Parliament Special Session Highlights: महिला आरक्षण बिल को मोदी कैबिनेट की मंजूरी, कांग्रेस बोली- स्वागत है
Parliament Special Session 2023: संसद के विशेष सत्र की शुरुआत पुराने संसद में हुई. अब मंगलवार से कार्यवाही नई संसद में होगी. इस बीच केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दी है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने X पर पोस्ट किया, ''कांग्रेस पार्टी लंबे समय से महिला आरक्षण को लागू करने की मांग कर रही है. हम कथित तौर पर सामने आ रहे केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले का स्वागत करते हैं और विधेयक के विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं. विशेष सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में इस पर अच्छी तरह से चर्चा की जा सकती थी और पर्दे के पीछे वाली राजनीति के बजाय आम सहमति बनाई जा सकती थी.''
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट के माध्यम से महिला आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को धन्यवाद दिया है. उन्होंने लिखा, ''महिला आरक्षण की मांग पूरा करने का नैतिक साहस मोदी सरकार में ही था, जो कैबिनेट की मंजूरी से साबित हो गया. अभिनंदन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मोदी सरकार का अभिनंदन.''
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक बैठक चल रही है, जिसमे करीब 30 से ज्यादा सांसद मौजूद हैं. कई मंत्रियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया है. बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने सभी सांसदों को कल पूरी तैयारी से संसद पहुंचने के लिए कहा है.
संसद के विशेष सत्र के पहले दिन ही मोदी सरकार की कैबिनेट बैठक हुई. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट की इस बैठक में महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी गई. जानकारी के अनुसार, 20 सितंबर यानी बुधवार को ये बिल संसद में पेश किया जा सकता है.
संसद के विशेष सत्र के बीच सोमवार (18 सितंबर) शाम पार्लियामेंट हाउस के एनेक्सी में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक खत्म हो गई है. यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली. इस बीच जानकारी सामने आई कि पीएम मोदी कल सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए संसद भवन तक पैदल जाएंगे.
सूत्रों के मुताबिक, कल (19 सितंबर को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे और सभी सांसद उनके पीछे चलेंगे.
पार्लियामेंट हाउस के एनेक्सी में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक जारी है. इसका वीडियो सामने आया है.
संसद के विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पार्लियामेंट एनेक्सी में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. माना जा रहा है कि महिला आरक्षण बिल पर भी मुहर लग सकती है.
संसद के विशेष सत्र के दौरान राज्यसभा का कार्यवाही मंगलवार (19 सितंबर) दोपहर 2:15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं, लोकसभा की बैठक कल दोपहर 1:15 बजे नए संसद भवन में होने के लिए स्थगित कर दी गई.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में कहा, ''यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि जब इतनी सार्थक चर्चा चल रही है, जब पीएम मोदी ने आज का विषय रखा और उसे नई ऊंचाइयों तक लेकर गए... बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओछी राजनीति करने के लिए कुछ माननीय सदस्य इस डिबेट के स्तर को भी गिरा रहे हैं और इस सदन की गरिमा को भी बहुत बुरी तरीके से हर्ट (चोट पहुंचाना) कर रहे हैं...''
बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली है. उन्होंने मीडिया से कहा, ''मेरे लिए भी एक सुअवसर सा है... यह भी एक इत्तेफाक है कि मै जब शपथ ले रहा हूं तो आज अकेले मैंने शपथ ली है और इस बिल्डिंग का आज अंतिम सदन है. ये भी एक संयोग मेरे साथ में जुड़ा है...''
संसद सत्र के बीच आज शाम साढ़े छह बजे बुलाई गई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंत्रियों के साथ एक बैठक कर रहे हैं. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के कमरे में यह बैठक जारी है. इस मीटिंग से पहले प्रह्लाद जोशी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से बारी-बारी से मुलाकात की. प्रह्लाद जोशी के कमरे में धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन बैठक में मौजूद हैं.
राज्यसभा के संसदीय बुलेटिन में यह भी बताया गया है कि मंगलवार (19 सितंबर) को सुबह 9:30 बजे से पार्लियामेंट हाउस के गेट नंबर 1 और सेंट्रल हॉल के बीच कोर्टयार्ड 1 (आंगन) में राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों की ज्वाइंट फोटोग्राफ ली जाएगी. वहीं, राज्यसभा सदस्यों की भी ज्वाइंट फोटोग्राफ ली जाएगी. इसके लिए सभी सदस्यों से सुबह सवा नौ बजे मौके पर पहुंचने के लिए आग्रह किया गया है.
राज्यसभा की ओर एक बुलेटिन जारी कर सांसदों से मंगलवार को संसद के सेंट्रल हॉल में इकट्ठा होने के लिए कहा गया है. बुलेटिन के अनुसार राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी के हवाले से कहा गया है, ''राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों से अनुरोध है कि वे पार्लियामेंट ऑफ इंडिया (भारतीय संसद) की समृद्ध विरासत को मनाने और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने के लिए एक समारोह के लिए 19.09.2023 को सुबह 11 बजे संसद के सेंट्रल हॉल (केंद्रीय कक्ष) में इकट्ठा हों.''
संसद के विशेष सत्र के बीच शाम 6:30 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल (मोदी कैबिनेट) की बैठक होगी. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक में संसद के सत्र को पुराने भवन से नए भवन में ले जाने के लिए मंजूरी दी जाएगी.
नए संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पेश किए जाने की चर्चा हो रही है. चुनाव में महिलाओं के वोट का बड़ा योगदान रहा है. चुनाव में जिसके साथ भी महिलाएं रही हैं उसी पार्टी की सरकार सत्ता में आई है. 2019 लोकसभा चुनाव में 36 फीसदी महिलाओं ने बीजेपी को वोट दिया था जबकि 20 फीसदी महिलाओं ने कांग्रेस को वोट दिया था. जीत बीजेपी की हुई थी.
महिला आरक्षण विधेयक 27 सालों से पेंडिंग है. एच डी देवगौड़ा की सरकार में इस विधेयक में 12 सितंबर 1996 को संसद में पेश किया गया था. बिल का मुख्य 15 साल के लिए लक्ष्य महिलाओं के लिए लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित करना है. वाजपेयी सरकार ने लोकसभा में इस विधेयक को आगे बढ़ाया (1998), लेकिन यह फिर भी पारित नहीं हुआ.
महिला आरक्षण बिल पर अब एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल का बयान आया है. उन्होंने कहा कि बोलने की आजादी सिर्फ मोदी जी को है. बाकी को नहीं. नई संसद भवन में यही होगा. महिला महिला आरक्षण बिल बिल्कुल आएगा इसका हमलोग समर्थन करते है.
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति से कहा, 'संसद में बोलने की आजादी की मिलनी चाहिए. मेरी छोटी गलती को आप बड़ी सजा देते हैं लेकिन उनकी गलतियों को माफ कर देते हैं.' इस पर सभापति ने खरगे को बीच में टोकते हुए कहा, 'आज आप पूरी तरह से भटके हुए लग रहे हैं. आपने मुद्दों की बात ही नहीं की. आज आपका अटैक मुझपर ही है क्या. कब तक हम डिस्टरबेंस को जस्टिफाई करते रहेंगे. मुझ पर क्या बीती होगी जब आपने कहा मुझे बोलने नहीं दिया.'
फिर जयराम रमेश ने बीच में टोकते हुए कहा, 'आप उनकी भाषण पर टिप्पणी कर रहे हैं. आप उन्हें खत्म करने दें.' इस पर सभापति धनखड़ ने डांटते हुए कहा कि ये मेरे द्वारा संचालित होता है, अगर आपको कहना है तो इस कुर्सी पर आकर बैठिए. फिर जयराम रमेश ने कहा, मुझे वहां नहीं आना है. इसके बाद खरगे को जगदीप धनखड़ ने कहा, जब भी किसी मुद्दे पर बहस हुई है, आपने वॉकआउट किया है. फिर खरगे ने धनखड़ को धन्यवाद दिया. इस पर धनखड़ ने कहा चलिए आपने धन्यवाद तो कहा.
एबीपी न्यूज को सूत्रों से जानकारी मिली है केंद्र सरकार संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण पर बिल ला सकती है. ये बिल बुधवार यानी कि 20 सितंबर को पेश हो सकता है. आपको बता दें कि तमाम विपक्षी पार्टी महिला आरक्षण बिल का समर्थन करने का पहले ही ऐलान कर चुकी हैं. उनका कहना है कि अगर महिला आरक्षण बिल आता है तो उसे पर उनको किसी तरह की आपत्ति नहीं होगी. आज सुबह ही राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और प्रियंका चतुर्वेदी ने इसका जिक्र किया था.
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'हमारे यहां सत्ता का हस्तांतरण बदूंक के दम पर नहीं हुआ. गांधी जी ने जो आजादी दिलाई वह अहिंसा पर थी. इस भवन में 75 सालों के दौरान इस देश की सूरत बदली है. हम तेजी से बढ़ने के लिए नेहरू जी सबको साथ लेकर चलते थे. उन्होंने अपनी पहली कैबिनेट में विपक्ष के लोगों को शामिल किया. आप तो हमारी परछाई भी नहीं देखना चाहते. नेहरू जी के बारे में कई बातें की गई. जिस व्यक्ति ने 14 साल जेल में बिताए, उसने सत्ता पाने के बाद बड़े-बड़े कारखाने बनाए. नेहरू जी ने विपक्ष के नेता को मंत्री बनाया. वे संसद का सम्मान करते थे. वे विपक्ष के नेताओं को ध्यान से सुनते थे. अब तो लोग संसद में आते ही नहीं है. उन्हें देखे हुए बहुत दिन हो गए. मुझे सदन की शक्तियों से ईर्श्या है. मैं सबकी बातें सुनना चाहता हूं. मजबूत विपक्ष न होने का अर्थ है व्यवस्था में कमी है. अब मजबूत विपक्ष है तो उसके घर ईडी सीबीआई भेजी जाती है. प्रधानमंत्री देश के हर इलाके में जाते हैं लेकिन वे मणिपुर क्यों नहीं जाते.'
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा, इस सदन ने देश को बहुत कुछ दिया है. इस सदन से ही बैंक का सरकारीकरण हुआ था. इस सदन से आईटी के एरिया में क्रांति हुई. डिजिटल इंडिया को लाने वाले राजीव गांधी थे. पंचायती राज को लाने वाले राजीव गांधी थे. देश में समाजिक क्रांति लाने का काम राजीव गांधी ने किया था. सूचना का अधिकार लाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया था. मनेरगा का कानून लाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया था. फूड सिक्योरिटी एक्ट कांग्रेस सरकार के समय लाया गया था.
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'संविधान का निर्माण करने वाली 7 लोगों के सदस्यों की भूमिका में सबसे जरूरी भूमिका बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की है. एक व्यक्ति संविधान को मजबूत करने के लिए, देश को मजबूत करने के लिए एक आदमी ने काम किया. ये कांग्रेस की सरकार में हुआ. हमने इसे मेहनत से कमाई है, इसे हम गंवाना नहीं चाहते. कई लोगों को लगता था कि भारत अंगूठा छाप देश है. हमें बार-बार टोका जाता है कि हमने 70 साल में क्या किया. हमने 70 साल में लोकतंत्र को मजबूती दी. आपके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है तो आप ये ही कह दीजिए.'
राज्यसभा में कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे ने संबोधित करते हुए कहा, "यहां मुझे कम नेताओं को सुनने का मौका मिला. प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जब प्रधानमंत्री थे, तो देश की नींव पड़ रही थी. जो पत्थर नींव में पड़ते हैं वे नहीं दिखते. जो दीवार पर लिखे जाते हैं वही दिखते हैं. सभापति जी, आप बहुत दिलदार हैं. आपसे गुजारिश करता हूं कि संजय सिंह और राघव चड्डा को वापस बुला लें. आप अमीर हो गरीब हो पढ़े हो अनपढ़ हो आपका वोट एक ही होगा. अमीर लोग जैसे अडानी, उनका भी एक ही वोट है. आप इंडी बोलो या कुछ बोलो हम लोग इंडिया है. नाम बदलने से कुछ नहीं होता है."
संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी के बाद अब विपक्षी नेता अधीर रंजन सदन को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, क्योंकि आज इस सदन में आखिरी दिन है तो भावुक होना तो स्वाभाविक है.
पुराने सदन में पीएम मोदी ने अपने आखिरी संबोधन में कहा, इसी सदन ने इमरजेंसी को देखा. वन नेशन वन टैक्स का फैसला इसी सदन ने किया. गरीबों के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला इसी सदन में हुआ. यही सदन है जहां एक वोट से अटल जी की सरकार गिर गई थी. तीन राज्यों का गठन इसी सदन में हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अनगिनत लोगों ने संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए अपना योगदान दिया. लोकतंत्र के इस सदन में आतंकी हमला भी हुआ. ये हमला संसद पर नहीं बल्कि हमारी जीवात्मा पर था. देश इसे कभी नहीं भूल सकता. आतंकियों से लड़ते लड़ते जिन्होंने सदन को गोलियों से बचाया मैं उनको भी नमन करता हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने संसदीय इतिहास में योगदान के लिए जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ मनमोहन सिंह का जिक्र किया. सरदार पटेल से लेकर लालकृष्ण आडवाणी का भी जिक्र हुआ.
पुराने संसद भवन के भीतर संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैनें कभी कल्पना नहीं की थी कि देश हमें इतना सम्मान देगा. गरीब का बेटा भी सांसद बनता है यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है. आज दुनिया भारत में अपना मित्र खोज रही है. सबका साथ सबका विकास हमें जोड़े रखा है.
संसद के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, G20 की सफलता देश के 140 करोड़ नागरिकों की सफलता है. यह भारत की सफलता है, किसी व्यक्ति या पार्टी की नहीं... यह हम सभी के लिए जश्न मनाने का विषय है. ये सबके लिए गर्व की बात है. आजाद भारत से जुड़ी हुई अनेक घटनाएं बीते 75 साल में इसी सदन में हुई. 600 महिला सांसदों ने भी सदन की गरिमा को बढ़ाया है. पहली बार जब मैं एक सांसद के तौर पर इस भवन में प्रवेश किया था तो लोकतंत्र के इस मंदिर को शीश झुकाकर नमन किया था.
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, चारों तरफ भारत की चर्चा हो रही है. चंद्रयान-3 सफलता से पूरा देश अभिभूत है. इसमें भारत के सामर्थ्य का एक नया रूप विज्ञान से जुड़ा है. हमारे वैज्ञानिकों के सामर्थ्य से जुड़ा है. ये देश और दुनिया में नया प्रभाव डालेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, नए संसद भवन में जाने से पहले देश के संसद की 75 साल की यात्रा का स्मरण कर लेते हैं. हम सब इस एतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं. इसमें देशवासियों का पसीना लगा है. आज़ादी के पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल का स्थान हुआ करता था. आजादी के बाद इस भवन को संसद भवन की पहचान मिली. संसद का पुराना भवन आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देगा.
लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बाद अब पीएम मोदी का संबोधन शुरू हो गया है.
संसद के विशेष सत्र में बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में शपथ ली. दिनेश शर्मा को यूपी से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था.
संसद भवन में स्पेशल सेशन शुरू होते ही लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा भी शुरू हो गया है. विपक्ष माइक बंद किए जाने का आरोप लगाकर हंगामा कर रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जी20 समिट के सफल आयोजन की बधाई दी.
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई है. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. पीएम मोदी, सोनिया गांधी समेत तमाम सांसद सदन में मौजूद हैं.
संसद के विशेष सत्र के शुरू होने से पहले TMC सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक क्षण है, हम चाहते हैं कि विशेष सत्र अच्छे से संपन्न हो, पक्ष और विपक्ष के बीच वितर्क न हो."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं. ये बैठक पुराने संसद भवन के परिसर में चल रही है. वरिष्ठ मंत्रियों के साथ चल रही बैठक में प्रधानमंत्री सत्र में किस तरीके से कार्यवाही को आगे बढ़ाना है जिससे सत्र सुचारु ढंग से चल सके, ऐसे तमाम मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि ये सत्र छोटा है लेकिन महत्त्वपूर्ण है.ऐतिहासिक निर्णयों वाला सत्र है.
विपक्षी दले के गठबंधन इंडिया की बैठक में फैसला लिया गया है संसद के विशेष सत्र में आज की चर्चा में विपक्ष शामिल होगा.
पीएम मोदी ने कहा, संसद का सत्र छोटा है, लेकिन ऐतिहासिक निर्णय का सत्र है. यह सत्र छोटा है लेकिन बहुत मूल्यवान है. यह सत्र बेहद खास है. 75 सत्र की यात्रा वाला है. अनेक प्रकार से महत्त्वपूर्ण ये सत्र है. सभी सांसदों से अपील है कि सभी सासंद उमंग और उत्साह से इस सत्र में भाग लें. रोने धोने के लिए बहुत समय है. पुरानी बुराइयों को छोड़कर नए संसद में अच्छाइयों के साथ आए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने मीडियो को संबोधित करते हुए कहा, 'मून मिशन की सफलता के बाद हमारा तिरंगा लहरा रहा है. शिवशक्ति पंवाइंट नई प्रेरणा का केंद्र बना है. भारत के लिये अनेक संभावना और अवसर है. जी20 की सफलता हमारी विविधता का कारण बना. '
उद्धव गुट की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'संसद का विशेष सत्र आनन-फानन में बुलाया गया है. इसका एजेंडा भी नहीं लाया गया है. उत्तर भारत में तीज मनाई जाती है, कल महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी, तो ये दिखाता है कि भाजपा के मन में क्या है. मणिपुर में जो घटनाएं हो रही हैं, पिछले संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री ने 30 सेकेंड का जवाब दिया था. पिछले संसद सत्र से लेकर इस सत्र तक कई घटनाएं हुई हैं लेकिन किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. कश्मीर में हमारे जवानों की शहादत हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री पार्टी के हेडक्वार्टर में जश्न मना रहे थे.'
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, 'हम लोगों को कुछ नहीं बताया गया किस मुद्दे पर चर्चा है. सरकार ने कुछ मुद्दे नहीं बताए है. मणिपुर, नूंह और अदानी मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. जातीय गणना पर संसद में चर्चा होनी चाहिए. नई संसद में सरकार को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए. चुनाव आयोग के बिल का हम लोगों ने विरोध किया है. सरकार को नए मन से नई संसद में काम करना चाहिए.'
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी संसद के विशेष सत्र पर कहा, नरेंद्र मोदी की सरकार ने आजाद भारत में संसदीय परंपरा को खत्म कर दिया है. आप किस पर चर्चा कीजिएगा. जिस तरह का आचरण पेश कर रहे हैं, यह बताता है कि भाजपा लोकतंत्र को कब्जे में करना चाहती है.
AAP ने संसद के विशेष सत्र के लिए व्हिप जारी कर दिया है. सदन के पूरे विशेष सत्र के दौरान सभी सांसदों को सदन में रहने के लिए व्हिप जारी हुआ है.
संसद के विशेष सत्र पर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद ने कहा, हमने अपना एजेंडा बताया है. आज संविधान सभा से लेकर आज तक 75 साल के हमारे अनुभव, यादें और सीख के बारे में चर्चा है. क्योंकि हमने संकल्प लिया है कि 2047 तक भारत को विकसित बनाना है. देश को आगे कैसे लेकर जा सकते हैं, इस बारे में चर्चा करनी चाहिए. आज पीएम मोदी संसद में बोलेंगे.
सूत्रों से जानकारी से मिली है कि संसद का विशेष सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 10 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे. इसके बाद 11 बजे लोकसभा में संबोधित करेंगे.
- 8 नवंबर 1962- चीन के खिलाफ युद्ध पर चर्चा
- 15 अगस्त 1972- आजादी के 25 साल पूरे
- 28 फरवरी-1 मार्च 1977- तमिलनाडु, नागालैंड में राष्ट्रपति शासन (सिर्फ राज्यसभा)
- 3-4 जून 1991- हरियाणा में राष्ट्रपति शासन को मंजूरी (सिर्फ राज्यसभा)
- 9 अगस्त 1992- 'भारत छोड़ो आंदोलन' के 50 साल
- 26 अगस्त 1997-1 सितंबर 1997- आजादी के 50 साल
- 26-27 नवंबर 2015- संविधान दिवस
- 30 जून 2017- GST लागू
- 18-22 सितंबर 2023- संसदीय यात्रा के 75 साल
दिल्ली आप सांसद सुशील कुमार ने केंद्र सरकार पर संसद के विशेष सत्र का एजेंडा छिपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, महिला आरक्षण होना चाहिए हम समर्थन करते हैं. जातीय गणना होनी चाहिए. सरकार एजेंडे को छुपाना चाहती है.
- एडवोकेट्स (एमेंडमेंट) बिल (राज्यसभा से 3 अगस्त को पास)
- प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल्स बिल (राज्यसभा से 3 अगस्त को पास)
- पोस्ट ऑफिस बिल (राज्यसभा में 10 अगस्त को पेश)
- CEC एंड अदर EC बिल 2023 (राज्यसभा में 10 अगस्त को पेश)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद के विशेष सत्र में लोकसभा में आज़ादी के अमृत काल पर बोल सकते हैं. लोकसभा और राज्यसभा में विशेष सत्र के पहले दिन पहले से सामने आए एजेंडे के मुताबिक आजादी के 75 साल संविधान सभा से लेकर अभी तक की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ होगी.
आज से शुरू हो रहे संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र में बीते 75 सालों को याद किया जाएगा. 75 सालों के अनुभव पर चर्चा होगी.
- पुरानी संसद बनने की शुरुआत- 1921
- बनकर तैयार- 1927
- डिजाइनर- एडविन लुटयंस, हरबर्ट बेकर
- पुराना नाम- काउंसिल हाउस
- संविधान सभा की पहली बैठक- 9 दिसंबर 1946
- भारत को सत्ता का हस्तांतरण- 15 अगस्त 1947
- संविधान को अपनाया गया- 26 नवंबर 1949
- लोकसभा-राज्यसभा की पहली बैठक- 13 मई 1952
- संसद में भाषण देने वाले विदेशी नेता- 41
- संसद का संयुक्त सत्र- 3 बार
- पहला सत्र- 1952
- आखिरी सत्र- 2023
- अब तक लोकसभा सांसद- 5,047
- अब तक राज्यसभा सांसद- 2,418
- अब तक राज्यसभा में मनोनीत सांसद- 142
- संसदीय कमेटी की रिपोर्ट- 4,796
- संसद में बहस- 10.44 लाख
- संसद में सवाल- 10.12 लाख
- लोकसभा की बैठक- 6,473
- राज्यसभा की बैठक- 5,606
- संसद से पास बिल- 3,914
- प्राइवेंट मेंबर बिल जो कानून बने- 14
- अब तक लोकसभा स्पीकर- 17
- राज्यसभा सभापति- 14
- 15 अगस्त 1947- भारत को सत्ता का हस्तांतरण
- 26 नवंबर 1949- संविधान को अपनाया गया
- 13 मई 1952लोकसभा-राज्यसभा की पहली बैठक
- 1963- पहला अविश्वास प्रस्ताव
- चरण सिंह- संसद का सामना न करने वाले पीएम
- 41- संसद में भाषण देने वाले विदेशी नेता
- 40- विश्वास मत
- 3 बार- संसद का संयुक्त सत्र
- 990- संसदीय बहस में PM की भागीदारी
- 171- राष्ट्रपति का संबोधन
- 91- पेश बजट की संख्या
संसद विशेष सत्र में जो चार बिल पेश किए जाने हैं. उनमें से CEC एंड अदर EC बिल 2023 को लेकर भी INDIA अलायंस ने मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. इस विरोध की वजह जानने से पहले समझ लीजिए कि CEC एंड अदर EC बिल 2023 बिल क्या है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद CEC एंड अदर EC बिल लाया जा रहा है. इसके जरिये चुनाव आयुक्तों के चुनाव का तरीका तय किया जाना है. इसके मौजूदा प्रावधान के मुताबिक सेलेक्शन कमेटी में 3 लोग होंगे. ये तीन लोग प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और कैबिनेट मंत्री होंगे.
संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, "हमारी संसदीय परंपरा और प्रक्रिया में कहा गया है कि सदस्यों को विधेयक का मसौदा और सरकारी कामकाज दिखाया जाना चाहिए. जब कोई विशेष सत्र बुलाया जा रहा हो तो सदस्यों को कामकाज के बारे में पहले से बताया जाना चाहिए. यह पहली बार है इस बार इस सत्र में कोई प्रश्नकाल या शून्यकाल नहीं होगा."
संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 9 प्वाइंट बताते हुए पत्र लिखा था लेकिन कोई जवाब नहीं आया." सनातन धर्म पर उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी 'सर्व धर्म सम भाव' में विश्वास रखती है. हम हर धर्म का सम्मान करते हैं."
आज लिस्ट ऑफ बिजनेस में भारतीय संसद के 75 साल पर चर्चा होगी. संसद के अनुभव, यादों और संसद से क्या-क्या सीखा इस विषय पर चर्चा होगी. इसके अलावा प्रिविलेज कमेटी की तरफ से छह रिपोर्ट रखी जाएगी.
लोकसभा और राज्यसभा में 75 साल की संसदीय यात्रा पर आज सुबह 11 बजे से चर्चा की शुरुआत होगी. पीएम मोदी लोकसभा में और पीयूष गोयल राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं. अगले दिन
19 सितंबर की सुबह 11 बजे पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को जुटेंगे. पुराने संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने मांग की है कि महिला आरक्षण विधेयक संसद के विशेष सत्र के दौरान पारित किया जाना चाहिए. हैदराबाद में दो दिवसीय बैठक के पहले दिन सीडब्ल्यूसी ने अपने प्रस्ताव में 18 से 22 सितंबर तक होने वाले विशेष सत्र में विधेयक को पारित कराने का जिक्र किया है.
आज से संसद का 5 दिवसीय विशेष सत्र शुरू होगा. संसद के 75 साल के सफर पर चर्चा और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति समेत चार विधेयकों पर चर्चा होगी. इससे पहले सुबह 10 बजे विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक होगी जहां रणनीति तय होगी.
बैकग्राउंड
Parliament Special Session: संसद का आज से विशेष सत्र शुरू हो गया है. संसद के विशेष सत्र में एक देश एक चुनाव, महिला आरक्षण, समान नागरिक संहिता सहित कई संविधान संशोधन समेत बिल पेश होने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं. जिसपर हंगामा होना तय है. ये सत्र पांच दिन यानि आज से 22 सितंबर तक चलेगा, इसमें 5 बैठकें होनी है. इससे पहले रविवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नए भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
आज सत्र के पहले दिन राज्यसभा में 75 सालों की संसदीय यात्रा, उपलब्धियां, अनुभव, यादों और सीख पर चर्चा होगी. बता दें कि सत्र की पहले दिन की कार्यवाही पुरानी संसद में हो रही है. कल 19 सितंबर को नई संसद में कामकाज शुरू हो जाएगा.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, पहले दिन सत्र पुराने संसद भवन में चलेगा. अगले दिन यानी 19 सितंबर को पुराने संसद में फोटो सेशन होगा, फिर 11 बजे सेंट्रल हॉल में एक समारोह होगा. उसके बाद हम नई संसद में प्रवेश करेंगे. नई संसद में 19 को संसद का सत्र चलेगा और 20 से नियमित सरकारी कामकाज होगा
ये चार बिल संसद के विशेष सत्र का एजेंडा
संसद के विशेष सत्र के एजेंडे के तौर पर चार बिल की बात कही है. जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन से जुड़ा बिल, अधिवक्ता संशोधन बिल, पोस्ट ऑफिस बिल, प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल बिल शामिल है.
- मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन से जुड़ा बिल
- अधिवक्ता संशोधन बिल
- पोस्ट ऑफिस बिल
- प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल बिल
सरकार की ओर से सभी कैबिनेट मंत्रियों, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्यमंत्रियों को विशेष सत्र के पांच दिन सदन की पूरी कार्यवाही के दौरान पूरे समय मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है.
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