकि लगभग सभी राजनीतिक दल समर्थन में हैं? शायद 2024 ही वजह है लेकिन अगर सरकार ने ओबीसी महिलाओं के लिए कोटा नहीं दिया तो 2024 में बीजेपी यूपी भी हार सकती है."
सूत्रों से जानकारी मिली है कि नई दिल्ली से सासंद मिनाक्षी लेखी के आवास पर दिल्ली की महिलाओं को इकट्ठा किया जा रहा है. ये महिलाएं आज संसद की कार्यवाही देखने जाएंगी.
केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर नए संसद भवन को आधिकारिक रूप से संसद भवन का दर्जा दे दिया है. विशेष सत्र के दूसरे दिन आज लोकसभा की कार्यवाही संसद के नए भवन में दोपहर बाद 1:15 बजे शुरू होगी. दोपहर बाद 2:15 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होगी.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सांसदों को भी संबोधित करेंगे. ये संबोधन नए संसद भवन संभव है. एक दिन पहले ही मोदी कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दी है.
केंद्र सरकार महिला आरक्षण के तहत देशभर में 545 सीटों के अलावा 33 फीसदी सीटें बढ़ाने का निर्णय कर सकती है. करीब 180 ज्यादा सीटें बढ़ाई जा सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो लोकसभा की कुल सीटें 725 हो जाएंगी.
महिला आरक्षण बिल पर सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि संसद में सीटें बढ़ाने का फैसला संभव लिया जा सकता है. संसद में 180 सीटें बढ़ाई जा सकती हैं.
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में प्रस्तावित कार्यक्रम में डॉ. मनमोहन सिंह शामिल नहीं होंगे. स्वास्थ्य कारणों की वजह से मनमोहन सिंह संसद की कार्यवाही में भी नहीं दिखेंगे. सरकार नई संसद में संबोधन का अवसर राज्यसभा के किसी दूसरे वरिष्ठतम को दे सकती है.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही चलेगी. नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही दोपहर सवा एक बजे शुरू होगी. सवा दो बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होगी. बीजेपी सांसद सुकांता मजूमदार ने नए संसद भवन को समय की मांग बताया. कहा- नया संसद भवन भारत के विकासशील देश से विकसित देश बनने का साक्षी बनेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंज़ूरी दे दी है. संसद की नई इमारत में पहले सत्र के ऐतिहासिक दिन को ऐतिहासिक कानून पास कराकर ऐतिहासिक बनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान की कॉपी लेकर नई संसद भवन के लोकसभा में पहुंचेंगे. सूत्रों के अनुसार आज ही संसद में महिला आरक्षण बिल को लोकसभा में पेश किया जा सकता है.
सुबह 11 बजे संसद के सेंट्रल हाल में राष्ट्रगान के साथ समारोह शुरू होगा. समारोह में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी स्वागत भाषण देंगे. सूत्रों के मुताबिक सबसे वरिष्ठ लोकसभा सांसद मेनका गांधी पहली वक्ता होंगी.
पुरानी संसद से विदाई से पहले सांसदों को गिफ्ट पैकेट दिया जाएगा. एक डाक टिकट, एक सिक्का, संविधान की कॉपी गिफ्ट के तौर पर दिया जाएगा. सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी संविधान की कॉपी लेकर पुराने भवन से नए में जाएंगे.
- गज द्वार- यह द्वार उत्तर दिशा में है. पीएम के विशेष रास्ता
- मकर द्वार- सासंदों के एंट्री-एग्जिट के लिए
- अश्व द्वार- दक्षिणी प्रवेश द्वार पर सतर्क और तैयार अश्व यानी घोड़ा है
- शार्दूल द्वार
- गरुड़ द्वार
- हंस द्वार- पत्रकारों की एंट्री-एग्जिट
- सुबह 9:30 बजे संसद के सदस्यों की ज्वॉइंट फोटोशूट
- सांसदों की ग्रुप में तीन अलग-अलग फोटो ली जाएंगी
- सुबह 11 बजे पीएम मोदी संसद के सेंट्रल हॉल पहुंचेंगे
- सेंट्रल हॉल में विदाई समारोह कार्यक्रम होगा
- पीएम मोदी सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे
- सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम में नई संसद भवन के निर्माण पर बनी फिल्म दिखाई जाएगी
नया संसद भवन 2047 के नए भारत की नींव रखने के लिए तैयार है. वहीं पुराना संसद भवन अब इतिहास के पन्ने में दर्ज हो जाएगा लेकिन नई संसद में आज से नया आगाज होगा. नया अध्याय लिखा जाएगा. पीएम मोदी संविधान की किताब लेकर जब सदन में पहुंचेंगे. नया इतिहास लिखा जाएगा.
बैकग्राउंड
Parliament Special Session Live Updates: भारतीय राजनीति के इतिहास में आज का दिन एतिहासिक है. 18 जनवरी 1927 को पुरानी संसद बिल्डिंग बनकर तैयार हुई और आज 19 सितंबर को इसकी विदाई हो गई है.
नए संसद भवन में आज से विशेष सत्र की शुरुआत हो चुकी है. पुरानी संसद में सुबह 9:30 बजे लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की ज्वॉइंट फोटो शूट हुआ. ग्रुप में तीन अलग-अलग फोटो ली गई. पहली फोटो में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तो दूसरे फोटो में सभी राज्यसभा सदस्य मौजदू रहे. तीसरी फोटो में सिर्फ लोकसभा के सदस्य थे. सुबह 11 बजे पीएम मोदी संसद के सेंट्रल हॉल पहुंचे.
संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक जाएंगे पैदल
प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठ मंत्री और लोकसभा और राज्यसभा के सांसद होंगे. इस दौरान सेंट्रल हॉल में एक कार्यक्रम होगा जिसमें 2047 तक भारत को समृद्ध राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा. पीएम सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे. सभी NDA सांसद पीएम मोदी के पीछ पीछे चलेंगे. ठीक डेढ़ बजे नए संसद भवन में कार्यवाही शुरू हो जाएगी. वहीं राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2:15 बजे से शुरू होगी.
नई संसद बिल्डिंग में पहली बैठक के दौरान जब सांसद संसद भवन में प्रवेश करेंगे तो उन्हें उपहार स्वरूप 75 रुपये का चांदी का एक सिक्का भी दिया जाएगा सभी सांसदों को भारत के संविधान की एक प्रति भी भेंट स्वरूप दी जाएगी.
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