नई दिल्ली: गुरुवार को स्वास्थय मंत्रालय से जुडी संसद की स्थायी समिति की बैठक हुई. समिति के अध्यक्ष और सपा नेता राम गोपाल यादव ने बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के सचिव मौजूद थे.


सरकार की तरफ से बताया गया कि घबराने की जरूरत नही है और बचाव( precautions) सबसे बढिया तरीका है. विपक्ष के सांसदो ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को लेकर भी सवाल उठाया और सरकार से कहा कि इसे काउंटर करने के लिए और लोगों को इस वायरस से बचने के उपाय की जानकारी देने के लिए और कदम उठाना चाहिए.


बैठक में विपक्ष के नेताओ ने ये सवाल उठाया कि लोगो मे इतना डर है कि बाजार से सैनिटाईजर और मास्क गायब हो गए है . ब्लैक में मिल रहे है. इसपर सरकार ने कहा कि घबराने की जरूरत नही है. अगर सेनेटाइजर नही है तो साबुन से भी 90 सेकंड तक हाथ धोकर इससे बचा सकता है. मास्क उनको लगाना जरूरी है जो कोरोना या खांसी/जुकाम से पीड़ित है. मास्क ना होने पर रूमाल का भी इस्तेमाल हो सकता है. सरकार ने बताया कि तैयारी अच्छी है और डर की बात नहीं है.


विपक्षी सांसदों ने सवाल उठाया कि स्वास्थ्य मत्रालय का बजट कम है, इससे निपटने के लिए और फंड जारी करना चाहिए. विपक्षी सांसदों ने नेपाल के porous बॉर्डर का भी सवाल उठाया कि कोई पीडित नेपाल के रास्ते भी भारत आ सकता है. सरकार ने बताया कि नेपाल से सटी सीमा के सभी एंट्री प्वाईंट्स पर स्क्रिनिंग की व्यवस्था की गई है.