Changes In Parliamentary Standing Committees: केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को संसद की स्थाई समितियों (Standing Committees) में बड़े परिवर्तन किए हैं. इस फेरबदल में विपक्षी पार्टियों को उचित स्थान नहीं मिलने के कारण टीएमसी (TMC) के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. 


उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संसद में संख्या के आधार पर तीसरी सबसे बड़ी पार्टी और देश की दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को एक भी समिति की अध्यक्षता नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि यही नहीं देश की दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस से उसको दी गई दो समितियों की अध्यक्षता भी वापस ले ली गई है. यह नये भारत की कड़वी सच्चाई है. 






टीएमसी को नहीं दी गई कोई भी जिम्मेदारी
दरअसल केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फेरबदल करते हुए विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने गृह और आईटी मंत्रालय की संसदीय पैनल की अध्यक्षता वापस ले ली है. वहीं तीसरी सबसे बड़ी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को किसी भी पैनल की अध्यक्षता नहीं दी गई है. 


संसदीय समिति में हुए बदलावों में बिहार बीजेपी के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को शिक्षा, महिला, बाल-युवा और खेल संबंधी संसद की स्थाई समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है तो वहीं लोकसभा सांसद राधा मोहन सिंह को रेलवे की स्थाई समिति का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. 


आईटी मंत्रालय की समिति में भी बदलाव
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (IT Ministry) की स्थाई समिति के अध्यक्ष बदल दिए गए हैं. पहले शशि थरूर (Shashi Tharoor) इस समिति के अध्यक्ष थे जबकि बीजेपी सांसद प्रताप राव जाधव को समिति का नया अध्यक्ष बनाया गया है. दरअसल इस बात के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे कि बीजेपी (BJP) इस बार संसद की स्थाई समिति (Standing Committee) में बड़े परिवर्तन कर सकती है.


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