Parliament Special Session Live: संसद के विशेष सत्र की शुरुआत सोमवार (18 सितंबर) से हो गई है. सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया और इसके बाद पुरानी संसद में भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने संसद के पुराने दिनों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी याद किया. पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और अटल विहारी वाजपेयी को याद करते हुए उनकी तारीफ की.


पुराने संसद भवन में भाषण के दौरान पीएम मोदी भावुक भी दिखे और नए संसद भवन को लेकर उत्साहित भी. वहीं, पंडित नेहरू की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “इस सदन में पूर्व पीएम की स्ट्रोक ऑफ मिड नाइट की गूंज सभी को प्रेरित करती रहेगी. नेहरू जी ने बाबा साहेब अंबेडकर को अपनी सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया था. फैक्ट्री कानून में इंटरनेशनल सुझावों को शामिल करने का फायदा आज तक देश को मिल रहा है. नेहरू जी की ही सरकार में बाबा साहेब अंबेडकर पानी की पॉलिसी लेकर आए थे.”


जवाहर लाल नेहरू ने दिया था ऐतिहासिक ट्रिस्ट बिद डेस्टिनी भाषण


नई दिल्ली में भारत की संविधान सभा को 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' संबोधन में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था, “बहुत साल पहले, हमने नियति के साथ एक रिश्ता बनाया था और अब समय आ गया है जब हम अपनी प्रतिज्ञा पूरी करेंगे. पूरी तरह से नहीं, बल्कि काफी हद तक. आधी रात के समय, जब दुनिया सो रही होगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता के लिए जागेगा.” पीएम मोदी ने इसी भाषण का जिक्र किया था.


लाल बहादुर शास्त्री के बारे में क्या बोले पीएम मोदी?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया और कहा कि साल 1965 में हुई जंग में लाल बहादुर शास्त्री जी ने इसी सदन से देश और देश के वीर जवानों को अपने भाषण से प्रेरित किया था. उन्होंने ये भी कहा कि इसी संसद से शास्त्री जी ने देश में हरित क्रांति की नींव रखी थी.


अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर क्या बोले पीएम मोदी?


पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यों के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम और दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया. उन्होंने कहा कि ये वही सदन है जिसमें वाजपेयी जी ने यादगार भाषण देते हुए कहा था कि नेता आते जाते रहेंगे, सरकारें बनती और गिरती रहेंगी लेकिन ये देश हमेशा रहना चाहिए.


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