Parliament Special Session Live: नई संसद में विशेष सत्र के दूसरे दिन बुधवार (20 सितंबर) को महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंधन अधिनियम पर चर्चा हो रही है. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी के एक बार फिर गहमागहमी देखने को मिली.


दरअसल, महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने चर्चा की शुरुआत की और कहा कि उनकी पार्टी इसका समर्थन करती है. इस बिल को कांग्रेस लेकर आई थी और राजीव गांधी का ये सपना था. इसके जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे सरकार की ओर से जवाब देने के लिए उठे तो विपक्ष की तरफ से शोर मचना शुरू हो गया और कहा गया कि बीजेपी ने चर्चा की शुरुआत के लिए महिला सांसद को क्यों नहीं बुलाया?


अमित शाह ने दिया इस तरह जवाब


विपक्ष की विरोध पर गृह मंत्री अमित शाह खड़े हो गए और अधीर रंजन चौधरी से पूछा कि क्या महिलाओं के लाभ पर सिर्फ एक महिला ही बोल सकती है? उन्होंने कहा, “मैं अधीर रंजन जी से पूछना चाहता हूं कि क्या सिर्फ एक महिला ही दूसरे महिला के बारे में सोचती है? पुरुष नहीं सोच सकता? आप किस तरह के समाज के बारे में सोचते हैं? भारत में हमारी ऐसी संस्कृति है जहां पर एक भाई महिलाओं के लाभ के बारे में पहले सोचते हैं.”


उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर तंज कसते हुए कहा, “अधीर रंजन चौधरी को कहीं इस बात से तो जलन नहीं हो रही है कि कांग्रेस की ओर से महिला आरक्षण पर पहले उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया.”


इसके बाद निशिकांत दुबे ने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री हैं जो कहते हैं कि जिसकी मैं शुरुआत करता हूं उसका अंत भी करता हूं. अगर ये महिला आरक्षण बिल यहां आया है तो महिलाओं को आरक्षण मिलेगा... मिलेगा... और मिलकर रहेगा और दुनिया की कोई ताकत इसको नहीं रोक सकती.”


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