Parliament Special Session Live: संसद के विशेष सत्र के दौरान नई संसद से महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंधन अधिनियम) बुधवार (20 सितंबर) को लोकसभा से पास हो गया. इससे पहले इस पर चर्चा हुई. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जैसे ही अपना भाषण शुरू किया, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा से चले गए. इस पर अमित शाह ने राहुल गांधी के बार-बार दोहराए गए कथन का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘अरे डरो मत भाई!’


वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, “कल भारत के इतिहास में लाल अक्षर वाला दिन था, कोई भी जा सकता है.” महिला आरक्षण बिल पर अपनी बात रखते हुए अमित शाह ने कहा, “महिला आरक्षण बिल पर दो निर्णायक कारक... जनगणना और परिसीमन दोनों चुनाव के तुरंत बाद किए जाएंगे. मैं महिलाओं को सशक्त बनाने इस कदम पर पीएम मोदी को बधाई देता हूं.”


‘महिला आरक्षण बिल लाने का ये पांचवां प्रयास’


बीजेपी सांसद ने कहा, “महिला आरक्षण बिल लाने का ये 5वां प्रयास है तो पिछली 4 बार क्या हुआ? मोदीजी को बिल क्यों लाना पड़ा? क्या कारण था?” उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “इतनी देर क्यों हुई? ओबीसी को शामिल क्यों नहीं किया गया आदि जैसे कई सवाल हैं. मैं इन सभी सवालों का जवाब दूंगा.”


उन्होंने कहा, “परिसीमन आयोग एक अर्ध-न्यायिक निकाय है जो हमारे चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अब अगर एक तिहाई सीटें आरक्षित करनी होंगी तो इन सीटों का फैसला कौन करेगा? अगर वायनाड महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाए तो आप क्या कहेंगे? अगर हैदराबाद रिजर्व हो गया तो औवेसी साहब क्या कहेंगे? इसलिए ये सबसे अच्छा है कि एक उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद ही हो.”


राहुल गांधी को दिया जवाब


अमित शाह ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा, “मेरे एक सहयोगी (राहुल गांधी) कह रहे थे कि देश को चलाने वालों की संख्या तीन है जो ओबीसी श्रेणी के हैं. अब उन्हें (राहुल गांधी) कौन समझाएगा कि सरकार को देश चलाता है, सचिव नहीं. हमारा संविधान कहता है कि देश की नीति कैबिनेट और संसद द्वारा ही तय की जाएगी. आप (राहुल गांधी का जिक्र कर रहे हैं जो शाह के भाषण के दौरान मौजूद नहीं थे) यहां सुनने के लिए नहीं हैं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमारी पार्टी में 29 फीसदी सांसद हैं जो ओबीसी समुदाय से हैं.”


उन्होंने आगे कहा, “अगर आप आप तुलना करना चाहते हैं तो बस हमारे पास आएं. और हमारे केंद्रीय मंत्रिमंडल में 29 मंत्री हैं, जो इस समुदाय से हैं. हमारी पार्टी के 1358 विधायकों में से 365 विधायक ऐसे हैं जो ओबीसी वर्ग से हैं. ओबीसी वर्ग के कल्याण की बात करने वालों की संख्या इससे अधिक है. आप ओबीसी के बारे में बात करते हैं, लेकिन ये बीजेपी ही थी जिसने इस देश को ओबीसी समुदाय से पीएम दिया.”


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