Parliament Special Session: केंद्र ने बुलाया पांच दिनों का संसद का विशेष सत्र, इन मौकों पर पहले भी हो चुका आयोजित
Parliament Session: संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएगा. पहले भी कई बार विशेष सेशन आयोजित हो चुका है.
Parliament Special Session: केंद्र सरकार ने गुरुवार (31 अगस्त) को संसद का विशेष सत्र बुलाने की ऐलान किया है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने गुरुवार (31 अगस्त) को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि संसद का स्पेशल सेशन 18 से 22 सितंबर को बुलाया गया है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विशेष सत्र नए संसद भवन में होगा और इसमें पांच बैठकें होगीं.
विशेष सत्र को दौरान संसद में 10 से ज्यादा अहम बिल पेश किए जाने की उम्मीद है. यह विशेष सत्र हाल ही में खत्म हुए मानसून सत्र के कुछ ही दिन बाद बुलाया जा रहा है. वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया हो. इससे पहले भी कई बार स्पेशल सेशन आयोजित किए जा चुके हैं.
बता दें कि आमतौर पर एक साल में संसद में तीन सत्र आयोजित किए जाते हैं. इनमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र शामिल हैं. हालांकि, जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति विशेष सत्र बुला सकते हैं. संविधान का अनुच्छेद 85(1) राष्ट्रपति को संसद के प्रत्येक सदन को ऐसे समय पर समन जारी करने का अधिकार देता है.
पहली बार 1977 में बुलाया गया विशेष सत्र
28 फरवरी 1977 को देश में पहली बार विशेष सत्र बुलाया गया. अनुच्छेद 356(4) के तहत तमिलनाडु और नगालैंड में राष्ट्रपति शासन के विस्तार के लिए राज्यसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया था.
1991 में बुलाया गया विशेष सत्र
अनुच्छेद 356(3) के प्रावधानों के तहत हरियाणा में राष्ट्रपति शासन की मंजूरी के लिए 3 जून 1991 को राज्यसभा में दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया था.
लोकसभा का विशेष सत्र
1997 में लोकसभा में विशेष सत्र आयोजित किया गया. 26 अगस्त 1997 से 1 सितंबर 1997 के बीच चले विशेष सत्र में भारत की स्वतंत्रता के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष बैठकें हुईं. इस दौरान कोई प्रश्नकाल, शून्यकाल या सरकारी कामकाज नहीं हुआ.
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